लोकसभा में मंगलवार को पेश वर्ष 2013-14 के रेल बजट में कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी का खास खयाल रखा
गया। आखिर क्यों न हो आलाकमान को खुश जो रखना था। रेल मंत्री पवन कुमार
बंसल ने रायबरेली के लिये एक नहीं कई सौगातें दी हैं। रेल कोच फैक्ट्री के
बाद वहां नया रेल पहिया कारखाना लगाने की बात कही गई है।
रेल मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि स्टील अथरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड
(सेल) के सहयोग से रायबरेली में नया रेल पहिया कारखाना लगाया जाएगा। उम्मीद
की जा रही थी कि करीब 18 साल बाद किसी कांग्रेसी रेल मंत्री द्वारा पेश
बजट में रायबरेली को जरूर कोई बड़ा तोहफा मिलेगा। कहा जा रहा है कि
नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में इस बड़ी परियोजना का
ऐलान करके बंसल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुश करने की कोशिश की
है। रेल पहिया कारखाना को स्थापित होने में पांच से छह साल का वक्त लग सकता
है। ऐसे में इस घोषणा का फायदा सोनिया वर्ष 2014 में प्रस्तावित लोकसभा
चुनाव के साथ-साथ अगले लोकसभा चुनाव में भी उठा सकेंगी।
रायबरेली को तीन नई ट्रेनें भी दी गई हैं-
1. यशवंतपुर-लखनऊ एक्सप्रेस (साप्ताहिक) वाया राय-बरेली, प्रतापगढ़।
2. लखनऊ-वाराणसी एक्सप्रेस (सप्ताह में 6 दिन) वाया राय-बरेली।
3. कोलकाता-आगरा एक्सप्रेस (साप्ताहिक) वाया अमेठी, राय-बरेली, मथुरा।
उल्लेखनीय है कि करीब छह हजार करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली के लालगंज
कस्बे में निर्मित रेल कोच फैक्ट्री का लोकार्पण सोनिया गांधी रेल मंत्री
पवन बंसल के साथ पिछले साल सात नवंबर को कर चुकी हैं। सोनिया ने उसी दिन
रेल कोच कारखाने से निर्मित 20 अत्याधुनिक वातानुकूलित डिब्बों को भारतीय
रेल में शामिल करने के लिए हरी झंडी दिखाई थी और उन 613 किसानों को नौकरी
का प्रस्ताव पत्र दिया था, जिनकी जमीन फैक्ट्री के लिए अधिग्रहित की गई थी।
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