सुकमा हत्याकांड की जांच से जुड़ी एजेंसियों
को शक है कि परिवर्तन रैली के लिए निकले नेताओं के काफिले के रूट में
आखिरी वक्त में फेरबदल किया गया था। सीआरपीएफ के सूत्रों के मुताबिक के
हवाले से एक अखबार ने इसका खुलासा किया है। सूत्रों के मुताबिक नक्सली हमले
के बाद सीआरपीएफ की टीम ने मौके का मुआयना किया था।
इस
टीम ने शुरुआती जांच में पाया है कि नेताओं के काफिले के रूट को आखिरी समय
में बदल दिया गया। CRPF की जांच टीम को लगता है कि किसी ने अंतिम समय में
नेताओं के रूट में बदलाव करवाया। हालांकि अभी तक ये नहीं साफ हो पाया है कि
किसने और कब और किस तरह रूट में बदलाव करवाया। सीआरपीएफ ने जांच में ये भी
पाया कि नेताओं की सुरक्षा को लेकर भी कई तरह की कमियां थीं।
सीआरपीएफ
के सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ पुलिस को जो रूट प्लान दिया गया था उसमें
खास रूट की पसंद को लेकर कोई जिक्र नहीं था। सूत्रों के मुताबिक शुरुआती
योजना दंतेवाड़ा के गदीरास की तरफ से जगदलपुर जाने की थी। लेकिन इसे अमल
में नहीं लाया गया। IBN7 ने पहले भी बताया था कि नेताओं के काफिले के रूट
में आखिरी वक्त में बदलाव किया गया था।
No comments:
Post a Comment