Thursday, February 28, 2013

क्या 'मोदी राग' के चलते नीतीश के बदल गए सुर?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट की तारीफ करके नए राजनीतिक समीकरणों के संकेत दिए हैं। नीतीश का ये रुख बीजेपी से बिलकुल उलट है जो बजट को जनविरोधी बताते हुए ताल ठोंक रही है। माना जा रहा है कि आम चुनाव की तैयारी मे जुटी बीजेपी जिस तरह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को कमान सौंपने का ताना-बाना बुन रही है, उससे नीतीश काफी नाराज हैं।
वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने रिकॉर्ड आठवीं बार केंद्रीय बजट पेश किया तो न जनता में उत्साह जगा और न शेयर बाजार में। विपक्ष ने भी इसे पूरी तरह खारिज कर दिया। मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने तो विकास दर गिरने और बाकी आर्थिक संकट के लिए सीधे यूपीए के लगभग दशक भर से जारी शासन को जिम्मेदार ठहराते हुए हमला बोल दिया, लेकिन इस हमले के दौरान एनडीए के कुछ खास सिपहसालार मुंह मोड़ कर खड़े हो गए। 
बिहार के मुख्यमंत्री और एनडीए के विश्वस्त सहयोगी जेडीयू के कद्दावर नेता नीतीश कुमार ने तुरंत ही बजट की तारीफ कर दी। उन्होंने विकास के पैमानों में बदलाव के एलान को अपनी जीत बताया। उन्होंने दावा किया कि बिहार को विशेष राज्य दिलाने की उनकी मांग सैद्धांतिक रूप से मजबूत हुई है। 
नीतीश कुमार का ये रुख चौंकाने वाला है। सवाल उठे कि ये सुर किसी नए राजनीतिक समीकरण के संकेत तो नहीं। आखिर बीजेपी की राय से एकदम उलट राय रखने से एनडीए की एकता का क्या होगा जो अगले आम चुनाव में यूपीए को सत्ता से बाहर करने का ख्वाब देख रहा है। आईबीएन7 के मैनेजिंग एडिटर आशुतोष ने अपने कार्यक्रम एजेंडा में जेडीयू सांसद और पूर्व केंद्रीय राजस्व सचिव एन.के.सिंह से इस सिलसिले में सीधा सवाल पूछा, तो जवाब मिला कि नहीं ऐसा नहीं है। अगर पहले अच्छा काम नहीं हुआ तो क्या अब भी न हो?
एन.के.सिंह के इस इंकार में भी इकरार की गूंज है। बीजेपी जिस बजट को बुरा बताते नहीं थक रही, उसे वे अच्छी शुरुआत करार दे रहे हैं। बीजेपी के लिए भी नीतीश और जेडीयू का ये रुख हैरान करने वाला है। उसे खतरे की आहट सुनाई दे रही है, लेकिन हमारे राजनीतिक संपादक सुकेश रंजन से बातचीत में बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने नीतीश के कांग्रेस विरोधी इतिहास पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि नीतीश कांग्रेस के साथ कभी नहीं जाएंगे।
आखिर यशवंत सिन्हा को ये क्यों कहना पड़ रहा है कि नीतीश कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे। इसकी आशंका पैदा ही क्यों हुई। दरअसल, बीजेपी इन दिनों मोदी के नाम का जाप करने में जुटी है। शुक्रवार से दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और परिषद की बैठक शुरू हो रही है। कहा जा रहा है कि इसमें आम चुनाव की कमान मोदी को सौंप दी जाएगी। हालांकि सहयोगियों के एतराज को देखते हुए मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार नहीं घोषित किया जाएगा।
जाहिर है, बीजेपी के इस मोदी राग ने नीतीश का सुर बिगाड़ दिया है। वे पहले भी एलान कर चुके हैं कि अगर मोदी एनडीए की अगुवाई करते दिखेंगे तो उन्हें अलग रास्ता चुनना पड़ेगा। उन्होंने बजट की तारीफ करके एक तरह से बीजेपी को चेताया है। संकेत साफ है कि मोदी आगे आए तो उन्हें कांग्रेस खेमे में जाने से परहेज नहीं होगा। यूं भी, समाजवादी पृष्ठभुमि से आए नीतीश कुमार का मनमोहन सिंह के अर्थशास्त्र की तारीफ करना सामान्य बात नहीं है।


मिनी आईपैड का तोड़ है ‘सैमसंग गैलेक्सी नोट-8’

एप्पल आईपैड मिनी को कड़ी टक्कर देने आ गया है सैमसंग का टैब कम फोन यानी मिनी टैब ‘सैमसंग गैलेक्सी नोट 8.0’। 8 इंच की स्क्रीन वाले इस टैब में 1280x800 की हाई-रिजॉल्यूशन पिक्सल क्षमता है। इसमें काम करने के अनुभव को बढ़ाएगा इसका सॉफ्ट सा स्टायलस।
सैमसंग का मिनी टैब ‘सैमसंग गैलेक्सी नोट 8.0’ एंड्रॉयड के 4.1.2 जेलीबीन ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड है। ‘सैमसंग गैलेक्सी नोट 8.0’ में 5 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है और फ्रंट में वीडियो कॉलिंग के लिए 1.3 मेगापिक्सल कैमरा है।
‘सैमसंग गैलेक्सी नोट 8.0’ का सबसे आकर्षक इसका एस पैन है जिसकी मदद से आप किसी भी बटन का यूज बिना टच किए दूर से कर सकेंगे। इसमें 2जीबी की रैम क्षमता है। ये साल की दूसरी तिमाही में बाजार में मिलने लगेगा।
‘सैमसंग गैलेक्सी नोट 8.0’ आईपैड की तरह दो मेमोरी वर्जन में आएगा। एक 16जीबी और दूसरा 32जीबी। इसके अलावा इसमें 64जीबी का माइक्रो एसडी कार्ड है।

