मशहूर वकील और राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी
को बीजेपी ने पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने
अनुशासनहीनता के आरोप में जेठमलानी को 6 साल के लिए निष्कासित करने का
फैसला किया है। जेठमलानी अब से राज्यसभा में निर्दलीय सदस्य होंगे।
निष्कासन के बाद जेठमलानी ने पार्टी अध्यक्ष को एक चिठ्ठी लिखी है और दावा
किया है कि वो पार्टी के दागियों का पर्दाफाश कर देंगे।
पार्टी
अध्यक्ष राजनाथ सिंह की अगुवाई में हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में
ये फैसला लिया गया। जेठमलानी इन दिनों अमेरिका में हैं लिहाज़ा पार्टी ने
बाकायदा खत के जरिये उन्हें ये सूचना दी है। बीजेपी प्रवक्ता निर्मला
सीतारमन ने बताया कि पार्टी ने शो कास नोटिस नवंबर में दिया था। इस नोटिस
का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पार्टी के खिलाफ कोई काम करेगा तो
कार्रवाई होगी।
विवादों
से रामजेठमलानी का पुराना नाता रहा है। उन्होंने पूर्ति विवाद के वक्त
सार्वजनिक रूप से उस वक्त के बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगकर
पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया था कि
बीजेपी का रवैया यूपीए को लेकर नरम है। इन बयानों के चलते पार्टी ने उन्हें
पहले निलंबित कर दिया था। लेकिन निलंबन बावजूद वो लगातार बीजेपी हाईकमान
को चुनौती दे रहे थे।
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