लंबी दूरी तक मार करने वाली एक क्रूज
मिसाइल का परीक्षण उस समय बीच में समाप्त कर दिया गया, जब वह निर्धारित
मार्ग से भटक गई। इसे अमेरिकी प्रक्षेपास्त्र टॉमहाक की बराबरी का बताया जा
रहा है। उधर रक्षा विज्ञानियों ने दावा किया है कि प्रक्षेपास्त्र ने अपने
मिशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। ध्वनि से कम गति वाले इस
प्रक्षेपास्त्र को मंगलवार सुबह 11.50 बजे यहां से 230 किलोमीटर दूर
बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से छोड़ा गया।
इस
प्रक्षेपास्त्र को विकासित करने वाले रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
(डीआरडीओ) के प्रवक्ता रवि कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रक्षेपास्त्र ने मिशन
के मूल उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। लगभग आधी दूरी तय करने के बाद
प्रक्षेपास्त्र के पूर्व निर्धारित मार्ग में अड़चन दिखी। इसके बाद तटीय
सुरक्षा सुनिश्चित कराने के मद्देनजर प्रक्षेपास्त्र की आगे की उड़ान रद्द
कर दी गई।
परीक्षण
केंद्र के निदेशक एमवीकेवी प्रसाद ने कहा कि यह परीक्षण प्रक्षेपास्त्र
प्रणाली की जांच के लिए किया गया था। परीक्षण से प्राप्त परिणामों के आधार
पर इसमें सुधार किया जा सकता है। इस प्रक्षेपास्त्र को अमेरिकी
प्रक्षेपास्त्र टॉमहाक की बराबरी का बताया जा रहा है। टॉमहाक किसी हवाई
जहाज की तरह उड़ान भर सकता है और 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम
है।
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