दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में
कॉमनवेल्थ आयोजन समिति के बर्खास्त अध्यक्ष सुरेश कलमाडी समेत 10 लोगों के
खिलाफ आरोप तय कर दिए गए हैं। सुरेश कलमाडी पर सिर्फ धोखाधड़ी, जालसाजी और
सरकारी खजाने को नुकसाने पहुंचाने भर का आरोप नहीं है बल्कि कलमाडी ने
कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान जमकर मौज उड़ाई। क्लोजिंग सेरेमनी में कलमाडी
फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के ठुमके देखना चाहते थे और इसके लिए 71 लाख
रुपये से ज्यादा फूंक डाले गए। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के मुताबिक
सिर्फ कलमाडी की इच्छा पूरी करने के लिए ऐसा किया गया।
उम्मीद
है शिल्पा शेट्टी का ये डांस आप भूले नहीं होंगे। शिल्पा ने ये डांस पुणे
में कॉमनवेल्थ यूथ गेम्स 2008 के समापन समारोह में किया था। दिल्ली की
पटियाला कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ये पाया कि शिल्पा शेट्टी का ये
परफॉर्मेंस सुरेश कलमाडी की निजी ख्वाहिश थी। कलमाडी ने आखिरी मौके पर
शिल्पा के डांस की फरमाइश की और ये फरमाइश पूरी करने के लिए जनता की गाढ़ी
कमाई 71 लाख 73 हजार रुपए चुटकियों में लुटा दिए गए। कलमाडी के कहने पर इस
डांस के लिए 30 अक्टूबर 2008 को चेक के जरिए 71,73,950 रुपए का भुगतान भी
किया गया।
71.73 लाख रुपयों का ये भुगतान फरीदाबाद
स्थित जेम इंटरनैशनल के प्रमोटर पी डी आर्य और ए के मदान ने मैसर्स
विजक्रॉफ्ट इंटरनेशलन एंटरटेंनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को किया। यानि 71.73
रुपए सिर्फ कलमाडी की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए चुटकी बजाते ही पानी की
तरह बहा दिए गए।
आपको बता दें कि जेम इंटरनेशनल के प्रमोटर्स
ही घोटाले में शामिल स्विस टाइमिंग के भारतीय प्रतिनिधी हैं। स्विस
टाइमिंग को गैर कानूनी ढंग से टाइम स्कोरिंग और रिजल्ट सिस्टम का ठेका देने
का आरोप है। सोमवार को ही पटियाला हाईकोर्ट ने कॉमनवेल्थ घोटाले में सुरेश
कलमाडी समेत बाकी आरोपियों पर आरोप तय कर दिए।
कोर्ट
में सिर्फ कलमाडी, भनोट और वर्मा ही नहीं बल्कि इनके अलावा और सात लोगों
पर इस घोटाले में आरोप तय किए गए। इन पर आरोप है कि इन्होंने कॉमनवेल्थ
खेलों में 90 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। घोटाले के आरोप में कांग्रेस
के नेता सुरेश कलमाडी 9 महीने तक तिहाड़ के मेहमान भी रह चुके हैं। फिलहाल
वो जमानत पर हैं। आरोप पत्र दाखिल होने के साथ ही अब कानून इनके तरफ तेजी
से कदम बढ़ाने लगा है।
सीबीआई
की स्पेशल जज रविंदर कौर ने कलमाडी समेत बाकी दस आरोपियों पर अलग अलग
धाराओं में आरोप तय किया है। इसमें धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, फर्जीवाड़ा,
नकली दस्तावेजों को असली की तरह पेश करना,
सबूतों
को नष्ट करने के अलावा सरकारी कर्मचारी के आपराधिक गतिविधि में शामिल होने
जैसी धाराएं लगाई गई हैं। इसके अलावा इनपर भ्रष्टाचार निरोधक धाराओं पर भी
आरोप तय किए गए हैं। कोर्ट इस मामले में हफ्ते में चार दिन यानि मंगलवार,
बुधवार, गुरुवार और शनिवार को सुनवाई करेगी।
दरअसल
सुरेश कलमाड़ी,ललित भनोट समेत दस आरोपियों पर राष्ट्रमंडल खेल के लिए
टाइमिंग स्कोरिंग रिजल्ट सिस्टम का ठेका एक स्विस कंपनी को बाजार भाव से
बहुत अधिक दर पर देने का आरोप है। सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक इससे
सरकारी खजाने को 90 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचा था।
सीबीआई
ने मई 2011 में दाखिल आरोप पत्र में कलमाड़ी को मामले का मुख्य आरोपी बताया
था। कलमाड़ी, भनोत और वर्मा के अलावा घोटाले के आरोपी आयोजन समिति के पूर्व
महानिदेशक सुरजीत लाल, संयुक्त महानिदेशक एएसवी प्रसाद, कोषाध्यक्ष एम
जयचंद्रन, हैदराबाद स्थित एकेआर कंस्ट्रक्शंस के प्रबंध निदेशक एके रेड्डी
और फरीदाबाद स्थित फर्म जेम इंटरनेशनल के प्रमोटर एके मदान तथा पीडी आर्य
शामिल हैं। मामले में दो कंपनियां एकेआर कंस्ट्रक्शंस और स्विस टाइमिंग भी
आरोपी हैं।
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