दो दिन पहले दिल्ली के पॉश इलाके से
गिरफ्तार दक्षिण भारतीय अभिनेत्री और उसके फरार बॉयफ्रेंड की करतूतों का
पिटारा खुलने लगा है। कर्नाटक पुलिस लीना मारिया पॉल से पूछताछ करना चाहती
है। कर्नाटक पुलिस के मुताबिक लीना का दोस्त चंद्रशेखर ऊर्फ बालाजी दक्षिण
भारत के तीन राज्यों में ठगी की सौ से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुका है।
बालाजी
खुद को बड़े-बड़े नेताओं का रिश्तेदार बता कर लोगों को ठगता था। सबसे बड़ी
हैरानी की बात तो ये है कि ठगी में उसकी साथी बन चुकी लीना ने ही 2011 में
उसे गिरफ्तार भी करवाया था। खूबसूरती का जाल बिछाकर करोड़ों की ठगी करने
वाली लीना सलाखों के पीछे है जबकि उसका बॉय फ्रेंड फरार है। जैसे-जैसे
मामला आगे बढ़ रहा है नए खुलासे सामने आ रहे हैं।
मलयालम
फिल्मों की अभिनेत्री लीना मारिया पॉल और उसके दोस्त चंद्रशेखर ऊर्फ
बालाजी के बारे में कई अहम जानकारियां मिल रही हैं। बेंगलुरू पुलिस के
मुताबिक बालाजी एक शातिर ठग है। पुलिस के मुताबिक बालाजी का असली नाम सुकेश
चंद्रशेखर है और वह 16 साल की उम्र से ठगी का काम कर रहा है। बेंगलुरू
पुलिस ने एक हैरान करने वाली जानकारी भी दी है। उनके मुताबिक बालाजी की
दोस्त कही जाने वाली जिस लीना को दिल्ली पुलिस ने ठगी के आरोप में गिरफ्तार
किया है। उसी लीना ने 2011 में बालाजी को गिरफ्तार भी करवाया था।
बेंगलुरू
पुलिस के मुताबिक उस वक्त लीना बीडीएस की पढ़ाई कर रही थी और बालाजी ने
उसे एक राजनेता का बेटा होने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया था।
रिहा होने के बाद चंद्रशेखर ऊर्फ बालाजी ने एक बार फिर लीना से संपर्क
साधा। बाद में लीना भी ठगी के इस धंधे में उतर गई। बेंगलुरू पुलिस के
मुताबिक बालाजी के खिलाफ ठगी के सौ से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसका नेटवर्क
तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में फैला है और वह लोगों को 100 करोड़
से ज्यादा का चूना लगा चुका है।
पुलिस
के मुताबिक लोगों को ठगने के लिए बालाजी बड़े-बड़े नेताओं के नाम का सहारा
लेता था। वो खुद को नेताओं का रिश्तेदार बताता और काम कराने के नाम पर
लोगों से लाखों करोड़ों रुपये लेकर फरार हो जाता था। 2007 में बालाजी खुद
को कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के बेटे का दोस्त
बताते हुए एक बिल्डर से एक करोड़ रुपये ठग लिए थे। पुलिस ने इस मामले में
उसे गिरफ्तार भी किया था। तब पुलिस को उसके घर से बीएमडब्लू और होंडा
एकॉर्ड समेत आधा दर्जन कारें और 12 कीमती घड़ियां मिली थीं।
ठगी
के मामले में सजा काटने के बाद बालाजी ने कर्नाटक छोड़ दिया। उसका अगला
ठिकाना था तमिलनाडु। वहां भी उसने खुद को नेता का रिश्तेदार और बड़े अफसरों
का बेटा बताकर कई लोगों को चूना लगाया। 2011 में पुलिस ने लीना मारिया की
शिकायत पर जब बालाजी को गिरफ्तार किया था तब वो चेन्नई के एक कारोबारी को
ठगने की तैयारी में था। बालाजी वहां खुद को तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री
करुणानिधि का पोता बताकर कारोबारी को ठगने की फिराक में था।
गिरफ्तारी
के बाद कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की पुलिस ने बालाजी से पूछताछ
की तो ठगी के दर्जनों मामले सामने आए। उसे सजा भी हुई लेकिन जमानत मिलने के
बाद वो अचानक ही लापता हो गया। दो दिन पहले भी वो दिल्ली पुलिस की गिरफ्त
में आने से बच गया। अब कर्नाटक पुलिस लीना से पूछताछ करना चाहती है कि आखिर
वो बालाजी के गिरोह में कैसे शामिल हुई?