Thursday, January 24, 2013

मुंबई पुलिस का यू टर्न, अब प्रेमी जोड़ों की ‘रक्षा’ करेगी!

अपराध रोकने के नाम पर प्रेमी जोड़ों पर शिकंजा कसने का तालिबानी फरमान देने वाली मुंबई पुलिस ने अब अपना फैसला बदल लिया है। पहले अपने सर्कुलर में मुंबई पुलिस ने एकांत में बैठने वाले प्रेमी जोड़ों पर कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन चौतरफा आलोचना होने के बाद उसको अपना फैसला बदलना पड़ा है।
मुंबई पुलिस ने अपने आदेश में कहा था कि प्रेमी जोड़े समंदर किनारे से दूर रहें। वो समंदर किनारे सुनसान जगह में बैठने से परहेज करें। मुंबई पुलिस ने इसके लिए दलील ये दी कि सुनसान जगहों पर प्रेमी जोड़े किसी वारदात के शिकार हो सकते हैं। उनके साथ छेड़खानी, बलात्कार जैसी घटना हो सकती है।
लेकिन मुबंई पुलिस का ये फरमान लोगों को रास नहीं आया। 14 जनवरी को जारी हुए सर्कुलर को लेकर अपनी किरकिरी देख आखिरकार मुंबई पुलिस की नींद टूटी और उसने अब सर्कुलर में थोड़ी तब्दीली की है। नए सर्कुलर के मुताबिक प्रेमी जोड़ों को उनकी जगह से नहीं हटाया जाएगा। बल्कि अब उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी जो प्रेमी जोड़ों को परेशान करेंगे।
सवाल ये है कि आखिर मुंबई पुलिस को इस तरह के बेतुके फरमान जारी करने की जरूरत क्यों आ पड़ी? इसका जवाब पुलिस के सर्कुलर में ही दिया गया। दरअसल, मुंबई पुलिस को लगता है कि अगर दिल्ली में सरेआम एक लड़की से गैंगरेप होने जैसी वारदात मुंबई में हुई तो क्या होगा? अगर दिल्ली जैसा जनाक्रोश मुंबई में भी भड़का तो पुलिस उससे कैसे निपटेगी?
 

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