नरेंद्र मोदी की अमेरिकी सांसदों से हुई
मुलाक़ात विवादों में फंस गई है। एक अमेरिकी अख़बार के मुताबिक मोदी से
मुलाकात की एवज में सांसदों से पैसे लिए गए। कांग्रेस ने इसे सीधे-सीधे
लेन-देन का मामला क़रार दिया है। उधर, बीजेपी ने इस आरोप को कांग्रेस की
बौख़लाहट करार दिया है। शिकागो के एक अख़बार 'हाई इंडिया' ने दावा किया है
कि मोदी से मुलाक़ात के एवज में प्रति सासंद 16000 अमेरिकी डॉलर के हिसाब
से भुगतान किया गया। वैसे, अमेरिका से आए 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में तीन
ही सांसद थे। ये सभी विपक्षी रिपब्लिकल पार्टी के थे। कांग्रेस ने इस खबर
को सीधे लेन-देन का मामला करार देते हुए मोदी पर हमला बोला है।
अमेरिकी
प्रतिनिधिमंडल में शामिल आरोन शॉक ने इन आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि
वो सरकारी मंजूरी के बाद यहां आए थे। पिछले कुछ दिनों में यूरोपीय संघ सहित
कई देशों के प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से मुलाक़ात की है। इसे बीजेपी पश्चिमी
देशों में मोदी की बढ़ती स्वीकार्यता के तौर पर पेश कर रही है। दरअसल,
गुजरात दंगों से जुड़े आरोपों की वजह से मोदी को अमेरिका का वीजा नहीं
मिलता। यही नहीं, पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उनके एक
प्रस्तावित भाषण को भी रद्द कर दिया गया था। ऐसे में अमेरिकी सांसदों की
मुलाकात को लेकर मोदी खेमा खासा उत्साहित था। लेकिन ताजा खुलासे से
कांग्रेस को मोदी पर वार करने का नया मौक़ा मिल गया है।
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