Friday, February 22, 2013

संसद में विपक्ष ने पूछा, जानकारी थी तो कैसे हुआ धमाका?

हैदराबाद ब्लास्ट को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। लोकसभा में बीजेपी, जेडीयू और वामदलों ने सरकार को घेरे में लेते हुए सवालों की झड़ी लगा दी। लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने केंद्र और राज्य सरकारों की टालमटोल रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुत बार केंद्र सरकार राज्य सरकार को जानकारी देकर अपनी जिम्मेदारी निभा लेती है।
अगर हम एक साथ मिलकर एक सोच के साथ इससे लड़ें तो सामना कर सकते हैं। आतकवाद का कोई रंग नहीं होता है। देश को एक होना होगा। देश के तमाम राजनीतिक दलों को समान सोच के साथ एक होना होगा। हम इंतजार कर रहे थे कि गृहमंत्री आएंगे और तथ्यों से अवगत कराएंगे, लेकिन वो अभी पहुंचे नहीं हैं। उनकी जानकारी के आधार पर हम अपनी आगे की बात करेंगे। 
सीपीएम नेता वासुदेव आचार्य ने कहा कि आतंकियों ने जिस स्थान को धमाके के लिए चुना वो मिनी आंध्रा कहलाता है। गृहमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकारों को इस बारे में आगाह किया गया था, इसका मतलब ये है कि केंद्र सरकार को इसके बारे में जानकारी थी। अगर आंध्र सरकार को भी इसकी जानकारी थी तो ये कैसे हुआ। हर बार इंटेलीजेंस की नाकामी को जिम्मेदार क्यों ठहराया जाता है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि ये देश के लिए गंभीर और दुखद घटना है। सबसे बड़े दुख की बात है कि इसकी सूचना सरकार को थी। सरकार को बताना पड़ेगा कि ये कैसे हुआ। सरकार को कोई ऐसा आश्वासन देना होगा कि लोग भयभीत ना हों। सरकार की नीति क्या है, इसके बारे में सरकार बताए। जब सब आपके साथ है तो आतंकवादियों से क्यों नहीं लड़ पा रहे हैं, ये बताएं।
वहीं जेडीयू नेता शरद यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि फांसी से पहले अफजल गुरु के परिवार को बताया ही नहीं। ब्लास्ट मामले पर केंद्र सरकार कह रही है हमने तो सतर्क कर दिया था। हमारी पुलिस, सरकार सब लुंज-पुंज है। हमारी सरकार का तो कोई इकबाल ही नहीं।

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