एक तरफ लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफे के बाद
बीजेपी कल तक उन्हें मनाती दिख रही थी, लेकिन आज आलम ये है कि आडवाणी के
रुख में बदलाव नहीं होने के बावजूद बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह राजस्थान
दौरे पर निकल गए हैं। राजस्थान के बांसवाड़ा में राजनाथ महाराणा प्रताप की
मूर्ति का अनावरण करेंगे। क्या इसका ये मतलब निकाला जाए कि पार्टी
लालकृ्ष्ण आडवाणी को मनाने को लेकर गंभीर नहीं है।
आज
राजनाथ सिंह अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक राजस्थान रवाना हो गए हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संघ ने उन्हें कोई निर्देश नहीं
दिए हैं। उन्होंने आडवाणी को मनाने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया। उधऱ,
अरुण जेटली भी विदेश रवाना हो रहे हैं और नरेंद्र मोदी गुजरात से बाहर ही
नहीं आ रहे हैं। ऐसे में आडवाणी को मनाने का दौर कितना लंबा चलेगा इस पर
कयास लग रहे हैं।
उधऱ,
आज बीजेपी के कई नेताओं ने आडवाणी से मुलाकात की। सबसे पहले उनसे मिलने
वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह पहुंचे। मुलाकात के बाद जसवंत ने कहा कि आडवाणी जी
ने जो सवाल उठाए हैं उनका समाधान होना चाहिए। यही भाजपा के हित में है और
देश के भी। इसके अलावा उमा भारती और पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी
आडवाणी से मुलाकात की।
आडवाणी
से मुलाकात से पहले उमा भारती ने सुषमा स्वराज से मुलाकात की। गौरतलब है
कि दोनों आडवाणी कैंप के ही समझे जाते हैं। उमा तो नाराजगी के चलते गोवा
कार्यकारिणी की बैठक में भी नहीं पहुंचीं थीं। बहरहाल, आडवाणी को मनाने का
दौर जारी है, लेकिन आडवाणी की तरफ से किसी तरह के सुलह के संकेत नहीं मिल
रहे हैं। देखना है कि बीजेपी में कब तक रूठने-मनाने का दौर चलता है।
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