बजट में आम आदमी को नहीं मिली राहत, आयकर छूट का नहीं बढ़ा दायरा

वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को संसद में 2013-14 का आम बजट पेश किया. ये चिदंबरम का आठवां बजट था. वित्त मंत्री ने इस बार बजट में इनकम टैक्‍स स्‍लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी मिडिल क्लास को इनकम टैक्स में राहत नहीं दी गई है. लेकिन अब अमीरों को ज्यादा टैक्स चुकाना होगा.
अमीरों को देना होगा ज्यादा टैक्सइनकम टैक्‍स स्‍लैब में कोई बदलाव तो नहीं किया गया है लेकिन अब सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्‍यादा आयवालों पर 10 फीसदी सरचार्ज लगेगा. 2 से 5 लाख की आय पर इनकम टैक्‍स में 2000 रुपये की छूट दी गई है. हर व्यक्ति को टैक्स में 2 हजार रुपये की छूट मिलेगी.
12 फीसदी सेवा कर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. तीन फीसदी एजुकेशन सेस भी वैसा का वैसा जारी रहेगा.
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ऐलान किया कि कि पहली बार घर खरीदने वालों को 25 लाख के होम लोन पर एक लाख तक की छूट मिलेगी. बजट में टैक्‍स रिफॉर्म अथॉरिटी बनाने का प्रस्‍ताव किया गया है.
क्या होगा महंगा2000 से अधिक कीमत वाले मोबाल फोन महंगे होंगे. SUV गाड़ियां महंगी होंगी. सिगरेट-सिगार महंगे होंगे. विदेशी मोटर बाइक भी होगी महंगी. सेट टॉप बॉक्‍स पर इम्‍पोर्ट ड्यूटी 5 से बढ़ाकर 10 फीसदी. सेट टॉप बॉक्‍स महंगा होगा. कमोडिटीज ट्रांजैक्‍शन टैक्‍स लागू होगा. 50 लाख से ज्‍यादा की संपत्ति खरीदने-बेचने पर 1 फीसदी TDS लगेगा. विदेशी बाइक और कारें महंगी होंगी. कृषि उत्पादों पर सर्विस टैक्स लगेगा.
क्या होगा सस्तालेदर और लेदर से बनी चीजों पर ड्यूटी घटेगी. शेयर खरीदने पर STT चार्ज घटाया जाएगा. हैंडमेल कारपेट पर एक्साइज ड्यूटी खत्म कर दी गई है. खेती की जमीन खरीदने पर TDS नहीं लगेगा. बेशकीमती पत्थर सस्ते होंगे. सूती कपड़ों पर ड्यूटी खत्म कर दी गई है.
महिलाओं को तोहफा बजट 2013-14 में महिलाओं को वित्त मंत्री ने तोहफा दिया है. अक्टूबर माह में पहली बार देश में महिला बैंक खुलेगा. ये बैंक पूरी तरह महिलाएं ही संचालित करेंगी. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार महिलाओं का विकास चाहती है. दलित लड़कियों के लिए स्‍कॉलरशिप जारी की जाएगी. युवाओं के स्किल डेवलपमेंट के लिए 1000 करोड़ जारी किए गए हैं. चिदंबरम ने कहा कि सरकार महिला सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. महिलाओं के लिए निर्भया फंड शरू होगा जिसमें 1000 करोड़ रुपये का प्रस्‍ताव है. महिलाओं के विकास के लिए 97 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
ग्रामीण विकास के लिए ग्रामीण आवासीय परियोजना के लिए 600 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया है. वित्त मंत्री पी. चिदंबरम संसद में 2013-14 का आम बजट पेश कर रहे हैं. ये चिदंबरम का आठवां बजट है. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि पहली बार घर खरीदने वालों को 25 लाख के होम लोन पर एक लाख तक की छूट मिलेगी. ग्रामीण बजट में 45 फीसदी का इजाफा किया गया है. 50 हजार करोड़ के इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर बॉन्‍ड जारी होंगे. नेशनल लाइव स्‍टॉक मिशन 2013 में लॉन्‍च होगा. इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर में 47 फीसदी विकास निजी क्षेत्र करेगा.
बजट 2013-14 में खाद्य सुरक्षा के लिए 10 हजार करोड़ और निवेश भत्ते के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रस्‍ताव किया गया है. छोटे उद्यमियों के लिए निवेश भत्ता शुरू होगा.
गैर-योजनागत खर्च के लिए 11,09,975 करोड़ रुपये का प्रावधान है. अगले साल वित्तीय घाटे का लक्ष्‍य 3.3 फीसदी और राजको‍षीय घाटा 4.8 फीसदी रखा गया है.
बैंकिंग एवं बीमा योजना सुधार राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना का दायरा बढ़ेगा. 10 हजार से ज्‍यादा आबादी वाली जगहों पर LIC का दफ्तर होगा. सरकारी बैंक की हर शाखा में एटीएम होगा. सरकारी बैंकों को 14 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे. सभी सरकारी बैंक ऑनलाइन होंगे. हर सरकारी बैंक में LIC ये पब्लिक सेक्‍टर इंश्‍योरेंस यूनिट होगा.
मनरेगा के लिए 33 हजार करोड़ रुपये का प्रावधानचिदंबरम ने यूपीए सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा के लिए 33 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. ग्रामीण विकास के लिए 80 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए 21,700 करोड़ रुपये, आदिवासी विकास के लिए 25 हजार करोड़, महिलाओं और बच्‍चों संबंधी विकास की नई योजना में 200 करोड़ रुपये रखे गए हैं. 65,867 करोड़ रुपये मानव संसाधन मंत्रालय के लिए निर्धारित किए गए हैं.
स्वास्थ्य क्षेत्र  राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना का दायरा बढ़ेगा. चिदम्बरम ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन में 28 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि करते हुए इसे बढ़ाकर 37,330 करोड़ रुपये करने की घोषाणा की. इसमें खास ध्यान चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण एवं शोध पर दिया गया है. उन्होंने कहा कि नए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जिसमें ग्रामीण मिशन तथा प्रस्तावित शहरी मिशन भी शामिल हैं, के लिए आवंटन में 24.3 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए इसे 21,239 करोड़ रुपये कर दिया गया है पिछले साल इसके लिए 25,927 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था. उन्होंने कहा कि 4,727 करोड़ रुपये चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण तथा शोध के लिए प्रदान करने का प्रस्ताव करता हूं.
वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम 21 राज्यों के 100 चुनिंदा जिलों में लागू की जाएगी. इस कार्यक्रम के लिए 150 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है.  केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जरिये आयुष- आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध तथा होम्योपैथी- विभागों को मुख्यधारा में लाएगी. आयुष विभागों के लिए 1,069 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जैसे छह संस्थानों ने सितम्बर 2012 से शुरू हुए अकादमिक सत्र में पहले बैच के छात्रों को दाखिला दिया था. इन कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों का संचालन वर्ष 2013-14 से शुरू होगा. इन संस्थाओं के लिए 1,650 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया गया है.
अल्‍पसंख्‍यकों के लिएअल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के लिए 3,511 करोड़ रुपये रखे हैं, जो चालू वर्ष के बजट अनुमान से 12 प्रतिशत और संशोधित अनुमान से 60 प्रतिशत अधिक हैं.
व्यापारी वर्ग के लिएनिवेश को बढ़ावा देने के लिए और छोटे व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए निवेश अलाउंस का प्रस्ताव रखा गया है. इसके तहत अगर कोई कंपनी 100 करोड़ रुपए का निवेश करती है तो वर्ष 2015 तक वो 15 प्रतिशत निवेश अलाउंस ले सकती है. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश और विदेशी संस्थागत निवेश में अंतर किया जाएगा. 10 प्रतिशत से कम निवेश को संस्थागत और इससे अधिक को प्रत्यक्ष निवेश माना जाएगा. मशीनों के आयात के लिए शून्य कस्टम ड्यूटी लागू करने का प्रस्ताव रखा गया है.
अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदु
- श्रीनगर से लेह तक नया हाइवे बनेगा. शहरों में सड़कों के लिए 10 हजार करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं.
- पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में दो नए पोर्ट बनेंगे. रांची में इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ बायोटेक्‍नोलॉजी बनेगा.
- 10 फीसदी से ज्‍यादा निवेश एफडीआई माना जाएगा. आवास कोष बनाया जाएगा, 2000 करोड़ का आवंटन.
- 6 फीसदी ब्‍याज दर पर बुनकरों को कर्ज मिलेगा. बुनकरों के लिए 96 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
- कारखानों के लिए 500 करोड़ के फंड का ऐलान किया गया है. साथ ही कोयले का उत्‍पादन बढ़ाने पर भी नीति बनेगी.
- वित्त मंत्री ने अगले वित्त वर्ष के लिए 16 लाख 65 करोड़ व्यय का लक्ष्य रखा है. अगली पंचवर्षीय योजना में 8 फीसदी विकास का लक्ष्य रखा गया है.
- केंद्रीय बिक्री कर और जीएसटी में अंतर के लिए राज्यों को मुआवजा देने के लिए 9,000 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव किया गया है.
- गैर-कृषि उत्पादों पर सीमा शुल्क में कोई बदलाव नहीं.
-  नेशनल चिल्‍ड्रेन फंड में डोनेशन पर 100 फीसदी छूट.
-अपैरल पार्क की स्थापना के लिए कपड़ा मंत्रालय को 50 करोड़ रुपये आवंटित
-1,50,000 बुनकरों को लाभ पहुंचाने के लिए हथकरघा क्षेत्र को 96 करोड़ रुपये आवंटित
-राजीव गांधी इक्विटी योजना का उदारीकरण.
-दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के आस-पास सात नए शहर की पहचान.
-बेंगलुरू-मुंबई औद्योगिक गलियारे पर प्रारंभिक कार्य शुरू.
-फसल विविधीकरण के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन
-पोषण समृद्ध फसल के संवर्धन के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित
-किसान-उत्पादक संगठनों के लिए 50 करोड़ रुपये आवंटित
-307 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ राष्ट्रीय मवेशी मिशन शुरू किया जाएगा
-मध्याह्न् भोजन योजना के लिए 13,250 करोड़ रुपये आवंटित
-एकीकृत बाल विकास योजना के लिए 17,700 करोड़ रुपये आवंटित
-अनुसूचित जाति योजना के लिए 41 हजार करोड़ रुपये
-विकलांगता विभाग के लिए 110 करोड़ रुपये
-चालू खाता घाटा के वित्तीयन के लिए 75 अरब डॉलर की जरूरत होगी
-आर्थिक प्राथमिकताओं के अनुरूप प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को प्रोत्साहित करने की जरूरत
-थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) घटकर सात फीसदी, खाद्य महंगाई दर अब भी चिंताजनक
चिदंबरम ने थपथपाई अपनी पीठ चिदंबरम ने कहा कि वह महंगाई दर 4.2 फीसदी पर ले आए. यूपीए के कार्यकाल में विकास दर सबसे ज्‍यादा है. उन्होंने कहा कि खाद्य महंगाई दर चिंता का विषय है. अगली पंचवर्षीय योजना में 8 फीसदी विकास का लक्ष्‍य रखा गया है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में मंदी का दौर है. लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है.

