1984 के सिख दंगों पर सीबीआई ने कोर्ट में
बहस के दौरान दिल्ली पुलिस की भूमिका का कच्चा चिट्ठा खोल दिया। सीबीआई ने
कोर्ट को बताया कि दिल्ली पुलिस ने दंगों की ठीक से रिपोर्ट तक नहीं लिखी,
जांच तो दूर की बात है। उलटे जिन लोगों ने दंगों के गवाह को पनाह दी उनपर
ही कार्रवाई की गई।
सज्जन
कुमार और पांच अऩ्य आरोपियों के खिलाफ फाइनल जिरह के दौरान सीबीआई ने कहा
कि दिल्ली पुलिस ने 84 के दंगों की शायद ही कोई जांच की। जो कांस्टेबल गश्त
ड्यूटी पर थे, न तो वे मौके पर पहुंचे और न ही कोई रिपोर्ट की।
सीबीआई ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मुख्य गवाह जगदीश कौर को पनाह दी, उसे
ही दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के वकील ने कहा कि
प्रत्यक्षदर्शियों से कोई पूछताछ तक नहीं की गई। कई घर बुरी तरह जला दिए गए
लेकिन पुलिस न मौके पर पहुंची, न कोई रिपोर्ट लिखी। पांच लोग जिंदा जला
दिए गए लेकिन दिल्ली पुलिस के मुख्य जांच अधिकारी कभी मौके पर नहीं पहुंचे।
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