राजस्थान में बीजेपी की फिजा एक बार फिर बदल रही है। महारानी
वसुंधरा गाजे-बाजे के साथ गुरुवार को जयपुर लौट रही हैं। बीजेपी ने उन्हें
मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। शक्तिप्रदर्शन के लिए गुरुवार
को दिल्ली टू जयपुर 200 किलोमीटर का रोड शो होगा। जयपुर की सड़कें, चौराहे
वसुंधरा राजे के पोस्टरों से पट गए हैं। जगह-जगह तोरणद्वार बनाए जा रहे
हैं। वसुंधरा के स्वागत की ऐसी होड़ मची है कि स्वागत के प्वाइंट को लेकर
रस्साकशी चल रही है।
साल 2013 के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद महारानी पहली बार जयपुर आ रही हैं। बीजेपी के नेता जयपुर टू दिल्ली के इस रोड शो को चुनावी शंखनाद मान रहे हैं। बीजेपी नेता सुनील भार्गव के मुताबिक वसुंधराराजे की ये यात्रा कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का शंखनाद होगी। वसुंधरा इसके बाद पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालने वाली हैं।
साल 2013 के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के बाद महारानी पहली बार जयपुर आ रही हैं। बीजेपी के नेता जयपुर टू दिल्ली के इस रोड शो को चुनावी शंखनाद मान रहे हैं। बीजेपी नेता सुनील भार्गव के मुताबिक वसुंधराराजे की ये यात्रा कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का शंखनाद होगी। वसुंधरा इसके बाद पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकालने वाली हैं।
गौरतलब
है कि वसुंधराराजे को राजनाथ सिंह के अध्यक्ष रहते ही राजस्थान के अध्यक्ष
पद से हटाया गया था। उनकी जगह फिलहाल ये कुर्सी अरुण चतुर्वेदी संभाल रहे
थे। खबरें ऐसी भी आ रही थीं कि वसुंधरा जल्द ही येदुरप्पा की तरह बीजेपी
छोड़ कर दूसरी पार्टी बनाने वाली हैं। इस दौरान गुलाब चंद कटारिया ने भी एक
यात्रा निकालने की तैयारी शुरु की थी जिस पर वसुंधरा ने ऐतराज जताया था।
हालांकि कटारिया से पार्टी नेतृत्व ने अब उनका समझौता करा दिया है। अब
कटारिया विधानसभा में वसुंधरा की जगह नेता विपक्ष होंगे।
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