रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने शनिवार
को कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनके भांजे व्यवसायी
विजय सिंगला ने कथित तौर पर एक रेलवे अधिकारी से प्रोन्नति के नाम पर 90
लाख रुपये की रिश्वत ली। उन्होंने इस मामले में खुद को पूरी तरह निर्दोष
बताया।
सिंगला
तथा पांच अन्य की इस मामले में शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)
द्वारा गिरफ्तारी के बाद बंसल ने एक बयान जारी कर कहा कि चंडीगढ़ में मेरी
बहन के बेटे के आवास पर शुक्रवार को हुई छापेमारी की घटना के संबंध में
मेरा कहना है कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। रिश्तेदार मेरे
आधिकारिक कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करते और न ही निर्णयों को प्रभावित
करते हैं। उन्होंने दावा किया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है
और न ही भांजे से कोई वित्तीय लेनदेन है।
बंसल
ने अपने सार्वजनिक जीवन में अधिक शुचिता बनाए रखने का दावा किया और इस
मामले की सीबीआई द्वारा जल्द जांच पूरी किए जाने की उम्मीद जताई। गौरतलब है
कि रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय सिंगला को घूस लेने के आरोप
में गिरफ्तार किया गया है। मुंबई से रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार को भी
गिरफ्तार किया गया है। ये सभी गिरफ्तारियां सीबीआई ने की हैं। सिंगला पर
महेश कुमार से प्रमोशन के लिए 90 लाख रुपये घूस लेने का आरोप है।
महेश
कुमार को एक दिन पहले ही रेलवे बोर्ड का सदस्य बनाया गया था। आरोप है कि
महेश कुमार ने रिश्वत की रकम मंजूनाथ के जरिए सिंगला को भेजी। संदीप गोयल
पर सौदा कराने में मदद करने का आरोप है। CBI अब तक महेश कुमार से 10 घंटे
तक पूछताछ कर चुकी है। आरोप है कि इस मामले में कुल 5 करोड़ नकद देने की
डील हुई थी, बाकी के 5 करोड़ रेलवे कॉन्ट्रैक्ट के जरिए देने थे।
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