Wednesday, January 16, 2013

मोबाइल टॉवर रेडिएशन से बढ़ा कैंसर का खतरा

मुंबई की चमकती दमकती जिंदगी पर एक बार फिर खतरा मंडरा रहा है। ये खतरा है मोबाइल फोन के टावरों से निकलने वाले रेडिएशन का। वैज्ञानिकों की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में रेडिएशन का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसकी वजह से कैंसर और इसके जैसी कई गंभीर बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। वहीं इस रिपोर्ट पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी संज्ञान ले लिया है।
हाल ही में मोबाइल टावरों से निकलने वाले रेडिएशन और उससे होनेवाली बीमारियों के खतरे को समझने के लिए बनाए गए वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की टीम ने एक रिपोर्ट तैयार की। 29 वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने रेडिएशन पर रिसर्च के बाद ये पता लगाया है कि शहर में रेडिएशन का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
रेडिएशन एक्सपर्ट डॉ. नेहा कुमार के मुताबिक रेडिएशन से स्लीपिंग डिसऑर्डर, फर्टलिटी डिसऑर्डर, माइग्रेन और कैंसर जैसी बिमारियां होती हैं। इस रिपोर्ट में तो खासतौर से ये भी कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बूढों को रेडिेएशन से ज्यादा खतरा है। 
 दरअसल मोबाइल टावर से निकलते खतरे को देखते हुए 29 वैज्ञानिकों की टीम बनाई गई थी। इनका काम इस बात की जांच करना था कि मोबाइल टावर से निकलने वाले रेडिएशन का असर देश में कहां-कहां ज्यादा पड़ रहा है। इस टीम ने अपनी जांच में पाया कि मुंबई में रेडिएशन का स्तर काफी बढ़ चुका है। जो लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं वो घातक बीमारियों के शिकार होते जा रहे हैं। लोग कैंसर, नपुंसकता, नींद न आने जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। दूसरी तरफ मुंबई में मोबाइल टावरों की तादाद काफी तेजी से बढ़ी है।
मुंबई में साल 2010 में मोबाइल टावरों की संख्या 5000 थी, लेकिन साल 2013 तक इन टावरों की संख्या 10 हजार हो गई है। साल 2010 के मुकाबले रेडिएशन लेवल भी 33 फीसदी बढ़ा है। पेडर रोड, अंधेरी, पवई, बांद्रा, घाटकोपर, चेंबूर, बोरीवली और कांदिवली रेडिएशन से ज्यादा प्रभावित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर मोबाइल टावर रिहायशी इलाकों के पास हैं। इसी वजह से लोग रेडिएशन के सीधे संपर्क में आ रहे हैं।
डॉ. नेहा कुमार के मुताबिक हर बिल्डिंग में मोबाइल टॉवर लगे हैं वो भी 20 एंटीना एक साथ। जानकारों के मुताबिक खतरा काफी बड़ा है। इससे निपटने के लिए अब सख्त कदम उठाना जरूरी है। वरना रेडिएशन वक्त के साथ और बढ़ेगा।

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