Friday, May 10, 2013

PMO में 40 मिनट बिताये पर बोले अश्विनी,नहीं मिले PM!

तमाम कयासों के बाद भी कानून मंत्री अश्वनी कुमार और रेल मंत्री पवन बंसल का इस्तीफा अब तक नहीं हो सका है। रेलमंत्री तो गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में भी शामिल नहीं हुए। दरअसल रेलवे घूसखोरी कांड़ में सीबीआई अगले दो दिनों में रेल मंत्री पवन बंसल और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से पूछताछ कर सकती है। सीबीआई ने इस सिलसिले में गुरूवार को आईएएस और बंसल के प्राइवेट सक्रेटरी राहुल भंडारी से दोबारा घंटों पूछताछ की।
सुप्रीम कौर्ट की फटकार के बाद क्या होगा कानून मंत्री अश्विनी कुमार का? इस सवाल के बीच गुरुवार का दिन अश्विनी कुमार के लिए खासा मुश्किल रहा। सुबह साढ़े दस बजे वो अपने घर से निकले और मीडिया के सवालों का जवाब दिए बगैर निकल गए। ढाई घंटे बाद करीब सवा एक बजे कानून मंत्री अपने दफ्तर पहुंचे। लेकिन सामने एक बार फिर कैमरे देखकर उलटे पैर वापिस निकल गए। घटनाक्रम में नाटकीय मोड़ इसके बाद आया। कुछ ही मिनटों बाद अश्वनी कुमार प्रधानमंत्री कार्यलय पहुंचे। कानून मंत्री करीब 40 मिनट वहां रहे। भीतर जाते और बाहर आते आईबीएन7 के कैमरे ने उन्हें कैद किया। लेकिन इसके घंटा भर बाद अपने दफ्तर में उन्होंने मीडिया को बताया कि आज मेरी पीएम से मुलाकात नहीं हुई।
PMO में 40 मिनट बिताये पर बोले अश्विनी,नहीं मिले PM!
ऐसे में सवाल ये कि अगर मुलाकात नहीं हुई तो फिर कानून मंत्री पीएम दफ्तर क्यों गए थे? क्या वो मुलाकात का वक्त लिए बगैर ही पीएमओ चले गए थे? इन सवालों को अगर प्रधानमंत्री की अटॉर्नी जनरल जी वाहनवती की मुलाकात से जोड़ा जाए तो अश्विनी कुमार की मुश्किलों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक घंटे भर की मुलाकात में वाहनवती ने कोयला आबंटन पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई की तफ्सीली जानकारी पीएम को दी। खास बात ये कि अश्विनी कुमार तो गुरुवार शाम होने वाली केंद्रीय मंत्रिमडल की बैठक में पहुंचे लेकिन रेल घूसकांड में फंसे रेल मंत्री पवन बंसल ने कैबिनेट बैठक तक में शिरकत नहीं की। इससे उनके इस्तीफे की अटकलें भी तेज हो गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को सोनिया गांधी के अगुवाई में होने वाली कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में हालात से निपटने की रणनीति को आखिरी शक्ल दी जाएगी। अगले हफ्ते संभावित कैबिनेट फेरबदल में पवन बंसल की छुट्टी मुमकिन है लेकिन अश्विनी कुमार के विभाग में बदलाव हो सकता है। यही वजह है कि अब तक मंत्रियों का बचाव करते दिख रहे कांग्रेस प्रवक्ताओं के सुर बदल गए हैं।
उधर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ब्लॉग में सरकार की जमकर खिंचाई की। आडवाणी न लिखा कि अपने दो मंत्रियों खासकर कानून मंत्री को बचाने के लिए सरकार ने वक्त से पहले ही संसद सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया। सरकार ने अपने दोनों मंत्रियों को बचाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं बीजेपी नेता बलबीर पुंज के मुताबिक अगर सरकार इसमें रोड़े लगाती है तो हम सड़क से संसद तक प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच केंद्रीय सतर्कता आयोग यानी सीवीसी ने भी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सीवीसी ने कोयल आवंटन मामले की जांच में सरकार की दखलंदाजी पर सीबीआई से तफ्सीली रिपोर्ट तलब की है।

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