मरीजों को एक नया जीवन देने वाले
डॉक्टरी के पेशे पर ब्राजील में एक बदनुमा दाग लगता नजर आ रहा है। यहां की
एक महिला डॉक्टर पर एक दो नहीं बल्कि करीब 300 मरीजों की जान लेने का आरोप
लगा है। पुलिस ने हत्या के 7 मामलों में उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर कर दी
है।
अब तक सात मरीजों की हत्या का आरोप
झेल रही डॉ. वर्जिनिया सोरेस डिसूजा की वजह से मौत के शिकार हुए लोगों की
गिनती 300 पार कर सकती है। अगर आरोप साबित होते हैं तो यह दुनिया का सबसे
बुरा सीरियल हत्याकांड हो सकता है। इससे पहले एक अंग्रेज डॉक्टर हेरॉल्ड
शिपमैन को अपने 215 मरीजों की हत्या का गुनहगार पाया गया था।
स्वास्थ्य
मंत्रालय के जांच दल के मुताबिक क्यूरिटीवा के दक्षिणी इलाके के
इवैंजेलिकल अस्पताल में आईसीयू प्रमुख के पद पर तैनात डॉ. डिसूजा और उनकी
मेडिकल टीम मरीजों को दर्दनिवारक इंजेक्शन देने के बाद उसका ऑक्सीजन मास्क
हटा देते थे। इससे दम घुटने के कारण मरीजों की मौत हो जाती थी। 56 साल की
डॉ. डिसूजा को फरवरी में पहली बार सात मरीजों की हत्या के आरोप में
गिरफ्तार किया गया था। उनकी टीम के तीन अन्य डॉक्टर, तीन नर्स और एक
फिजियोथेरेपिस्ट पर भी हत्या का केस चलाया जा रहा है।
डॉ. डिसूजा के टेप हुए फोन कॉल्स में उन्होंने कहा है कि वह आईसीयू को
दूसरे मरीजों के लिए खाली करवाना चाहती थी। आईसीयू की भीड़ उन्हें खलती थी।
फोन टेप ने मुताबिक उन्होंने अस्पताल में ना रहने पर भी फोन से मरीजों को
मारने के आदेश दिए थे। डिसूजा के वकील एलियास मट्टर असद का कहना है कि
उन्हें गलत समझा गया। डिसूजा दूसरे मरीजों की जिंदगी बचा सकने का मौका
चाहती थी। वह खुद को बेगुनाह साबित करेंगी।
डॉ.
डिसूजा के साथ ही अस्पताल के मैनेजमेंट और बाकी लोगों की भी जांच की जा
रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति डिल्मा
रौसेफ की सरकार इस बाबत गुरुवार को अगले कदम का ऐलान करेंगे।
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