अमेरिका ने भारत के हैदराबाद शहर में गुरुवार की देर शाम हुए
विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में वह भारत के साथ
है और आवश्यकता पड़ने पर उसे हर जरूरी सहायता मुहैया कराने के लिए तैयार
है। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने यहां पहुंचे भारतीय विदेश सचिव
रंजन मथाई से मुलाकात के बाद कहा कि हैदराबाद में हुए आतंकवादी हमले के
कारण लोगों की मौत पर वह व्यक्तिगत रूप से और अमेरिका की सरकार तथा जनता की
ओर से संवेदना प्रकट करते हैं।
अमेरिका के राजनीतिक मामलों के उप मंत्री वेंडी आर शरमन ने भी हैदराबाद में
हुए आतंकवादी हमलों में जानमाल की क्षति पर संवेदना प्रकट की। मथाई ने
उनसे गुरुवार को मुलाकात की थी। विदेश विभाग की ओर से जारी बयन में कहा गया
है, "शरमन ने हैदराबाद विस्फोटों पर अमेरिका की ओर से संवेदना व्यक्त की
और आतंकवाद से संघर्ष के खिलाफ देश की प्राथमिकताओं का जिक्र किया।"
इससे पहले विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने संवाददाताओं से
कहा, "हम हैदराबाद हमले की निंदा करते हैं और इस घटना के पीड़ितों के प्रति
संवेदना व्यक्त करते हैं।" उन्होंने कहा, "अमेरिका आतंकवाद से लड़ाई में
भारत के साथ है और भारतीय प्रशासन को जिस सहायता की भी आवश्यकता हो, उसे
मुहैया कराने के लिए तैयार है।" नूलैंड ने कहा कि अमेरिका के पास इस बात की
कोई सूचना नहीं है कि हमले के पीछे किसका हाथ हो सकता है। उन्होंने इसकी
जानकारी होने से भी इंकार किया कि भारत ने इस मामले में अमेरिका से कोई
सहायता मांगी है या नहीं।
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