Sunday, January 6, 2013

शीत लहर की चपेट में उत्तर भारत, दिल्ली का पारा 1 डिग्री

दिल्ली में सर्दी का सितम बढ़ता जा रहा है। आज सुबह पांच बजे दिल्ली का न्यूनतम तापमान एक डिग्री पहुंच गया, जो कि सामान्य तापमान से छह डिग्री कम है। राजधानी में इस सीजन का ये अब तक का सबसे कम तापमान है। इससे पहले रविवार को राजधानी का पारा 1.9 डिग्री तक जा गिरा था। हाड़ कंपाती ठंड के चलते दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोग घरों में कैद हो गए हैं।
आपको बता दें कि जनवरी 2006 में राजधानी का न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री तक जा पहुंचा था। जबकि दिल्ली में अब तक का न्यूनतम तापमान माइनस 0.6 डिग्री तक गिरा है। ये रिकॉर्ड न्यूनतम तापमान 77 साल पहले 10 जनवरी 1935 को दर्ज किया गया था। फिलहाल इस वक्त पूरा उत्तर भारत शीत लहर की चपेट में है। पिछले 24 घंटों में ठंड की वजह से 23 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले यूपी की बात करें तो यहां ठंड से 15 लोगों की मौत हुई है। यूपी में ठंड से मौत का आंकड़ा 155 तक पहुंच गया है। इसके अलावा कोहरे के चलते सड़क, रेल और हवाई यातायात पर असर पड़ रहा है। कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल ही हैं। 
दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। खराब मौसम की वजह से दर्जनों ट्रेनें रद्द हैं। इससे पहले रविवार सुबह आठ बजे दिल्ली का पारा 1.9 डिग्री तक लुढ़क गया था तो वहीं, हरियाणा में पारा कुछ जगहों पर शून्य से नीचे चला गया। पारे में रिकॉर्ड गिरावट के चलते पूरा उत्तर भारत सर्दी से कांप रहा है, हालांकि मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में लोगों को ठंड से राहत मिलेगी।
ठंड से सबसे बुरा हाल उत्तर प्रदेश का है। यूपी में पारे पर नजर डालें तो मुजफ्फरनगर 0.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा रहा, आगरा में 1.1 डिग्री तो लखनऊ में पारा 1.8 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया।
हरियाणा के हिसार में तो पारा शून्य से नीचे चला गया है। हिसार में न्यूनतम तापमान माइनस -1 डिग्री तक लुढ़क गया, राजस्थान के माउंट आबू में भी पारा माइनस -1 डिग्री पहुंच गया तो पंजाब में भी पारा 4 से 8 डिग्री तक सामान्य से कम रह रहा है। कश्मीर की बात करें तो डल झील में बर्फ की चादर जबरदस्त ठंड की वजह से और मोटी होती जा रही है। श्रीनगर में न्यूनतम पारा गिरकर माइनस 5.4 डिग्री तक पहुंच गया है। पहलगाम में पारा माइनस -7.0 डिग्री दर्ज किया गया तो गुलमर्ग में पारा लुढ़क कर माइनस -9.7 तक चला गया।


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