65 साल पहले भारत और पाकिस्तान को आजादी
मिली, और इन 65 सालों में दोनों मुल्क चार जंग लड़ चुके हैं। 1971 की लड़ाई
में मिली शिकस्त के बाद से पाकिस्तान ने अपनी सैनिक ताकत बढ़ाने के लिए
एड़ी चोटी का जोर लगाया है। आज दोनों मुल्क परमाणु हथियारों से लैस हैं।
दोनों के सैन्य बल में भी ज्यादा फर्क नहीं, ऐसे में अगर पांचवें युद्ध का
जोखिम उठाया गया तो सरहद के दोनों तरफ सिर्फ और सिर्फ बर्बादी बचेगी।
पाकिस्तान
की तरफ से अक्सर सीजफायर का उल्लंघन होता रहा है। लेकिन बार बार उकसाने के
बाद भी भारत ने संयम बरता है। राजनैतिक और सैन्य स्तर पर ये संयम जरूरी भी
है। दरअसल 1971 की लड़ाई के बाद भारत पाक सीमा विवाद टाइम बम की शक्ल ले
चुका है। सैन्य ताकत बढ़ाने के साथ-साथ पाकिस्तान ने भारत की तरफ जबर्दस्त
तैनाती भी बढ़ा दी है। आज की तारीख में भारत और पाकिस्तान की एक दूसरे की
तरफ सैन्य तैनाती लगभग बराबर है। भारतीय कॉर्प्स की संख्या 9 है तो
पाकिस्तान के 8 कॉर्प्स भारत की तरफ निशाना साधे हुए हैं। भारतीय सेना में
13 लाख सैनिक हैं जबकि पाकिस्तानी सेना में 6 लाख सैनिक हैं। भारत के पास
2295 टैंक हैं तो पाकिस्तान के पास नए पुराने मिलाकर 3620 टैंक हैं। भारत
के पास 600 फाइटर प्लेन हैं तो पाकिस्तान के पास भी 400 लड़ाकू विमान हैं।
हालांकि जानकारों का मानना है कि सैन्य बल से ज्यादा असर इस बात का होता है
कि बेहतर रणनीति कौन बनाता है।
दरअसल कॉर्प्स की तैनाती के साथ-साथ अहम बात
ये होती है कि हमला करने के लिए स्ट्राइक फॉरमेशन की क्षमता किसके पास है।
जानकारों के मुताबिक इस मामले में भारत का पलड़ा थोड़ा भारी है। अपने
आर्मर्ड डिविजन के इर्द गिर्द भारत तीन स्ट्राइक फॉर्मेशन कर सकता है जबकि
पाकिस्तान दो। भारत के साथ लगने वाली अंतर्राष्ट्रीय सीमा काफी लंबी चौड़ी
है जबकि पाकिस्तानी सेना की तैनाती ज्यादातर भारत की ओर ही है। ऐसे में
दोनों देशों की थल सेना में ज्यादा अंतर नजर नहीं आता। लेकिन भारत की वायु
क्षमता पाकिस्तान के मुकाबले कहीं बेहतर दिखती है।
भारत के पास पाकिस्तान से सटे 12 एयर बेस
हैं जहां मिग, जगुआर, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमान तैनात हैं। इसके
मुकाबले पाकिस्तानी वायुसेना के पास 7 एयरबेस हैं जहां मिराज, जेएफ और एफ
16 जैसे लड़ाकू विमानों की तैनाती है।
हालांकि
आधुनिक अवॉक्स एयरक्राफ्ट के मामले में पाकिस्तान ने भारत को पीछे छोड़
दिया है। आधुनिक युद्ध में इन विमानों का इस्तेमाल बेहद अहम होता है। ये
विमान रडार युक्त होते हैं जो दुश्मन देश के प्लेन, पानी के जहाज और मिसाइल
की जानकारी दे सकते हैं। भारत के पास फिलहाल सिर्फ 3 अवॉक्स एयरक्राफ्ट
हैं, जबकि पाकिस्तान ने 9 विमानों का जखीरा तैयार कर लिया है। पाकिस्तान ने
पिछले कुछ सालों में अत्याधुनिक हथियार और परमाणु शक्ति हासिल कर ली है।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के पास 90 से 100 न्यूक्लियर वॉरहेड्स हैं जो
भारत के मुकाबले कहीं ज्यादा हैं। वहीं मिसाइल शक्ति में भी पाकिस्तान ने
भारत की बराबरी कर ली है।
भारतीय
नेवी पाकिस्तान के मुकाबले जरूर मजबूत है। लेकिन जानकारों की मानें तो
भारत और पाकिस्तान के बीच अहम भूमिका आर्मी और वायुसेना की है। 1971 की
लड़ाई के बाद पाकिस्तान ने रक्षा बजट में जबर्दस्त बढ़ोतरी की है। जानकारों
की मानें तो ये भारत के लिए चिंता की बात है।
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