दिल्ली गैंगरेप कांड के बाद महिला
कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर आईटी सेक्टर ने सख्त गाइडलाइंस जारी की
हैं। नेशनल असोसिएशन ऑफ OF सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कम्पनिज ने ऐलान किया है
कि दिल्ली-एनसीआर में महिला कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। नासकॉम
फरवरी महीने को महिला सुरक्षा महीने के तौर मनाने वाला है।
दिल्ली-एनसीआर
के आईटी सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए
नासकॉम ने हर साल फरवरी महीने को महिला सुरक्षा के नाम करने का एलान किया
है। महिलाओं को जागरुक किया जाएगा और सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
वर्कशॉप के जरिए सेफ्टी टिप्स और सड़कों पर होने वाले खतरों की जानकारी भी
दी जाएगी।
महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के
साथ समाज की भी है, लेकिन एक दूसरे का सहयोग इसके लिए बेहद जरूरी है। इस
पहल की अहम कोशिश पुलिस को साथ जोड़ने की भी है। कंपनी की गाड़ियों और बाहर
से ली गई गाड़ियों के ड्राइवरों और सभी गार्ड की जांच पुलिस से कराई
जाएगी। ज्यादा इस्तेमाल होने वाले रास्तों को पुलिस की मदद से सुरक्षित
बनाने की कोशिश भी होगी।
कंपनियों
में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पहले से ही कई नियम बने हुए हैं। अदालत ने
गाइडलाइंस भी जारी किया हुआ है जैसे दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगे होने
चाहिए। दफ्तर की सभी गाड़ियों में जीपीएस लगा होना चाहिए। रात में महिलाओं
को घर छोड़ते वक्त कैब में गार्ड का होना जरूरी है। महिला स्टाफ को घर तक
छोड़ना जरूरी है।
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