महिलाओं को लक्ष्मण रेखा न लांघने की नसीहत
देने वाले मध्यप्रदेश के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश
विजयवर्गीय को कांग्रेस नेता राशिद मसूद ने करारा जवाब दिया है। मसूद ने
कहा कि सीता ने लक्ष्मण रेखा लांघकर कोई गलती नहीं की थी। उन्होंने तो
दरवाजे पर खड़े भूखे फकीर को खाना देने के लिए ऐसा किया था। लगाम सीता पर
नहीं बल्कि रावणों पर लगाए जाने की जरूरत है।
राशिद
मसूद ने कहा कि मैं कैलाश विजयवर्गीय के भाषण का मतलब नहीं समझा क्योंकि
सीता ने एक बहुत ही अच्छे उद्देश्य के लिए लक्ष्मण रेखा लांघी थी। गलती
किसी भी तरह से उनकी नहीं थी। मसूद ने कहा कि अगर राजनीतिक दल रेप के केसों
पर कोई एक्शन नहीं ले सकते तो कम से कम उनकी निंदा तो कर ही सकते हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर मसूद
ने कहा कि भारत और इंडिया अलग-अलग नहीं है। गांवों में भी ऐसी
दुर्भाग्यपूर्ण वारदात होती रही हैं। समझ नहीं आता कि आखिर ये कैसी
बयानबाजी हो रही है।
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