लोगों के लिए बुरी खबर है कि पेट्रोल में आग
पहले ही लग चुकी थी अब डीजल भी महंगी होने वाली है। आज कैबिनेट बैठक में
डीजल की कीमतें बढ़ाने पर फैसला हो सकता है। इसके साथ ही रसोई गैस और
केरोसीन के दामों में बढ़ोत्तरी का फैसला भी किया जा सकता है यानि आप कुछ
भी कर लें, इस बार महंगाई आम जनता की कमर तोड़-कर ही मानेगी।
सूत्रों
के मुताबिक डीजल के दाम करीब 4 रुपये 50 पैसे तक बढ़ाये जा सकते हैं। डीजल
की कीमत बढ़ी तो ट्रांसपोर्ट महंगा होगा, ट्रांसपोर्ट महंगा होते ही
सब्जी, फल से लेकर किचन की सारी चीजें महंगी हो जाएंगी। डीजल के साथ-साथ
रसोई गैस के दामों में भी आग लगने वाली है। सूत्रों की माने तो अब सब्सिडी
वाला सिलेंडर भी महंगा हो सकता है। खबर है कि सब्सिडी वाले सिलेंडर 120
रुपये महंगे हो सकते हैं यानी दिल्ली में सब्सिडी वाला जो सिलेंडर 400
रुपये का है, बढ़ोत्तरी के बाद वो सिलेंडर 520 रुपये का हो जाएगा। साथ ही
सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या 6 से बढ़ाकर 9 की जा सकती है।
दरअसल एलपीजी की सब्सिडी डीजल की सब्सिडी के
मुकाबले काफी कम है। डीजल की सब्सिडी 96,000 करोड़ रुपये है, जबकि एलपीजी
पर सब्सिडी बोझ 9,000 करोड़ रुपये का है सूत्रों के मुताबिक दो रुपये तक
केरोसीन की कीमतें बढ़ सकती है। केलकर समिति की सिफारिशों के मुताबिक
पेट्रोलियम मंत्रालय डीजल, घरेलू रसोई गैस और मिट्टी तेल के दामों में
बढ़ोत्तरी करना चाहता है। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि
केलकर समिति के सुझावों पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। जानकारों का
कहना है कि सरकार के लिए अभी माकूल समय है नहीं तो बाद में चुनावी मौसम में
सरकार के लिए ऐसा करना संभव नहीं होगा।
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