'लेडीज स्पेशल' रहा बजट, करोड़पतियों की कमाई पर कट

केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम का पिटारा खुल गया और चुनावी बजट बाहर आ गया। बजट में उन्होंने अमीरों का टैक्स बढ़ा दिया है लेकिन मिडिल क्लास पर टैक्स का कोई नया बोझ नहीं डाला है। टैक्स स्लैब्स से कोई छेड़खानी नहीं की गई है।
महिलाओं और युवाओं को लुभाने की पूरी कोशिश की गई है। चिदंबरम एक साथ आर्थिक चुनौतियां और चुनावी जरूरतों से जूझते नजर आए। उन्होंने विदेशी निवेश बढ़ाने पर खासा जोर दिया तो यूपीए सरकार की पुरानी योजनाओं के लिए भी पैसे देने में कोताही नहीं बरती। 
जैसी की उम्मीद थी सुपर रिच क्लास पर वित्त मंत्री की टेढ़ी नजर रही और मिडिल क्लास पर चिदंबरम थोड़े मेहरबान नजर आए। चिदंबरम ने कहा कि डायरेक्ट टैक्स दरें बढ़ाना तो उचित नहीं है लेकिन टैक्स बेस को बढ़ाना जरूरी है। चिदंबरम ने पर्सनल इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया। उन्होंने 2 से 5 लाख के स्लैब में राहत का ऐलान किया और टैक्स क्रेडिट में 2000 हजार की छूट का ऐलान किया। दूसरी तरफ एक करोड़ रुपए से ऊपर की आमदनी वालों पर 10 फीसदी सरचार्ज लगाकर उन्होंने अमीरों को अपने निशाने पर लिया। चिदंबरम ने 10 करोड़ की आमदनी वाली कंपनियों पर 10 फीसदी सरचार्ज का भी ऐलान किया।
चिदंबरम ने पूरी तरह से महिलाओं के लिए समर्पित एक विशेष सरकारी बैंक का भी ऐलान किया जो अक्टूबर से काम करना आरंभ कर देगा। ये बैंक महिलाओं द्वारा ही संचालित होगा और महिला उद्यमियों, कामकाजी व घरेलू महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करेगा। इस बैंक के लिए बजट में एक हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। सिंगल वुमन और विधवाओं के कल्याण के लिए 200 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। गर्भवती महिलाओं की देखभाल के लिए बजट में 300 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। एससी-एसटी वर्ग की छात्राओं के कल्याण के लिए 700 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। महिला विकास के लिए 97 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया।
बालिकाओं और महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित बनाने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किया गया है। इसके लिए एक हजार करोड़ रुपये के सरकारी अंशदान से निर्भया निधि बनाने का प्रस्ताव किया गया है। निर्भया उस लडकी का काल्पनिक नाम है जिसका दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप किया गया था और बाद में उसकी जान चली गई थी।
बजट में स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय को 37330 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव है। इसमें से 21239 करोड़ रुपये नए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लिए होंगे जिसमें ग्रामीण मिशन और प्रस्तावित शहरी मिशन दोनों शामिल हैं। यह राशि चालू वर्ष के संशोधित अनुमान से 24.3 प्रतिशत अधिक है।
बजट में चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए 4727 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव है। बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल के राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए 150 करोड़ रुपये रखे गए हैं। यह कार्यक्रम 21 राज्यों के 100 जिलों में चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आठ चिकित्सा केंद्र चलाए जा रहे हैं।
आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी को बढ़ावा देने के लिए आयुष विभाग को 1069 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव है। एम्स जैसे छह संस्थान सितंबर 2012 से शुरू हो गए हैं। इन संस्थानों में अगले वर्ष अस्पताल बनाने होंगे जिनके लिए 1650 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव है।

