Thursday, May 23, 2013

‘नई दिल्ली बनाओ’: कृष्णानगर-पार्किंग के लिए मारा मारी!

पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर विधानसभा क्षेत्र की। कृष्णा नगर रिहायशी इलाका है इसलिए यहां कई मार्केट हैं। मार्केट होने की वजह से इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या गाड़ियों की पार्किंग की है। लेकिन हैरानी की बात ये है यहां पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। इसलिए यहां ट्रैफिक जाम सिरदर्द बन चुका है।
कृष्णा नगर का लालचौक क्वॉटर मार्केट में लंबा ट्रैफिक जाम आम बात है। लाल चौक क्वॉटर मार्केट को पूर्वी दिल्ली का मिनी कनॉट प्लेस कहा जाता है। यानी ये पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए शॉपिंग का हब है। लेकिन इसके बावजूद इस इलाके में गाड़ियों के लिए एक भी पार्किंग नहीं बनी है। कुछ साल पहले पार्किंग का एक प्रस्ताव आया भी था लेकिन उसके बाद कुछ नहीं हुआ। पार्किंग की सुविधा नहीं होने की वजह से यहां लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं। आए दिन लड़ाई-झगड़े होते हैं।
‘नई दिल्ली बनाओ’: कृष्णानगर-पार्किंग के लिए मारा मारी!
कृष्णानगर घूमने के बाद लोगों की सबसे बड़ी जो समस्या उभरकर सामने आई वो है पार्किंग। एरिया के 4 बार से विधायक डॉ हर्षवर्धन भी इस समस्या से इंकार नहीं कर रहे हैं, और जल्द ही पार्किंग बनाने की बात कर रहे हैं। कृष्णानगर के लोग अपने विधायक से खासे नाराज नजर आते हैं। बीस साल से इस इलाके के विधायक और बीजेपी नेता हर्षवर्धन लोगों को पार्किंग की समस्या से निजात नहीं दिलवा सके।



सिर्फ पार्किंग ही नहीं गलियों की सड़कें नीचे धंस रही हैं जिसकी वजह से बारिश के दौरान ये इलाका तालाब बन जाता है और पानी घरों में घुस जाता है। आईबीएन7 ने इलाके की सड़कों की बदहाली का जायजा लिया। रानी गार्डेन के वाल्मीकी रोड को देखकर कहीं से भी नहीं लगता कि ये दिल्ली की सड़क है। गड्ढों में तब्दील हो चुकी है ये सड़क आए दिन हादसों को दावत देती है।
बलदेव पार्क में लाखों रुपये की लागत से बना राजधानी का पहला म्यूजिकल फव्वारा अब नेशड़ियों का अड्डा बन गया है। इसी तरह परवाना रोड पर टाइटेनिक का शोपीस लोगों के आकर्षण का केंद्र था। लेकिन अब ये कूड़े की ढेर में दब गया है और नेताओं की होर्डिंग लगाने के काम आ रहा है। इन सब के अलावा दिल्ली के दूसरे इलाकों की तरह यहां भी पीने के पानी की समस्या है।

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