प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर
सुषमा स्वराज और मोदी के बीच रिश्ते बिगड़ते जा रहे हैं। हालात यहां तक
पहुंच गए हैं कि सुषमा मंगलवार को संसदीय बोर्ड की बैठक बीच में ही छोड़कर
चली गईं। न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर में इसका खुलासा हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक सुषमा इस बात से नाराज थीं कि बैठक में मोदी लगातार
अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
मोदी
ने बैठक में वरिष्ठ नेताओं को राय दी कि वो यूपीए की खामियों को लगातार
गिनाएं। इस पर सुषमा ने कहा कि वो यही काम कर रही हैं। उन्होंने ये भी कहा
कि बैठक से पहले वो और अरुण जेटली ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन्हीं
खामियों का जिक्र किया था। सुषमा को मोदी की सोशल मीडिया के ज्यादा
इस्तेमाल की दूसरी सलाह भी बुरी लगी क्योंकि वो पहले से ही ट्विटर पर हैं।
दरअसल,
ये सारा मामला प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी का है, सुषमा इस बात से खफा
हैं कि मोदी के नाम को लेकर पहले से हवा बनाई जा रही है। सुषमा को लगता है
कि नेता विपक्ष होने के नाते प्रधानमंत्री पद पर पहली दावेदारी उनकी बनती
है और अगर इसके अलावा अगर किसी के नाम की चर्चा हो रही हो तो वो उनके पद की
गरिमा को कम करती है।
हम
आपको बता दें कि दो दिन पहले सुषमा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेस में भी ये बात
साफ कर दी थी कि अभी पार्टी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का ऐलान
नहीं किया गया है। हालांकि IBN7 से बातचीत में सुषमा स्वराज ने मोदी से
मतभेद की खबरों को खारिज कर दिया है। सुषमा ने कहा है कि बुधवार को उनका
राष्ट्रपति से मिलने का कार्यक्रम था जिसकी वजह से वो बैठक से जल्दी चली गई
थीं।
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