क्या हैं आम बजट 2013 की बड़ी बातें

केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने वर्ष 2013-14 के लिए लोकसभा में आम बजट पेश किया। यह देश का 82वां आम बजट है। आइए नजर डालते हैं आम बजट की बड़ी बातों पर।

नीतीश ने चिदंबरम के बजट से खुश होकर कहा 'शुक्रिया'

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वित्त मंत्री पी चिदंबरम की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने उनकी मांगों पर गौर किया है, जिसके लिए वो वित्त मंत्री का शुक्रिया करते हैं।
दरअसल आज वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बजट भाषण के दौरान विशेष राज्य के दर्जे को लेकर मापदंड को बदलने के प्रस्ताव को स्वीकार करने की बात कही। जिसको लेकर नीतीश कुमार उत्साहित हैं। 
नीतीश ने चिदंबरम को धन्यवाद देते हुए कहा कि ये हमारी सैद्धांतिक जीत है। उन्होंने कहा कि अब बिहार के विशेष राज्य के दर्जे को लेकर दिल्ली में 17 मार्च को होनेवाली रैली और महत्वपूर्ण हो गई है। साथ ही नीतीश ने नालंदा विश्वविद्यालय के लिए भी फंडिंग का ऐलान करने पर चिदंबरम को धन्यवाद दिया। 

टैक्स छूट के नाम पर सालाना दो हजार का झुनझुना

चुनावी साल में आम आदमी को बजट से काफी उम्मीदें थीं। देश की नौकरीपेशा आम जनता सोच रही थी कि कमरतोड़ महंगाई में वित्त मंत्री टैक्स में राहत देंगे। कुछ ऐसा करेंगे कि महंगाई के बोझ से मध्यम वर्ग को राहत मिले। लोगों की उम्मीदें टूट गईं। नौकरीपेशा लोगों को राहत के नाम पर मिला सालाना 2 हजार रुपये का लॉलीपॉप।
दरअसल टैक्स स्लैब में वित्त मंत्री ने कोई बदलाव नहीं किया है। अभी भी टैक्स छूट की सीमा 2 लाख रुपये ही है। सालाना 2 लाख से पांच लाख रुपये तक की कमाई वाले नौकरीपेशा को अब भी दस फीसदी टैक्स देना होगा। पांच लाख से दस लाख रुपये तक 20 फीसदी टैक्स देना होगा और अगर दस लाख रुपये से ऊपर तनख्वाह है तो तीस फीसदी टैक्स देना होगा। छूट के नाम पर वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने 2 से पांच लाख रुपये तनख्वाह पाने वाले नौकरीपेशा को टैक्स में महज दो हजार रुपये की छूट दी है। तो अगर सरचार्ज जोड़ कर देखें तो पहले 2 लाख की तनख्वाह वाले को कोई टैक्स नहीं देना होता था अब भी नहीं देना होगा।
तीन लाख की कमाई वाले अब तक देते थे 10,300 रुपये लेकिन अब उन्हें टैक्स देना होगा 8240 रुपये यानि उन्हें भी 2060 रुपये का फायदा होगा। 4 लाख की कमाई पर पहले टैक्स था 20,600 रुपये, लेकिन अब 18540 रुपये टैक्स देना होगा यानि फायदा 2060 रुपये का है। इसी तरह पांच लाख की कमाई पर टैक्स था 30,900 रुपये जो अब हो गया है 28840 रुपये, यहां भी फायदा सिर्फ 2060 रुपये का ही है।
पांच लाख से ऊपर और एक करोड़ रुपये से नीचे तक की कमाई वालों को उतना ही टैक्स देना होगा जितना वो पहले देते थे। लेकिन वित्त मंत्री ने अमीरों पर सरचार्ज का हल्का फुल्का कोड़ा फटकारा है। अब उन लोगों को टैक्स के अलावा 10 फीसदी सरचार्ज भी देना होगा जिनकी कमाई एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। यानि उन्हें 30 लाख के टैक्स के अलावा 3 लाख रुपये का सरचार्ज भी देना होगा।
फायदे के लॉलीपॉप के तौर पर वित्त मंत्री ने उन लोगों को ब्याज में एक लाख रुपये की छूट दी है जो पहली बार 25 लाख रुपये तक का पहला मकान खरीदना चाहते हैं। पहले ये छूट दस लाख रुपये तक के मकान पर थी। लेकिन एक हाथ दे, दूसरे हाथ ले की पॉलिसी के तहत उन्होंने 50 लाख रुपये से ज्यादा का मकान खरीदने या बेचने वाले पर एक फीसदी का टीडीएस लगा दिया है।
इसके अलावा वित्त मंत्री ने राजीव गांधी इक्विटी स्कीम का दायरा बढ़ा दिया है। पहले दस लाख रुपये सालाना कमाने वाले को पहली बार शेयर बाजार में निवेश करने पर पचास हजार रुपये की टैक्स छूट मिलती थी। लेकिन अब 12 लाख सलाना कमाने वालों को भी इस छूट का फायदा मिलेगा। देश के मध्यमवर्ग को काफी उम्मीदें थीं। पिछले बजट में सर्विस टैक्स के बोझ से दबी जनता को हर मोर्चे पर नाकामी मिली है। जनता मांग कर रही थी कि बड़े शहरों में किराए का स्लैब काफी बढ़ गया है लेकिन सरकार की किराए पर छूट वही 2004 वाली ही है। इसके अलावा आने जाने का खर्च भी काफी बढ़ा है लेकिन सरकार टैक्स पर राहत अभी तक महज 800 रुपये पर ही दे रही है।
यही नहीं बच्चों की फीस में भी पिछले सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है लेकिन अभी भी महज एक बच्चे की 100 रुपये की फीस पर ही छूट है। अभी भी सालाना 15 हजार के चिकित्सा खर्च पर ही टैक्स छूट मिलती है जबकि इलाज की कीमत आसमान छू रही है। लोगों को उम्मीद थी कि सरकार 80 सी के तहत निवेश की सीमा एक लाख रुपये से ऊपर करेगी। लेकिन वहां भी लोगों को निराशा ही हाथ लगी।

