अब एक नया वायरस सामने आया है, जो लोगों की जान ले रहा है. सार्स नाम के इस वायरस को एक सप्ताह पहले पता चले सेक्स सुपरबग से भी खतरनाक बताया जा रहा है.
फ्रांस और सऊदी अरब में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिन्ड्रोम (सार्स, Sars) जैसे वायरस की पुष्टि होने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गहरी चिंता जताई है. फ्रांस ने पुष्टि की कि इंसान से इंसान में संक्रमण फैलाने वाले सार्स वायरस जैसा एक जीवाणु मिला है.
उल्लेखनीय है 'सेक्स सुपरबग' एड्स से भी ज्यादा जानलेवा है और उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस से इसकी रोकथाम के लिए 54 मिलियन डॉलर की राशि की मांग की है, ताकि इसकी दवा की खोज की जा सके.
नैचुरोपैथिक मेडिसन के डॉक्टर एलन क्रिस्टीएंसन के मुताबिक, 'यह एड्स से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है क्योंकि इसका बैक्टीरिया अधिक प्रभावशाली और ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रभावित कर सकता है.'
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो अलग-अलग महाद्वीपों पर नोवेल कोरोना वायरस के मिलने पर चिंता जताई है. यह सार्स से जुड़ा हुआ है. यह 10 साल पहले पूर्वी एशिया में सामने आया था. तब इस वायरस का संक्रमण पशुओं से इंसानों में हुआ था. और इसके कारण 800 से ज्यादा लोगों की जान गई.
विश्व स्वास्थ्य संगठन को अभी तक इस वायरस के मूल का पता नहीं चला है और यह भी नहीं कि यह वायरस कितना फैला है. उधर सऊदी अरब में इस वायरस से कुल 15 मौतों की पुष्टि की गई है. सऊदी अरब के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रविवार को इस वायरस के कारण सात लोगों की मौत हुई वहीं 22 अन्य का इलाज किया जा रहा है.
सऊदी अरब का निरीक्षण कर रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहायक महानिदेशक केजी फुकुडा ने 12 मई को मीडिया से कहा कि सार्स जैसे नए वायरस के मानव से मानव में संक्रमण की संभावना है.
केजी फुकुडा के अनुसार अब तक यह लक्षण नहीं है कि इस तरह का वायरस सामुदायिक क्षेत्रों में व्यापक तौर पर फैल सकता है. लेकिन उन्होंने ऐसी संभावना पर चिंता जताई कि इस वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति को छूने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति में भी यह वायरस पाया जाए.
फ्रांस और सऊदी अरब में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिन्ड्रोम (सार्स, Sars) जैसे वायरस की पुष्टि होने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गहरी चिंता जताई है. फ्रांस ने पुष्टि की कि इंसान से इंसान में संक्रमण फैलाने वाले सार्स वायरस जैसा एक जीवाणु मिला है.
उल्लेखनीय है 'सेक्स सुपरबग' एड्स से भी ज्यादा जानलेवा है और उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस से इसकी रोकथाम के लिए 54 मिलियन डॉलर की राशि की मांग की है, ताकि इसकी दवा की खोज की जा सके.
नैचुरोपैथिक मेडिसन के डॉक्टर एलन क्रिस्टीएंसन के मुताबिक, 'यह एड्स से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है क्योंकि इसका बैक्टीरिया अधिक प्रभावशाली और ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रभावित कर सकता है.'
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो अलग-अलग महाद्वीपों पर नोवेल कोरोना वायरस के मिलने पर चिंता जताई है. यह सार्स से जुड़ा हुआ है. यह 10 साल पहले पूर्वी एशिया में सामने आया था. तब इस वायरस का संक्रमण पशुओं से इंसानों में हुआ था. और इसके कारण 800 से ज्यादा लोगों की जान गई.
विश्व स्वास्थ्य संगठन को अभी तक इस वायरस के मूल का पता नहीं चला है और यह भी नहीं कि यह वायरस कितना फैला है. उधर सऊदी अरब में इस वायरस से कुल 15 मौतों की पुष्टि की गई है. सऊदी अरब के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रविवार को इस वायरस के कारण सात लोगों की मौत हुई वहीं 22 अन्य का इलाज किया जा रहा है.
सऊदी अरब का निरीक्षण कर रहे विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहायक महानिदेशक केजी फुकुडा ने 12 मई को मीडिया से कहा कि सार्स जैसे नए वायरस के मानव से मानव में संक्रमण की संभावना है.
केजी फुकुडा के अनुसार अब तक यह लक्षण नहीं है कि इस तरह का वायरस सामुदायिक क्षेत्रों में व्यापक तौर पर फैल सकता है. लेकिन उन्होंने ऐसी संभावना पर चिंता जताई कि इस वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति को छूने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति में भी यह वायरस पाया जाए.
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