फर्जी
शंकराचार्यों की तरह ही विवादित संतों के कुंभ मेले में प्रवेश पर रोक
लगाने का मुद्दा गर्माता जा रहा है। सूत्र के अनुसार पता चला है कि निर्मल
बाबा, राधे मां, आसाराम बापू समेत कुछ विवादित संतों का कुंभ के मेले में
आने पर रोक लग सकती है।
इस मुद्दे पर सबकी राय अलग-अलग है। कई संस्थाओं ने उन्हें मेले में प्रवेश पर रोक लगाने की ठानी है तो कई उनके सामान्य श्रद्धालु के रूप में आने को अनुचित नहीं मानते।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बातचीत में कहा कि जूना अखाड़े के सचिव श्रीमहंत हरिगिरि ने राधे मां को लेकर चल रहे विवाद को शांत करने के लिए जूना के महामंडलेश्वरों की सूची में राधे मां का नाम शामिल नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा अगर राधे मां मेले में आई तो उसका विरोध भी नहीं किया जाएगा।
दूसरी तरफ संन्यासी परिषद के महामंत्री और मठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि समाज को बदनाम करने वाले संत को भी मेले में नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आसाराम बापू समाज के नाम पर कलंक है। ऐसे संत को मेले में आने पर रोक लगाई गई है।
इस मुद्दे पर सबकी राय अलग-अलग है। कई संस्थाओं ने उन्हें मेले में प्रवेश पर रोक लगाने की ठानी है तो कई उनके सामान्य श्रद्धालु के रूप में आने को अनुचित नहीं मानते।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बातचीत में कहा कि जूना अखाड़े के सचिव श्रीमहंत हरिगिरि ने राधे मां को लेकर चल रहे विवाद को शांत करने के लिए जूना के महामंडलेश्वरों की सूची में राधे मां का नाम शामिल नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा अगर राधे मां मेले में आई तो उसका विरोध भी नहीं किया जाएगा।
दूसरी तरफ संन्यासी परिषद के महामंत्री और मठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि समाज को बदनाम करने वाले संत को भी मेले में नहीं आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आसाराम बापू समाज के नाम पर कलंक है। ऐसे संत को मेले में आने पर रोक लगाई गई है।
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