Tuesday, February 26, 2013

जानिए भारतीय रेल से जुड़े कुछ रोचक तथ्‍य

भारतीय रेलवे न केवल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल सेवा है बल्कि यह दुनिया में सर्वाधिक लोगों को नौकरी प्रदान करने वाले प्रक्रमों में से एक है। आइए, कुछ तथ्यों से रूबरू हो लें : -भारतीय रेलवे 63,974 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के साथ दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेल यातायात नेटवर्क संचालित करने वाला प्रक्रम है। -यह अमेरिका, रूस, चीन तथा कनाडा के साथ दुनिया के पांच सबसे लंबी रेल नेटवर्क संचालित करने वाले प्रक्रमों से एक है। -यह एक अरब टन प्रतिवर्ष माल ढोने वाले रेल यातायात क्लब में शामिल हो गया है।
भारतीय रेलवे प्रतिदिन 19,000 ट्रेनों का संचालन करता है। इनमें से 12,000 ट्रेनें यात्री ट्रेनें हैं तथा 7,000 ट्रेनें माल ढोने के लिए हैं। -भारतीय रेलवे के अंतर्गत 7,083 स्टेशन हैं। -खड़गपुर स्थित 2,733 फीट लंबा रेल प्लेटफॉर्म दुनिया का सबसे लंबा रेल प्लेटफॉर्म है। -भारतीय रेलवे प्रतिदिन 26.5 लाख टन माल की ढुलाई करता है। -भारतीय रेलवे के अंतर्गत 230 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं तथा 72 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष भारतीय रेलवे का उपयोग करते हैं। -भारतीय रेलवे प्रक्रम के अंतर्गत 14 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं। -इकोनॉमिस्ट पत्रिका के अनुसार, भारतीय रेलवे दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी नियोक्ता प्रक्रम है। -अमेरिकी रक्षा विभाग, चीनी सेना, वॉल मार्ट, चीनी राष्ट्रीय पेट्रोलियम, स्टेट ग्रिड ऑफ चीन तथा ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा के बाद भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़ा नियोक्ता प्रक्रम है। -भारतीय रेलवे का राजस्व आधार प्रतिवर्ष 1,06,000 करोड़ रुपये है। -भारतीय रेलवे पिछले 170 वर्षो से अपनी सेवा प्रदान कर रहा है। -भारतीय रेलवे के अंतर्गत पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1843 को मुंबई से ठाणे के बीच चली थी।

रेल बजट में सोनिया मैडम को लगा मक्‍खन, रायबरेली खुश

लोकसभा में मंगलवार को पेश वर्ष 2013-14 के रेल बजट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और अमेठी का खास खयाल रखा गया। आखिर क्‍यों न हो आलाकमान को खुश जो रखना था। रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने रायबरेली के लिये एक नहीं कई सौगातें दी हैं। रेल कोच फैक्ट्री के बाद वहां नया रेल पहिया कारखाना लगाने की बात कही गई है। रेल मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि स्टील अथरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के सहयोग से रायबरेली में नया रेल पहिया कारखाना लगाया जाएगा। उम्मीद की जा रही थी कि करीब 18 साल बाद किसी कांग्रेसी रेल मंत्री द्वारा पेश बजट में रायबरेली को जरूर कोई बड़ा तोहफा मिलेगा। कहा जा रहा है कि नेहरू-गांधी परिवार के गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में इस बड़ी परियोजना का ऐलान करके बंसल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खुश करने की कोशिश की है। रेल पहिया कारखाना को स्थापित होने में पांच से छह साल का वक्त लग सकता है। ऐसे में इस घोषणा का फायदा सोनिया वर्ष 2014 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के साथ-साथ अगले लोकसभा चुनाव में भी उठा सकेंगी। रायबरेली को तीन नई ट्रेनें भी दी गई हैं- 1. यशवंतपुर-लखनऊ एक्‍सप्रेस (साप्‍ताहिक) वाया राय-बरेली, प्रतापगढ़। 2. लखनऊ-वाराणसी एक्‍सप्रेस (सप्‍ताह में 6 दिन) वाया राय-बरेली। 3. कोलकाता-आगरा एक्‍सप्रेस (साप्‍ताहिक) वाया अमेठी, राय-बरेली, मथुरा। उल्लेखनीय है कि करीब छह हजार करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली के लालगंज कस्बे में निर्मित रेल कोच फैक्ट्री का लोकार्पण सोनिया गांधी रेल मंत्री पवन बंसल के साथ पिछले साल सात नवंबर को कर चुकी हैं। सोनिया ने उसी दिन रेल कोच कारखाने से निर्मित 20 अत्याधुनिक वातानुकूलित डिब्बों को भारतीय रेल में शामिल करने के लिए हरी झंडी दिखाई थी और उन 613 किसानों को नौकरी का प्रस्ताव पत्र दिया था, जिनकी जमीन फैक्ट्री के लिए अधिग्रहित की गई थी।

महिलाओं को कार्यस्थल पर प्रताड़ना से बचाने वाले विधेयक को मंजूरी

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने सरकारी दफ्तरों और निजी कार्यस्थलों पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न रोकने तथा कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मंगलवार को राज्यसभा में महिला यौन उत्पीड़न (निरोधक) विधेयक पेश किया। जिसे संसद ने मंजूरी दे दी। विधेयक पेश करते हुए तीरथ ने कहा कि इस विधेयक के अंतर्गत संगठित तथा असंगठित दोनों क्षेत्रों को शामिल किया गया है तथा इसके अंतर्गत घरेलू श्रमिकों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा, "इस विधेयक का उद्देश्य कामकाजी महिलाओं को, चाहे वे संगठित क्षेत्र की हों या अंसठित क्षेत्र की, कामकाज का स्वतंत्र माहौल उपलब्ध कराना है।" यह विधेयक सरकारी एवं निजी दोनों क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं के लिए लाभदायक होगा। तीरथ ने कहा कि सभी नियोक्ताओं को अपने यहां यौन उत्पीड़न मुक्त वातावरण बनाने तथा यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच के लिए एक आंतरिक समिति के गठन की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्य नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित पहले से ही 48 विधेयक हैं, जरूरत है तो इन कानूनों को प्रभावी तरीके से लागू किए जाने की।

