तिहाड़ जेल में दिल्ली गैंगरेप केस के मुख्य
आरोपी राम सिंह की खुदकुशी ने जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
राम सिंह ने जेल में अपने ही पहने कपड़ों से फांसी लगाकर जान दे दी। राम
सिंह पर कड़ी नजर रखने के बावजूद उसने फांसी कैसे लगा ली।
जनवरी
से ही राम सिंह सहित सभी पांचों आरोपियों पर खुदकुशी के मद्देनजर जेल
प्रशासन कड़ी नजर रख रहा था। इन पांचों ने जेल में बाकी लोगों से बातचीत
पूरी तरह बंद कर दी थी। अधिकारियों के मुताबिक ‘सुसाइडल वॉच’ का मतलब है कि
आरोपी खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते थे। एक सीनियर अधिकारी को
इन पर कड़ी नजर रखने को कहा गया था।
अधिकारियों का कहना है कि इन पांचों को जेल
के बाकी कैदियों से किसी तरह का खतरा नहीं था। एक वरिष्ठ अधिकारी को इन पर
नजर रखने को कहा गया था। बाकी जेल वॉर्डन भी पुरी तरह अलर्ट थे। बावजूद
इसके मुख्य आरोपी राम सिंह खुदकुशी करने में कामयाब हो गया। उसने अपने पहने
हुए कपड़ों का इस्तेमाल किया। गांठ बांधी और अपने सेल में फांसी लगा ली।
तिहाड़
सेंट्रल जेल परिसर में ही कई जेल हैं और सबका एक नंबर है। आरोपी पवन,
अक्षय जेल नंबर 4 में बंद हैं। विनय और मुकेश जेल नंबर 7 में बंद हैं।
No comments:
Post a Comment