भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले
में इटली ने भारत को दो टूक जवाब दे दिया है। इटली ने कहा है कि भारत में
दो मछुआरों की हत्या के आरोपों का सामना कर रहे दो इतालवी नौसैनिक भारत
वापस नहीं लौटेंगे। इटली के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार को इस
बारे में सूचना दे दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि इटली ने भारत से आग्रह
किया था कि वो इस मामले का कूटनीतिक हल निकाले लेकिन भारत ने इस आग्रह का
कोई जवाब नहीं दिया।
इटली
के नौसैनिकों मास्सिमिलिआनो लाटोरे और सल्वातोरे गिरोने पर आरोप है कि
पिछले साल फरवरी में इन्होंने केरल के तट के पास दो भारतीय मछुआरों को गोली
मार दी थी। ये नौसैनिक इटली के एक जहाज पर तैनात थे ताकि उसे समुद्री
लुटेरों से बचा सकें।
हालांकि इन नौसैनिकों का कहना है कि उन्होंने हिंद महासागर में भारतीय मछुआरों को समुद्री लुटेरे समझकर उन पर गोलियां चला दी थी।
हत्या
के आरोप में गिरफ्तार हुए दोनों इतालवी नौसैनिकों को पिछले साल भारत में
हिरासत में ले लिया गया था। गौरतलब है कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने हाल में
इटली में हुए आम चुनावों में वोट डालने के लिए इन दोनों नौसैनिकों को चार
सप्ताह के लिए इटली जाने की अनुमति दी थी।
दरअसल
इटली के जहाज के सुरक्षाकर्मियों ने मछुआरों को समुद्री लुटेरे समझकर उनकी
नौका पर गोली चला दी थी, जिसमें दो मछुआरों की मौत हो गई थी। मारे गए दो
मछुआरों में से एक केरल और दूसरा तमिलनाडु से था। अलापुझा तट से 14 समुद्री
मील दूर इटली के मालवाहक जहाज 'एनरिका लेक्सी' के सुरक्षा कर्मियों ने इस
घटना को अंजाम दिया।
मामले
को गंभीरता से लेते हुए विदेश मंत्रालय ने भारत में इटली के राजदूत को तलब
किया था। घटना पर दुख जताते हुए इटली के राजदूत ने अपने जहाज के क्रू के
फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि गोली चलाने के पहले सारे अंतरराष्ट्रीय
नियमों का पालन किया गया था।
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