जल्द मिलेगा किंगफिशर को कर्ज वसूली का नोटिस

बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस से कर्ज वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी के सबसे बड़े लेनदार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज वसूली का नोटिस 1 महीने में मिल जाएगा।
एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण कुमार ने कहा है कि बैंकों ने कर्ज वसूली के लिए एक कमेटी बना ली है। और ये कमेटी कर्ज वसूलने के लिए कानूनी सलाह ले रही है।
वहीं किंगफिशर एयरलाइंस का नुकसान इंडिगो का फायदा बन गया है। सूत्रों के मुताबिक किंगफिशर एयरलाइंस के खाली हुए स्लॉट के लिए इंडिगो सबसे बड़ी दावेदार है। जानकार भी मानते हैं कि अब इंडिगो कमाऊ विदेशी रूट के अधिकार मांगेगी खासकर दुबई और थाईलैंड के रूट।
इंडिगो के अलावा स्पाइसजेट भी विदेशी रूट के लिए दावा पेश करेगी। लेकिन इंडिगो के पास 16 नए एयरबस विमान आने वाले हैं ऐसे में उसकी दावेदारी ज्यादा मजबूत होगी।

लखनऊ में दुकानदार की हत्या, हत्यारे फरार

उत्तर प्रदेश की राजधानी जहां लखनऊ में एक दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे फरार हो गए। पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है।
पुलिस के मुताबिक लखनऊ के गोमती नगर में दुकानदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है। फिलहाल हत्यारे का कोई पता नहीं चला है।

क्या आपको मालूम है भारतीय रेलवे से जुड़ी ये बातें?

भारतीय रेलवे न केवल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल सेवा है बल्कि यह दुनिया में सर्वाधिक लोगों को नौकरी प्रदान करने वाले प्रक्रमों में से एक है। आइए, कुछ तथ्यों से रूबरू हो लें:
- भारतीय रेलवे 63,974 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के साथ दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेल यातायात नेटवर्क संचालित करने वाला प्रक्रम है।
- यह अमेरिका, रूस, चीन तथा कनाडा के साथ दुनिया के पांच सबसे लंबी रेल नेटवर्क संचालित करने वाले प्रक्रमों से एक है।
- यह एक अरब टन प्रतिवर्ष माल ढोने वाले रेल यातायात क्लब में शामिल हो गया है।
- भारतीय रेलवे प्रतिदिन 19,000 ट्रेनों का संचालन करता है। इनमें से 12,000 ट्रेनें यात्री ट्रेनें हैं तथा 7,000 ट्रेनें माल ढोने के लिए हैं।
- भारतीय रेलवे के अंतर्गत 7,083 स्टेशन हैं।
- खड़गपुर स्थित 2,733 फीट लंबा रेल प्लेटफॉर्म दुनिया का सबसे लंबा रेल प्लेटफॉर्म है।
- भारतीय रेलवे प्रतिदिन 26.5 लाख टन माल की ढुलाई करता है।
- भारतीय रेलवे के अंतर्गत 230 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं तथा 72 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष भारतीय रेलवे का उपयोग करते हैं।
- भारतीय रेलवे प्रक्रम के अंतर्गत 14 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं।
- इकोनॉमिस्ट पत्रिका के अनुसार, भारतीय रेलवे दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी नियोक्ता प्रक्रम है।
- अमेरिकी रक्षा विभाग, चीनी सेना, वॉल मार्ट, चीनी राष्ट्रीय पेट्रोलियम, स्टेट ग्रिड ऑफ चीन तथा ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा के बाद भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़ा नियोक्ता प्रक्रम है।
- भारतीय रेलवे का राजस्व आधार प्रतिवर्ष 1,06,000 करोड़ रुपये है।
- भारतीय रेलवे पिछले 170 वर्षो से अपनी सेवा प्रदान कर रहा है।
- भारतीय रेलवे के अंतर्गत पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1843 को मुंबई से ठाणे के बीच चली थी।

सनी-कंगना स्टारर आई लव न्यू ईयर की झलक

'आई लव न्यू ईयर’ में सनी देओल अपनी इमेज से हटकर एकदम अलग नजर आएंगे। फिल्म में सनी संग कंगना रनाउत नजर आएंगी। राधिका रॉव और विनय सप्रू के निर्देशन में बनी 'आई लव न्यू ईयर' 26 अप्रैल को प्रदर्शित होगी।
सनी ने अपनी फिल्म 'आई लव न्यू ईयर' के बारे में बताते हुए कहा कि यह फिल्म रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। उन्होंने कहा कि एक अभिनेता के रूप में मैं सब कुछ करना चाहता हूं। मेरे प्रशंसकों को मुझे दूसरे रूप में भी देखना है

