Friday, February 15, 2013

जब मुंह छुपाकर नंगे पांव दौड़े लखनऊ के डीआईजी!

कुंभ मेले का बेहतर इंतजाम के लिए चाहे जितने भी दावे किए जाएं, लेकिन हकीकत यही है कि जिन लोगों पर इंतजाम का जिम्मा है वही इसकी धता बताने में देरी नहीं करते हैं। प्रशासन से जुड़े लोगों को हाईकोर्ट के आदेश की भी परवाह नहीं है। लखनऊ के डीआईजी नवनीत सिकेरा अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ कुंभ मेला स्नान के लिए गाड़ी से पहुंच गए।
हालांकि हाईकोर्ट ने साफ-साफ कहा है कि आम लोगों की कीमत पर वीआईपी दर्शन की सुविधा नहीं दी जा सकती और किसी को भी गाड़ी लेकर मेला तक पहुंचने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी लखनऊ के डीआईजी खुद को इससे अनजान बताते रहे। जब आईबीएन7 संवाददाता ने उनसे सवाल पूछे तो उनसे जवाब देते नहीं बना। 
लखनई के डीआईजी नवनीत सिकेरा हाई कोर्ट की रोक के बावजूद गाड़ी लेकर वीआईपी घाट पर पहुंच गए। हैरानी की बात ये है कि खुद लखनऊ के डीआईजी का कहना है कि उन्हें इस आदेश के बारे में मालूम नहीं था। वहीं एडीजी ला एंड आर्डर अरुण कुमार ने पहले ही साफ कर दिया था कि इस आदेश का जो भी उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं यूपी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री और कुंभ मेला प्रभारी मंत्री आजम खान ने कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी वीआईपी स्नान कैसे कराए जा रहे हैं? इसके जांच के आदेश दे दिए गए हैं। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने शाही स्नान के दिन वीआईपी स्नान पर रोक लगाई थी। आजम खान ने कहा कि इस संबंध में वो देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे।


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