अमेरिका की पहुंच फेसबुक, गूगल, याहू और
माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज इंटरनेट कंपनियों के उपभोक्ताओं की निजी
जानकारियों तक होने वाले अतिगोपनीय प्रिज्म कार्यक्रम का खुलासा करने वाले
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एनएसए के कर्मचारी एडवर्ड स्नोडेन ने कहा है कि
वह हांगकांग में ही रहेंगे और वहां रहकर अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने की
किसी भी कोशिश को चुनौती देंगे।
ब्रिटिश
दैनिक गार्डियन द्वारा सोमवार को स्नोडेन की जानकारी सार्वजनिक किए जाने
के बाद से यह उनका पहला बयान है। उन्होंने कहा कि मैं कानून से बचने के लिए
हांगकांग नहीं आया हूं। मैं चाहता हूं कि हांगकांग की जनता और यहां की
न्याय व्यवस्था मेरा भाग्य तय करे। मुझे हांगकांग से बाहर जाने के बहुत से
अवसर मिले थे लेकिन मैं यहां रहकर अमेरिका की सरकार का मुकाबला अदालतों में
करूंगा। हांगकांग के कानून में मुझे भरोसा है।
स्नोडेन
ने पिछले सप्ताह खुलासा किया था कि एनएसए की पहुंच अमेरिकी दूरसंचार कंपनी
वेरीजोन के उपभोक्ताओं के आंकड़ों, फेसबुक और दूसरी इंटरनेट कंपनियों से
जुड़े उपभोक्ताओं के निजी डाटा तक है। इसके सार्वजनिक होने के साथ अमेरिका
की बराक ओबामा सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को पहुंचे नुकसान की समीक्षा और
इस मामले की आपराधिक जांच शुरू कर दी।
एनएसए
के लिए काम करने वाली निजी कंपनी बूज एलन हेमिल्टन के कर्मचारी स्नोडेन के
इन खुलासों के बाद जहां कई लोगों ने उनकी मुखालफत की है वहीं बहुत से लोग
उनके समर्थन में भी आगे आए हैं। वह साल 1971 में पेंटागन पेपर्स का खुलासा
करने वाले डेनियल एल्सबर्ग और विकिलीक्स तक इराक और अफगानिस्तान युद्ध से
जुड़े गोपनीय दस्तावेज पहुंचाने के कथित आरोपी ब्रेडली मैनिंग के बाद देश
के तीसरे सबसे बड़े विस्लब्लोअर बन गए हैं।
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