जम्मू की कोट भलवल जेल में हमले के शिकार
पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह के बचने की उम्मीद काफी कम है, सोमवार को भारत
में पकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल जाकर
सनाउल्लाह का हाल जाना। इस बीच सरबजीत से पहले पाकिस्तानी जेल में मारे गए
भारतीय कैदी चमेल सिंह के परिवार ने धमकी दी है उसे भी शहीद का दर्जा दिया
जाए और परिवार को मुआवजा मिले, वर्ना पूरा परिवार आत्मदाह कर लेगा।
दरअसल
पाकिस्तानी उच्चायुक्त सलमान बशीर सोमवार दोपहर पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह
का हाल जानने चंडीगढ़ के पीजीआई पहुंचे, करीब आधे घंटे तक बशीर ने
सनाउल्लाह को दिए जा रहे इलाज के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पाकिस्तानी
कैदी को मिल रहे इलाज पर संतोष जताया।
पीजीआई
की ताजा मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह की तबीयत
सोमवार को और बिगड़ गई। उसके बचने की उम्मीद बेहद कम है। वह अभी भी डीप
कोमा में है। पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कहा कि पाकिस्तान इस मामले की
अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग नहीं करेगा, लेकिन सनाउल्लाह पर हमले की पूरी
जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने दोनों मुल्कों से
अपील की के सरबजीत और सनाउल्लाह जैसे मामले न हों इसके लिए एहतियात बरतने
की जरूरत है।
उधर
पाकिस्तान की कोटलखपत जेल में फरवरी महीने में मारे गए भारतीय कैदी चमेल
सिंह का परिवार सरकार से बेहद खफा है। गुस्सा इस बात पर है कि चमेल और
सरबजीत की मौत जब एक ही हालात में हुई, सरबजीत को शहीद का दर्जा मिला
परिवार को मुआवजा मिला तो फिर उन्हें क्यों नहीं। उनकी सुध आजतक क्यों किसी
ने नहीं ली। अब परिवार ने कहा है कि अगर एक हफ्ते में चमेल सिंह को भी
शहीद का दर्जा नहीं दिया गया और परिवार को मुआवजा नहीं मिला तो पूरा परिवार
आत्मदाह कर लेगा।
कैदियों
के लिए बनी भारत-पाक ज्यूडीशियल कमेटी जिसने 26 अप्रैल से 1 मई के दौरान
पाकिस्तानी जेलों में भारतीय कैदियों का हाल लिया, उसने कई चौंकाने वाले
खुलासे किए हैं। पाक की कोट लखपत जेल में 36 में से 20 भारतीय कैदी पागल हो
चुके हैं। पाक की जेलों में कैद 535 भारतीय कैदियों में से 469 को भारतीय
दूतावास से संपर्क की इजाजत तक नहीं है। ज्यूडीशियल कमीशन इस साल अक्टूबर
के महीने में भारतीय जेलों में कैद पाकिस्तानी कैदियों का हाल भी जानेगा।
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