Wednesday, May 29, 2013

श्रीनिवासन और शुक्ला में भी चल रही है ‘स्पॉट फिक्सिंग’!

बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के इस्तीफे की बढ़ती मांग के बीच आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला आज दो बार मीडिया के सामने आए। शुक्ला ने ऐसा दर्शाया कि जैसे वे भी श्रीनिवासन से इस्तीफा चाहते हैं लेकिन श्रीनिवासन को ‘आउट’ करने के लिए उन्होंने जानबूझकर ऐसी ‘लूज बॉल’ फेंकी जिसपर बीसीसीआई चीफ ने तुरंत ‘फ्रंट फुट’ पर खेल दिया। कुल मिलाकर मामला श्रीनिवासन और शुक्ला के बीच ‘स्पॉट फिक्सिंग’ जैसा है।
गौरतलब है कि अपने दामाद और आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक गुरुनाथ मयप्पन की सट्टेबाजी में गिरफ्तारी के बाद एन श्रीनिवासन पर इस्तीफे का दबाव है। बोर्ड के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल खुलेआम उनके इस्तीफे की जरूरत बताई थी। एक-दो सदस्यों ने आज यही मांग दोहराई। इसके बाद सुबह राजीव शुक्ला ने उपाध्यक्ष अरुण जेटली के घर जाकर उनसे मुलाकात की।
श्रीनिवासन और शुक्ला में भी चल रही है ‘स्पॉट फिक्सिंग’!
मुलाकात के बाद राजीव शुक्ला ने मीडिया से कहा कि क्रिकेट का हित सबसे ऊपर है। जांच आयोग सारे मामले की जांच कर रहा है। जहां तक एन श्रीनिवासन का मामला है तो बोर्ड अध्यक्ष को जांच पूरी होने तक खुद को ‘असंबद्ध’ कर लेना चाहिए। बाद में यही बात शुक्ला ने अपने घर में मीडिया के सामने दोहराई। लेकिन शुक्ला सीधे-सीधे श्रीनिवासन से इस्तीफा देने की मांग करने से बचते रहे। पत्रकारों के जोर देने पर वे बिना जवाब दिए चले गए। कुल मिलाकर उनकी डिमांड श्रीनिवासन के खुद को असंबद्ध कर लेने तक ही सीमित रही।
शुक्ला के बयान के बाद खुद श्रीनिवासन मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि शुक्ला का बयान मैंने टीवी पर देखा है। शुक्ला ने जांच आयोग की जो बात कही है, वो सही है। उन्होंने मेरे इस्तीफे की मांग नहीं की है। उन्होंने मुझसे ‘असंबद्ध’ रहने को कहा है। मैं कोलकाता में ही ये बात कह चुका हूं कि मैं इस मामले की जांच से पूरी तरह ‘असंबद्ध’ रहूंगा। श्रीनिवासन ने कहा कि चूंकि मुझसे किसी ने इस्तीफा नहीं मांगा इसलिए मेरे इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।
साफ है कि बढ़ते दबाव और चुप्पी साधने के आरोपों से खुद को बचाने के लिए शुक्ला ने मीडिया के सामने चुप्पी तो तोड़ दी। उन्होंने अरुण जेटली की तरफ से भी श्रीनिवासन से ‘असंबद्ध’ होने की मांग कर डाली। लेकिन ये मांग श्रीनिवासन को हटाने के लिए नहीं बल्कि खुद को पाक-साफ दिखाने और कुछ करते दिखते की कोशिश ज्यादा नजर आ रही है, जिसमें मांगने वाला मांगता भी दिखे और देने वाले को देना भी न पड़े।
उधर, पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने राजीव शुक्ला और श्रीनिवासन के बीच चल रहे इस पूरे मामले को बिग बॉस का नाटक करार दिया है। उन्होंने कहा कि हाथी का दांत खाने के और, दिखाने के और हैं।

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