Sunday, March 10, 2013

राजा भैया के समर्थन में SP सांसद शैलेंद्र, बताया बेकसूर

यूपी के डीएसपी मर्डर केस में एक नया मोड़ सामने आया है। डीएसपी जिया उल हक के सरकारी आवास पर उनके साथ रहने वाले फॉलोअर ने खुलासा किया है कि वो पिछले कुछ महीनों से डरे हुए थे और और घर पर किसी से नहीं मिलते थे। फॉलोअर का कहना है कि डीएसपी हर वक्त अपना घर बंद रखा करते थे। इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद शैलेंद्र कुमार इस मामले में आरोपी राजा भैया के पक्ष में खुलकर आ गए हैं। उनका कहना है कि राजा भैया बेकसूर हैं। लखनऊ में बैठकर कोई नहीं देख सकता की कोई घटना कहां हुई, कौन कौन था?
क्या डीएसपी जिया उल हक को किसी से खतरा था? क्या किसी ने उन्हें धमकी दी थी?
डीएसपी हर वक्त अपना कमरा बंद क्यों रखते थे? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि डीएसपी जिया उल हक के साथ रहने वाले फॉलोअर हरिश्चंद्र पाल का कहना है कि बीते 3 महीनों से वो बेहद परेशान थे। हरीश का कहना है कि डीएसपी हमेशा अपने सरकारी आवास का दरवाजा बंद रखते थे। हरिश्चंद्र के मुताबिक जब वो घर से बाहर जाता था तो घर में होने के बावजूद डीएसपी बाहर से ताला लगवा लेते थे।  
इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद शैलेंद्र कुमार डीएसपी मर्डर केस के आरोपी राजा भैया के बचाव में उतर आए हैं। शैलेंद्र कुमार ने सीबीआई जांच पूरी होने से पहले ही राजा भैया को बेकसूर बताते हुए क्लीन चिट दे दी है। शैलेंद्र कुमार का कहना है कि डीएसपी की पत्नी परवीन आजाद दूसरे लोगों की सिखाई बातें बोल रही हैं। मुझे सीबीआई पर विस्वास है राजा भैया ने ही मांग किया था की इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और अगर सीबीआई से जांच हो तो और अच्छा बलिपुर का परिवार सी ओ साहब का भी परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था उन्होंने सीबीआई जांच की मांग विधानसभा में उठाई थी। रहा सवाल डीएसपी के पत्नी के वर्जन का मैंने देखा उनको कई वर्जन उन्होंने बदले हैं, उनको कहीं से फीड बैक दिया जा रहा है नहीं तो लखनऊ में बैठकर कोई नहीं देख सकता की कोई घटना कहां हुई। कौन कौन था? ये तो पूरे तरीके से उनसे समझा बुझाकर जो कहलवाया जा रहा है।
इससे पहले भी कई नेता राजा भैया के बचाव में खुलकर बयान दे चुके हैं। शायद ये भी एक वजह है कि डीएसपी की पत्नी परवीन आजाद ने मांग की है सीबीआई टीम में शामिल अफसर लखनऊ के नहीं बल्कि दिल्ली के होने चाहिए।

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