कोयला घोटाले में सीबीआई ने 12वीं एफआईआर
दर्ज की है। इस एफआईआर में उद्योगपति और सांसद नवीन जिंदल का भी नाम है।
इनके अलावा पूर्व मंत्री दसारी नारायण राव और कोयला मंत्रालय की स्क्रीनिंग
कमेटी के एक सदस्य का भी एफआईआर में नाम दर्ज है।
ये
एफआईआर चार कंपनियों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। इनके नाम हैं - जिंदल
स्टील एंड पावर, गगन स्पॉन्ज, जिंदली रियलिटी और न्यू डेल्ही एक्जिम। इसके
अलावा इस मामले में सीबीआई 15 जगहों पर छापे भी मार रही है। हैदराबाद में
पूर्व मंत्री दसारी नारायण राव के घर पर और दिल्ली में नवीन जिंदल के
ठिकाने पर छापे मारे गए हैं।
उधऱ,
भारतीय जनता पार्टी ने कोयला मामले मे कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल और पूर्व
कोयला राज्य मंत्री दासरि नारायण राव को सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए जाने को
इस बात का सबूत बताया कि कांग्रेस ने कोयला आवंटन मे खुली लूट की है।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सीबीआई की एफआईआर में कांग्रेस
सांसद और तत्कालीन कोयला राज्य मंत्री को आरोपी बनाये जाने से सिद्ध हो गया
है कि कांग्रेस ने खुली लूट की है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले के लिए सीधे
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जिम्मेदार हैं।
जावड़ेकर
ने कहा कि हमने देखा है कि सरकार ने किस प्रकार से अश्विनी कुमार के चैंबर
में कोयला मंत्रालय का प्रभार देख रहे प्रधानमंत्री को बचाने के लिए
सीबीआई की रिपोर्ट में तब्दीली की गई थी। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह
कोयला घोटाले से जुड़ी सभी फाइलें सीबीआई को सौंपे और सीबीआई पूर्व कोयला
सचिव की भूमिका की भी जांच करे।
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