IBN7 और GFK-mode ने देश के 12 शहरों में
2466 लोगों से पूछे यूपीए 2 के 4 साल के कार्यकाल पर कुछ अहम सवाल। IBN7 ने
12 शहरों के लोगों से सरकार और उसके मुखिया से जुड़े सवाल पूछे। 68 फीसदी
लोग मानते हैं कि सरकार को अब सत्ता में नहीं बने रहना चाहिए तो 65 फीसदी
सीधे मनमोहन सिंह को ही कोयला घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कैसा रहा यूपीए सरकार का प्रदर्शन?
यूपीए
2 के चार साल पूरे होने पर देश के 12 शहरों में IBN7 और GFK mode ने एक
सर्वे किया। 2466 लोगों ने इस सर्वे में अपनी राय रखी। इस सर्वे में यूपीए
सरकार की साख को जबर्दस्त झटका लगता दिख रहा है। हमारे सवाल थे-
71 फीसदी ने कहा भ्रष्टाचार बढ़ा है
20 फीसदी ने कहा जस का तस
8 फीसदी का कहना था भ्रष्टाचार घटा है
महंगाई के खिलाफ कैसा है यूपीए सरकार का प्रदर्शन?
51 फीसदी कहते हैं महंगाई बढ़ी है
43 फीसदी का कहना है पहले जैसी है
5 फीसदी ने कहा हर चीज का दाम बढ़ा
1 फीसदी ने कहा जरुरी चीजों के दाम बढ़े
क्या कोयला घोटाले के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं ?
65 फीसदी मानते हैं हां
28 फीसदी का कहना है नहीं
7 फीसदी का कहना है नहीं
क्या प्रधानमंत्री कार्यालय कोयला और टूजी घोटालों को दबा रहा है ?
64 फीसदी ने कहा हां
25 फीसदी ने कहा नहीं
11 फीसदी का कहना है पता नहीं
क्या सरकार को अब और सत्ता में नहीं रहना चाहिए ?
68 फीसदी ने कहा हां
28 फीसदी ने कहा नहीं
4 फीसदी असमंजस में थे
अगला प्रधानमंत्री कौन होना चाहिए नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी ?
56 फीसदी ने कहा नरेंद्र मोदी
सिर्फ 29 फीसदी का कहना है राहुल गांधी
13 फीसदी ने कहा इनमें से कोई नहीं
जबकि 2 फीसदी की कोई राय ही नहीं
जाहिर
है झटका सिर्फ यूपीए सरकार को ही नहीं कांग्रेस के युवराज और प्रधानमंत्री
पद के दावेदार के लिए भी है। देखना है अब बाकी बचे एक साल में साख पर लगे
इस बट्टे से कैसे उबरती है सरकार। चार साल बाद और चुनाव के एक साल पहले
यूपीए 2 के हालात खासे खराब है। सरकार और प्रधानमंत्री की साख को जबर्दस्त
धक्का लगा है।
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