हैदराबाद में हुए सीरियल धमाकों के
सिलसिले में महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में 6 जगहों पर जांच एजेंसियां NIA
ओर ऑक्टोपस तलाशी अभियान चल रही है। ये अभियान धमाके से जुड़े कुछ संदिग्ध
आतंकियों का सुराग मिलने के बाद चलाया जा रहा है। इसके अलावा फोन रिकॉर्ड
और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि धमाके से पहले
और बाद शाहीन बाग में कुल 8 फोन कॉल्स हुए थे। इसी आधार पर टीम ने
छापेमारी की है।
जांच
एजेंसियों ने आंध्र प्रदेश के मुगलपुरा, उप्पल, अफजलगंज समेत छह इलाकों
में छापेमारी की जा रही है। तलाशी अभियान जारी है। जांच एजेंसियों ने ठोस
जानकारी के बाद छापेमारी की है। सूत्रों का कहना है कि कल हुए धमाके में इन
जगहों में रहनेवाले कुछ लोगों की खास भूमिका है। इसे देखते हुए छह जगहों
पर छापेमारी और तलाशी अभियान जारी है। हैदराबाद में मौके पर एनआईए, एनएसजी
की टीम फॉरेंसिक सुराग जुटाने में लगे हैं। मोटसाइकिल से भी सबूत जुटाए जा
रहे हैं।
उधर, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम
एसीपी के नेतृत्व में हैदराबाद पहुंच रही है। इसी टीम ने रेकी करने वाले
आंतकियों से पूछताछ की थी। सूत्रों के मुताबिक लश्कर के 4 आतंकी भारत आए थे
और इन आतंकियों का 25 फरवरी तक का वीजा था भारत से वापस पाकिस्तान जाने
का। इसी सिलसिले में खुफिया एजेंसी की टीम बैंगलोर और चेन्नई रवाना होने
वाली थी, ताकि उन्हे ट्रैप किया जा सके। धमाके से पहले लश्कर के चार आतंकी
भारत आए।
उधर,
पुलिस के मुताबिक विस्फोट मे नाइट्रो अवयव के साथ अत्याधुनिक विस्फोटक
उपकरण का इस्तेमाल किया गया है। विस्फोटक साइकिल से लगाया गया था जो रिमोट
कंट्रोल से संचालित था। इसके साथ घटनास्थल से अमोनियम नाइट्रेट और बाल
बियरिंग बरामद किए गए हैं। खास बात ये भी है कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी
कैमरे काम नहीं कर रहे थे।
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