बेंगलुरू के छात्र मंजूनाथ को लेकर यूपीएससी
ने कहा है कि उसने यूपीएससी परीक्षा पास नहीं की थी। यूपीएससी चेयरमैन ने
कहा कि रैंक और रौल नंबर किसी दूसरे छात्र का है।
गौरतलब
है कि बेंगलुरू में यूपीएससी की परीक्षा परिणाम में नाम नहीं आने से
परेशान एक छात्र मंजूनाथ ने खुदकुशी कर ली थी। छात्र के परिजनों का आरोप है
कि यूपीएससी की तरफ से जारी रिजल्ट में गड़बड़ी की वजह से मंजूनाथ ने जान
दे दी। घर वालों के मुताबिक यूपीएससी की परीक्षा में मंजुनाथ को 264वां
रैंक मिला था। इसके बाद पिछले महीने की 11 तारीख को वो अपने माता पिता के
साथ इंटरव्यू देने भी गया था, इंटरव्यू के नतीजे जब घोषित हुए तो लिस्ट में
मंजुनाथ के रजिस्ट्रेशन नंबर के सामने किसी और का नाम लिखा था।
इससे
ये साफ नहीं हो पाया कि मंजूनाथ ने आईएएस की परीक्षा पास कर ली है या
नहीं। स्थिति साफ करने के लिए मंजुनाथ और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने
यूपीएससी को मेल और खत भी लिखा लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया। इससे वो
परेशान रहने लगा और फिर घर से दूर जाकर उसने फांसी लगा कर अपनी जान खत्म कर
ली। इस पर यूपीएससी ने बयान जारी कर कहा है कि मंजूनाथ ने यूपीएससी की
परीक्षा नहीं पास की थी।
मालूम
हो कि पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। मंजूनाथ
बैंगलोर में मल्लेश्वरम के श्रीरामपुरा इलाके का रहने वाला था। 9 मई की
रात मंजुनाथ ये कहकर घर से निकला था कि वो बैंगलोर से तकरीबन 250 किलोमीटर
दूर मडिकेरी में अपने दोस्त से मिलने जा रहा है, लेकिन 10 मई को मडिकेरी
में ही मंजुनाथ का शव एक निर्माणाधीन इमारत की छत से लटका हुआ पाया गया।
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