समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह
यादव कांग्रेस पर लगातार हमलावर होते जा रहे हैं। बुधवार को जब पूरा देश
होली के रंग में मदमस्त था, तब मुलायम सिंह ने सैफई में कांग्रेस को
धोखेबाज पार्टी करार दिया। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में तीसरे मोर्चे की
सरकार बनाएंगे। 2014 के आम चुनाव में न तो कांग्रेस की सरकार बनेगी न ही
बीजेपी की। मुलायम सिंह यादव इन दिनों कांग्रेस को जीभर के कोस रहे हैं।
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की आहट तेज होती जा रही है कांग्रेस को लेकर मुलायम
का नजरिया बदलता जा रहा है।
असल
में मुलायम बीते 9 साल से यूपीए के साथ हैं। परमाणु करार के मुद्दे पर
लेफ्ट ने यूपीए एक से समर्थन वापस ले लिया था, तब मुलायम सिंह ही मनमोहन
सरकार के तारनहार बने थे। जानकारों की मानें तो यह मुलायम सिहं का पैंतरा
नजदीक आते आम चुनाव के मद्देनजर है। फिलहाल भले ही केंद्र में कांग्रेस के
साथ हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में वो कांग्रेस के खिलाफ ही
चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में मुलायम सिंह लोगों के बीच दिखाना चाहते हैं कि
उनकी पार्टी भले केंद्र में कांग्रेस का समर्थन कर रही है लेकिन कई मुद्दों
पर विरोध है। भले ही मुलायम की भाषा कांग्रेस के प्रति तल्ख हो रही है,लेकिन वो यूपीए दो से समर्थन वापसी पर सख्त फैसला लेने से बच रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुलायम पहले ही चोट कर
चुके हैं। लेकिन बार-बार ऐसा कह वो कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ना नहीं
चाहते। इसलिए अखिलेश राज को मोदी और नीतीश राज से बेहतर बताने से भी वो
नहीं चूकते। मुलायम के मुताबिक अखिलेश ने विद्याधन, लैपटॉप, बेरोजगारी
भत्ता और अन्य विकास योजनाओं में बेहतर काम किया। कार्यकर्ताओं में जोश
भरने के लिए वो गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के
मुख्यमंत्री नीतीश की कामयाबी को मीडिया के प्रचार और कार्यकर्ताओं की
निष्ठा से जोड़ते हैं।
मुलायम
इन दिनों गैरबीजेपी और गैरकांग्रेसी सरकार बनाने की वकालत कर रहे हैं और
इसके लिए उनकी नजर क्षेत्रीय पार्टियों पर है। बुधवार को होली के मौके पर
अपने पैतृक गांव से मुलायम ने कई सियासी रंग उछालने की कोशिश की है, लेकिन
इनमें से किसी रंग से क्या उनके लिए सत्ता की सीधी राह निकलती है।
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