नई दिल्ली। नियंत्रण रेखा पर तनाव को
लेकर पाकिस्तान ने नई चाल चली है। वो लगातार कोशिश कर रहा है कि इस मामले
को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया जाए। इसी कोशिश में पाकिस्तान के गृह सचिव
ने बयान दिया है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कोई तीसरा पक्ष ही कर सकता
है। इस तरीके से दुनिया के सामने पाकिस्तान खुद को पाक साफ दिखाना चाहता
है, जबकि हकीकत ये है कि सीमा पार से लगातार उकसावे की कार्रवाई हो रही है।
पहले पाकिस्तान ने भारत के दो बहादुर
सैनिकों के साथ बर्बरता की। तमाम नियमों को धता बताते हुए उनके सिर कलम कर
दिए। भारत के तल्ख विरोध के बावजूद उसकी फायरिंग लगातार जारी रही और अब
पाकिस्तान ने इस विवाद के लिए भारत को जिम्मेदार बताते हुए पूरे मुद्दे का
अंतरराष्ट्रीयकरण की कोशिश तेज कर दी है। पाकिस्तान के विदेश सचिव जलील
अब्बास जिलानी ने कहा है कि किसी तीसरे पक्ष की जांच के बाद ही सच सामने
आएगा।
पाक विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी
ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को भी इस मसले की पूरी जानकारी दी गई है।
जाहिर है ऐसा करके पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने खुद को पाक साफ साबित
करने में जुटा है, जबकि इससे पहले भारत ने साफ कर दिया था कि वो इस मसले को
द्विपक्षीय स्तर पर हल करेंगे, लेकिन पाकिस्तान चाहता है कि इसी बहाने वो
कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाए।
साफ है पाकिस्तान ऐसी बातें करके अपनी करतूतों को ढकने की कोशिश कर रहा है।
सीमा पर दोनों तरफ से लगातार फायरिंग जारी है। शुक्रवार को भी पुंछ के
सोनागली से लेकर कृष्णाघाटी तक आठ भारतीय पोस्टों पर पाकिस्तान की तरफ से
फायरिंग की गई। गुरुवार को सीमा पर अपने सैनिक की मौत से पाकिस्तान बौखलाया
हुआ है। शुक्रवार को उसने अपने सैनिक की मौत का विरोध दर्ज कराने के लिए
इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त शरत सब्बरवाल को तलब किया।
पाकिस्तान ने उनसे कड़े शब्दों में भारतीय फायरिंग पर ऐतराज जताया।
भारतीय
उच्चायुक्त शरत सब्बरवाल के मुताबिक उन्होंने जिलानी के सामने साफ कर दिया
है कि पाकिस्तान की ओर से जारी उकसावे की कार्रवाई का भारत सधे अंदाज में
जवाब दे रहा है। इधर भारत पाकिस्तान की हर हरकत पर पैनी नजर बनाए हुए है।
इस संबंध में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार प्रधानमंत्री को हर कदम की जानकारी
दे रहे हैं और फिलहाल भारत अतिरिक्त चौकसी बरत रहा है।
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