राज ठाकरे के काफिले पर पथराव,MNS के लोगों का हंगामा-तोड़फोड़

महाराष्ट्र में एमएनएस और एनसीपी की लड़ाई सड़कों पर आ गई है। मंगलवार की रात अहमदनगर में एमएनएस अध्यक्ष राजठाकरे के काफिले पर पथराव हुआ। आरोप अजित पवार के समर्थकों पर है। जवाब में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने मुंबई और ठाणे में एनसीपी के दफ्तरों पर हमले किए और अजीत पवार के पुतले फूंके। पुलिस ने पुतला फूंक रहे 15-20 लोगों को हिरासत में ले लिया।
एमएनएस कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ शरद पवार के भतीजे और राज्य के उप मुख्यमंत्री का पुतले और पोस्टर जलाए, बल्कि एनसीपी के दफ्तरों पर भी हमला किया। एमएनएस कार्यकर्ताओं का गुस्सा ये खबर मिलने के बाद भड़का कि अहमदनगर में अजित पवार समर्थकों ने राजठाकरे के काफिले पर हमला किया। बाद में पुलिस ने पुतला फूंक रहे 15-20 लोगों को हिरासत में ले लिया।
 दरअसल एमएनएस नेता राजठाकरे आजकल पूरे महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। इनदिनों उनका काफिला एनसीपी के दबदबे वाले इलाकों से गुजर रहा है। पिछले दिनों सोलापुर में राज ने अजित पवार और आर आर पाटिल की चुटकी ली थी। इसके विरोध में अहमदनगर में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए। छोटामोटी झड़प भी हुई और पथराव की खबरें भी सामने आईं है। मगर एमएनएस नेता इस बाते से इनकार कर रहे हैं। 
राज ठाकरे ने जिस तरह से सोलापुर में असंसदीय भाषा का उपयोग किया था पार्टी का कार्यकर्ता उससे नाराज था। आज राज ठाकरे के खिलाफ कुछ प्रदर्शन किया गया था। एनसीपी के कई कार्यालय हैं। खबर है कि कुछ लोगों ने पार्टी कार्यालय पर पत्थर फेंके हैं। रात में ही मुंबई और ठाणे के एनसीपी दफ्तरों पर हमले शुरु हो गए। हिंगोली में एनसीपी दफ्तर पर हमला किया गया, एनसीपी नेता आसिफ भामला की गाड़ी के साथ तोड़-फोड़ की गई। भामला समर्थकों ने थाने में जाकर हंगामा मचाया। उधर ठाणे में भी एनसीपी के दफ्तर पर पत्थरबाजी की गई। ये वही दफ्तर है जहां एनसीपी नेता जीतेंद्र आह्वाड बैठते हैं।
आह्वाड का कहना है कि हमला उनकी गैरमौजूदगी में छिपकर किया गया। मैं उठ कर गया ही था कि पाता चला कि किसी ने हमला किया। एनसीपी दफ्तरों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस सतर्क हुई। पुलिस ने तत्काल एनसीपी दफ्तरों की सुरक्षा कड़ी कर दी। पुलिस की गाड़ियां एनसीपी दफ्तरों के इर्द-गिर्द चक्कर काटने लगीं। उधर दफ्तरों पर हमले की खबर पाते ही एनसीपी कार्यकर्ता भी लामबंद होने लगे और करारा जवाब देने की बात करने लगे।
दरअसल अगले साल लोकसभा चुनाव हैं और उसके बाद विधानसभा चुनाव भी। इन दोनों चुनावों में राज ठाकरे की एमएनएस अब तक कोई कामयाबी नहीं हासिल कर सकी है। लिहाजा एकला चलो का नारा दे चुके राजठाकरे अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने की कवायद में लगे हैं, लेकिन अब तक एमएनएस की कारगुजारियों से मुंह फेरती रही एनसीपी अचानक इतनी आक्रामक क्यों हैं ये चौंकाने वाली बात है। कुछ लोग इसे पवार परिवार की अंदरूनी कलह और अजित पवार की अपनी छवि चमकाने की कवायद भी मान रहे हैं।
राज ने पहले ही ऐलान कर रखा है कि वो फिलहाल एकला चलेंगे। ऐसे में उनके आगे अपने लिए ज्यादा जगह बनाने की चुनौती है लिहाजा वो इस कवायद में हैं और एनसीपी को अपने गढ़ बचाने की। लिहाजा ये टकराव आगे क्या रंग लेता है ये देखने की बात होगी।


कोलकाता के सूर्यसेन बाजार में भयंकर आग, 13 लोगों की मौत

कोलकाता के सूर्यसेन बाजार में सुबह-सुबह भयंकर आग भड़क गई है। आग में जलकर 13 लोगों की मौत हो गई है। आग को बुझाने के लिए दमकल की 25 गाड़ियों को लगाया गया है।
आग कागज के एक गोदाम से भड़की और इसके बाद इसने विकराल रुप धारण कर लिया। गोदाम में प्लास्टिक के सामान रखे थे। सूत्रों के मुताबिक आग बुझाने में मुश्किलें आ रही हैं। बताया जा रहा है कि आग में कुछ लोग फंसे हुए भी हो सकते हैं। आग की वजह से सावधानी बरती जा रही है। सूर्यसेन बाजार बहुत ही भीड़भाड़ वाला इलाका है और ये सियालदाह स्टेशन से सटा हुआ है। इस इलाके में प्रिंटिंग का काम ज्यादा होता है। सूर्यसेन बाजार के नजदीक एक घनी बस्ती भी है।

कितना बढ़ा किराया, कितना महंगा हुआ रिजर्वेशन !

