पिछले दो दिनों से लगातार बारिश और भूस्खलन
से उत्तराखंड में भारी तबाही हुई है। अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालात ये हैं कि चार धाम यात्रा मार्ग को बंद करना पड़ा है। राज्य भर में
करीब 20 हजार यात्री सड़कों पर ही फंसे हुए हैं। ज्यादातर नदियां खतरे के
निशान के पास बह रही हैं।
उत्तरकाशी
में गंगा नदी उफान पर है। यहां एक मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गया और
फिर नदी की तूफानी रफ्तार में बह गया। नदी के किनारे बनी चार मंजिला इमारत
देखते ही देखते पानी में समा गई। नदी की तेज रफ्तार में पहले मकान का एक
हिस्सा गिरा और फिर देखते ही देखते पूरी की पूरी चार मंजिला इमारत नदी के
तेज बहाव में समा गई।
अच्छी
बात ये रही कि मकान के नदी में समा जाने से कुछ घंटे पहले ही यहां रह रहे
लोगों ने खतरे को भांपते हुए इसे खाली कर दिया था। वर्ना इस घटना में ना
जाने कितने लोग अपनी जान गंवा बैठते। गंगा का जलस्तर यहां अचानक बढ़ जाने
से नदी किनारे रहने वाले लोग दहशत में हैं।
उत्तरकाशी
में बादल फटने के बाद असिगंगा और भागीरथी में जल स्तर बढ़ गया है। वहीं
लगातार हो रही बारिश की वजह से गंगा और यमुना का जल स्तर भी तेजी से बढ़ा
है। नतीजा नदी से सटे लोगों की शामत। उत्तरकाशी में बारिश है कि थम नहीं
रही है। पिछले दो दिनों से यहां लगातार बारिश हो रही है। यहां कई घर बारिश
और तेज बहाव की भेंट चढ़ चुके हैं। लोगों को और नुकसान का डर सता रहा है।
कुमाऊं
हो या गढ़वाल मंडल, बारिश हर जगह बेतरह हो रही है। नतीजा जनजीवन ठहर सा गया
है। पहाड़ों पर बसे सैंकड़ों गांवों का संपर्क देश दुनिया से कट गया है।
चार धाम यात्रा मार्ग भी बंद हो गया है।करीब बीस हजार से ज्यादा लोग इस समय
राज्य में अलग अलग राष्ट्रीय राज मार्गो पर फंसे हैं। चार धाम यात्रियों
को ऋषिकेश से आगे नहीं जाने दिया जा रहा
है। सेना और आईटीबीपी राहत के काम में जुटी है।
हरिद्वार
में भी गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है जिसके चलते गंगा तट पर बसे
सैकड़ों गांवों में बाढ़ का खतरा अभी से मंडराने लगा है। दो दिन से लगातार
हो रही बारिश के चलते गंगा का जल स्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है।
लेकिन
बारिश का जो आलम है उससे हालात और खराब होने की पूरी आशंका बनी हुई है।
वहीं सिंचाई विभाग ने कई जिलों में अभी से अलर्ट जारी कर दिया है।
हरिद्वार
हो या फिर राजधानी देहरादून, सब जगह बारिश से जनजीवन बेहाल है।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के राज्य से बाहर होने के कारण राजस्व मंत्री ने
फिलहाल राहत और बचाव कार्य की कमान संभाली है। क्रिकेटर हरभजन सिंह भी भारी
बारिश की वजह से उत्तराखंड में हेमकुंड साहिब जाते वक्त रास्ते में फंस
गए। लेकिन उत्तराखंड में अभी राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग से अच्छी
खबर नहीं मिल रही है। मौसम विभाग की मानें तो अगले बहत्तर घंटे तक बारिश
उत्तराखंड में यूं ही कहर बरपाएगी।
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