छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा
पर बस्तर क्षेत्र की जीरम घाटी में हुए नक्सली हमले के मामले में एनआईए ने
केस दर्ज कर लिया है। मामले का ट्रॉयल जिला न्यायालय में चलेगा और
इंटेलीजेंस आईजी मुकेश गुप्ता इसके नोडल अधिकारी होंगे। एनआईए की टीम ने
हमले के समय काफिले में रहे प्रदेश कांग्रेस सचिव विवेक वाजपेयी से भी
मामले की जानकारी ली और बयान भी दर्ज किया।
25
मई को बस्तर में सुकमा से लौटते समय कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के
काफिले पर नक्सलियों ने घेराबंदी कर हमला कर दिया था, इस मामले में
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी ने नक्सली हमले
की जांच शुरू कर दी है। एनआईए की टीम घटना के बाद से लगातार घटनास्थल जीरम
घाटी और आसपास के क्षेत्रों में साक्ष्य जुटाने में जुटी हुई है।
घटना
को अंजाम देने वाले नक्सलियों और संदेहियों की पहचान करने के साथ ही
षड्यंत्रकारियों का नाम सामने आने के बाद एनआईए की टीम उन्हें हिरासत में
लेकर पूछताछ करेगी। इस कार्रवाई के लिए उन्हें न्यायालयीन प्रक्रिया से भी
गुजरना पड़ेगा। एनआईए के गठन के समय से ही तय हो चुका है कि प्रदेश के लिए
एनआईए की विशेष अदालत बिलासपुर जिला कोर्ट में होगी और जिला न्यायाधीश उनके
मामलों की सुनवाई करेंगे। प्रदेश में उनके नोडल अधिकारी आईजी इंटेलीजेंस
मुकेश गुप्ता होंगे। एनआईए ने प्रदेश भर में दरभा की जीरम घाटी नक्सली कांड
के रूप में पहला मामला दर्ज किया है।
लिहाजा,
इस प्रकरण का ट्रायल जिला कोर्ट में चलेगा। इसी सिलसिले में मामले की
सुनवाई, आरोपियों की गिरफ्तारी, रिमांड लेने संबंधित आवेदन बीते दिनों जिला
कोर्ट में पेश किए गए हैं। न्यायालीयन कामकाज निपटाने के लिए एनआईए को शहर
में दफ्तर की आवश्यकता भी होगी, इसके लिए टीम ने ऑफिस के लिए जगह उपलब्ध
कराने कहा है। स्थानीय अधिकारी दफ्तर के लिए राज्य शासन से अधिकृत आदेश का
इंतजार कर रहे हैं।
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