Friday, June 14, 2013

तेलंगाना मार्च पर घमासान, 'वार जोन' में तब्दील हैदराबाद

हैदराबाद शुक्रवार को किसी युद्ध स्थल जैसा दिखाई दे रहा है। पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर तेलंगाना संयुक्त कार्य समिति (जेएसी) के 'चलो विधानसभा' मार्च के मद्देनजर पुलिस ने राज्य विधानसभा को जाने वाले सभी मार्गो की घेराबंदी की है। जेएसी जहां निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए मार्च निकालने पर आमादा है। वहीं पुलिस ने विधानसभा के चारों ओर सुरक्षा का कड़ा प्रबंध किया है और तेलंगाना के अन्य हिस्सों से प्रदर्शनकारियों के हैदराबाद में प्रवेश को रोकने के लिए शहर के सभी प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
पुलिस ने विधानसभा के आसपास के दो किलोमीटर परिधि के क्षेत्र में पांच फ्लाईओवर और कई सड़कें बंद कर दी हैं इससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। 'जय तेलंगाना' के नारे लगाते छात्रों के एक समूह ने शुक्रवार सुबह विधानसभा इमारत की ओर बढ़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सुरक्षा व्यवस्था के तहत केंद्रीय अर्धसैनिक बल व पुलिस के तकरीबन 15,000 जवानों को तैनात किया गया है। सशस्त्र सुरक्षा बल रातभर सुरक्षा-व्यवस्था पर नजर रखे रहे।
तेलंगाना मार्च पर घमासान, 'वार जोन' में तब्दील हैदराबाद
शुक्रवार सुबह केवल विधायकों, अधिकारियों व मीडियकर्मियों को ही विधानसभा की ओर जाने की अनुमति दी गई। विधानसभा के आसपास की अक्सर व्यस्त रहने वाली सड़कें आज सुनसान हैं। वहां हर कहीं पुलिसकर्मी हैं जो वाहनों की आवाजाही की दिशाएं बता रहे हैं। पुलिस ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कार्यालय से 30 नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में एक पार्टी नेता घायल भी हुआ।
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने बताया कि शुक्रवार तड़के से अब तक 60 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस ने हिंसा की आशंका से मार्च को इजाजत नहीं दी थी। खुफिया रिपोर्टों से यह खुलासा भी हुआ था कि मार्च में नक्सली भी शामिल हो सकते हैं। जेएसी ने लोगों से विधानसभा से करीब तीन किलोमीटर दूर इंदिरा पार्क में इकट्ठे होने के लिए कहा था। वैसे वहां लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) विधायक हरीश राव ने कहा कि मार्च किसी भी कीमत पर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा क् ये सुरक्षा व्यवस्थाएं और हमारे सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी बताती है कि पृथक राज्य के लिए जनता बहुत संवेदनशील है। यह हमारे विरोध-प्रदर्शन की सफलता का प्रमाण है। टीआरएस, भाकपा, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कई अन्य राजनीतिक दल और गैर राजनीतिक संगठन जेएसी का हिस्सा हैं और पृथक तेलंगाना की मांग कर रहे हैं।
इस बीच तेलंगाना के अन्य हिस्सों से हैदराबाद की ओर आने वाली रेलगाड़ियां या तो रद्द कर दी गई हैं या उनका मार्ग बदल दिया गया है। अधिकारियों ने हैदराबाद आने वाली बसों के मार्ग भी बदल दिए हैं। छात्रों को रैली निकालने से रोकने के लिए पुलिस ने उस्मानिया विश्वविद्यालय परिसर को सील कर दिया है।

No comments:

Post a Comment