देश की सरकार पर मंडरा रहे सबसे बड़े
संकट के बीच उसके तीन मंत्रियों ने देश को भरोसा दिलाया है कि उसके पास
बहुमत है यानी सरकार के बने रहने पर कोई खतरा नहीं है। उधर कल से लेकर अब
तक के बीच समाजवादी पार्टी के स्टैंड में बड़ा बदलाव आया है। समाजवादी
पार्टी ने अपना पैंतरा बदल दिया है और अब समर्थन पर वो गोलमोल जवाब दे रही
है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव बेनी प्रसाद वर्मा के इस्तीफे पर अड़े
हैं। सरकार के लिए राहत की बात ये है कि मायावती कांग्रेस के साथ हैं।
इस
बीच एनसीपी ने संसद में श्रीलंकाई तमिलों को लेकर प्रस्ताव लाने का विरोध
किया है। वहीं सरकार ने भरोसा दिया है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव में
संशोधन पर वो विचार कर रही है। इस मुद्दे पर सरकार और सहयोगियों के बीच
बातचीत जारी है। सरकार ने प्रस्ताव कड़े करने का समर्थन किया है। आज शाम तक
प्रस्ताव पर फैसला आ सकता है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम के मुताबिक उनकी
राजनीतिक पार्टियों से बातचीत जारी है और वो सहमति बनाने की कोशिश कर रहे
हैं। वित्तमंत्री चिदंबरम ने ये भी कहा है कि श्रीलंका को लेकर यूएन को
देने वाले प्रस्ताव में सरकार संशोधन लाएगी।
वहीं संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने विपक्ष
के आरोप का जवाब देते हुए कहा है कि यूपीए सरकार को कोई खतरा नहीं है और न
ही उनकी सरकार कमजोर है। हालांकि समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव
के बयान पर जवाब देने के बदले कमलनाथ ने चुप्पी साध ली। आईबीएन7 से सुबह
ही एक खास बातचीत के दौरान समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कांग्रेस
पर गठबंधन धर्म न निभाने के आरोप के साथ प्रधानमंत्री पर भी सवाल उठाए थे।
इस
बीच समाजवादी पार्टी ने संसद के दोनों सदनों में केंद्रीय इस्पात मंत्री
बेनी प्रसाद वर्मा के विवादित बयान को लेकर जमकर हंगामा किया है। वर्मा ने
मुलायम सिंह यादव पर आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। उधर
मुलायम के पुत्र मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार को फिलहाल
समर्थन जारी है लेकिन आखिरी फैसला मुलायम करेंगे। हालांकि उऩ्होंने ये भी
कहा कि वो लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हैं।
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