रेल बजट में रेलगाड़ियों के यात्री किरायों पर लागू आरक्षण शुल्क, तत्काल शुल्क, टिकट कैंसिलेशन चार्ज और सुपरफास्ट सरचार्ज में प्रस्तावित बदलाव इस प्रकार हैं।
-----------------------आरक्षण चार्ज
-दूसरे दर्जे का मौजूदा आरक्षण चार्ज 15 रुपये आगे भी 15 रुपये ही रहेगा।
-स्लीपर क्लास का मौजूदा चार्ज 20 रुपये आगे भी 20 रुपये ही रहेगा।
-एसी चेयर कार का मौजूदा चार्ज 25 रुपये आगे से 40 रुपये लगेगा।
-एसी 3 इकॉनॉमी का मौजूदा चार्ज 25 रुपये आगे से 40 रुपये लगेगा।
-एसी 3 टियर का मौजूदा चार्ज 25 रुपये आगे से 40 रुपये लगेगा।
-फर्स्ट क्लास का मौजूदा चार्ज 25 रुपये आगे से 50 रुपये लगेगा।
-एसी 2 टियर का मौजूदा चार्ज 25 रुपये आगे से 50 रुपये लगेगा।
-एसी फर्स्ट क्लास का मौजूदा चार्ज 35 रुपये आगे से 60 रुपये लगेगा।
-एक्जीक्यूटिव क्लास का मौजूदा चार्ज 35 रुपये आगे से 60 रुपये लगेगा।
--------------सुपरफास्ट चार्ज
-दूसरे दर्जे का मौजूदा आरक्षण चार्ज 10 रुपये आगे से 15 रुपये लगेगा।
-स्लीपर क्लास का मौजूदा चार्ज 20 रुपये आगे से 30 रुपये लगेगा।
-एसी चेयर कार का मौजूदा चार्ज 30 रुपये आगे से 35 रुपये लगेगा।
-एसी 3 इकॉनॉमी का मौजूदा चार्ज 30 रुपये आगे से 45 रुपये लगेगा।
-एसी 3 टियर का मौजूदा चार्ज 30 रुपये आगे से 45 रुपये लगेगा।
-फर्स्ट क्लास का मौजूदा चार्ज 30 रुपये आगे से 45 रुपये लगेगा।
-एसी 2 टियर का मौजूदा चार्ज 30 रुपये आगे से 45 रुपये लगेगा।
-एसी फर्स्ट क्लास का मौजूदा चार्ज 50 रुपये आगे से 75 रुपये लगेगा।
-एक्जीक्यूटिव क्लास का मौजूदा चार्ज 50 रुपये आगे से 75 रुपये लगेगा।
---- टिकट रद्द कराने के चार्ज
रिजर्व दूसरा दर्जा-मौजूदा 20 रुपए-नया 30 रुपए
स्लीपर क्लास–मौजूदा 40 रुपए–नया 60 रुपए
एसी चेयर कार–मौजूदा 60 रुपए–नया 90 रुपए
एसी 3 इकॉनॉमी-मौजूदा 60 रुपए–नया 90 रुपए
एसी 3 टियर-मौजूदा 60 रुपए–नया 90 रुपए
एसी 2 टियर–मौजूदा 60 रुपए–नया 100 रुपए
एसी फर्स्ट -मौजूदा 70 रुपए–नया 120 रुपए
एक्जीक्यूटिव–मौजूदा 70 रुपए–नया 120 रुपए
---------वेटिंग लिस्ट और आरएसी टिकट रदद् कराने का चार्ज
रिजर्व दूसरा दर्जा-मौजूदा 10 रुपए-नया 15 रुपए
स्लीपर क्लास–मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
एसी चेयर कार–मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
एसी 3 इकॉनॉमी-मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
एसी 3 टियर-मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
एसी 2 टियर–मौजूदा 20 रुपए– नया 30 रुपए
एसी फर्स्ट-मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
एक्जीक्यूटिव–मौजूदा 20 रुपए–नया 30 रुपए
------तत्काल टिकट के अतिरिक्त चार्ज
रिजर्व दूसरा दर्जा-मौजूदा 10 रुपए-नया 10 रुपए
स्लीपर क्लास–मौजूदा 75 रुपए–नया 90 रुपए से 175 रुपए तक
एसी चेयर कार–मौजूदा 75 रुपए–नया 100 से 150 रुपए तक
एसी 3 टियर-मौजूदा 200 रुपए–नया 250 से 300 रुपए तक
एसी 2 टियर–मौजूदा 200 रुपए–नया 300 से 400 रुपए तक
एक्जीक्यूटिव क्लास–मौजूदा 200 रुपए–नया 300 से 400 रुपए तक

रेल बजट 2013 पढ़ें-रेल मंत्री के भाषण की मुख्य बातें

रेल मंत्री पवन बंसल लोकसभा में रेल बजट पेश कर रहे हैं। रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी को धन्यवाद देते हुए अपना भाषण शुरू किया। अपने भाषण में रेल मंत्री ने क्या-क्या बड़ी बातें कहीं पढ़ें-
1 सुपरफास्ट और तत्काल शुल्क में वृद्धि।
2 67 नई एक्सप्रेस रेलगाड़ियां और 27 नई यात्री रेलगाड़ियां शुरू होंगी तथा 58 रेलगाड़ियों का मार्ग विस्तार होगा।
3 नई ऋण सेवा निधि की स्थापना।
4 पहले के घाटे की जगह 2012-13 कोष आधिक्य के साथ बंद होगा, 12वीं योजना के आखिर तक 30 हजार करोड़ रुपये की कोष आधिक्य बनाने की जरूरत।
5 88.8 फीसदी संचालन अनुपात हासिल।
6 लाभांश पांच फीसदी से घटकर चार फीसदी।
7 मुंबई में 72 अतिरिक्त उपनगरीय सेवा और कोलकाता में 18।
8 यात्री किराए में वृद्धि नहीं।
9 जनवरी में किराया समायोजना आय में 6,600 करोड़ रुपये की वृद्धि।
10 2013-14 में 63,000 करोड़ रुपये का निवेश।
11 2013-14 में 104.7 करोड़ टन माल ढुलाई का अनुमान।
12 2013-14 में यात्री किराए से 42,000 करोड़ रुपये की आय का अनुमान।
13 सिकंदराबाद में भारतीय रेलवे वित्तीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना होगी।
14 कार्बन फुटप्रिंट घटाने के लिए अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली में एक पीठ।
15 राजीव गांधी खेल रत्न और ध्यानचंद पुरस्कार जीतने वाले को मुफ्त प्रथम श्रेणी पास सुविधा मिलेगी।
16 मरणोपरांत महावीर चक्र, वीर चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र पाने वाले अविवाहित शहीदों के माता-पिता को प्रथम श्रेणी पास।
17 स्वतंत्रता सेनानियों के पूरक पास प्रत्येक साल की जगह हर तीन साल में नवीनीकृत होंगे।
18 रायबरेली में नया पहिया कारखाना लगेगा।
19 भिलवारा में ग्रीनफील्ड ईएमयू विनिर्माण कारखाना लगेगा।
20 सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करने के लिए रेलवे ऊर्जा प्रबंधन कम्पनी स्थापित होगी।
21 1,000 फाटकों पर सौर ऊर्जा से रोशनी होगी।
22 1.51 लाख रिक्तियां भरी जाएंगी।
23 लोकोमोटिव कैब वातानुकूलित होगी।
24 स्वतंत्रता संग्राम से सम्बंधित स्थानों की यात्रा के लिए आजादी एक्सप्रेस।
25 भारत एक अरब टन माल ढुलाई समूह में।
26 2013-14 के आखिर तक दो समर्पित रेल गलियारों के लिए 1,500 किलोमीटर का ठेका दिया जाएगा।
27 सार्वजनिक-निजी साझेदारी मॉडल के लिए एक लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य।
28 कुछ रेलगाड़ियों पर मुफ्त वाई-फाई सेवा दी जाएगी।
29 नई दिल्ली में स्टेशनों के सुधार के लिए 100 करोड़ रुपये।
30 ए-1 और अन्य चुने हुए स्टेशनों पर 179 एस्केलेटरों और 400 लिफ्ट का प्रावधान।
31 मोबाइल फोन से ई-टिकटिंग।
32 आरक्षण स्थिति पर यात्रियों को एसएमएस अलर्ट।
33 2013 के आखिर तक अगली पीढ़ी की ई-टिकटिंग प्रणाली।
34 मरम्मत के लिए 17 पुलों की पहचान।
35 धुआं और अग्नि का पता लगाने वाली प्रणाली शामिल।
36 गार्ड वैन में अग्निशामक उपकरण (फायर एक्स्टींग्वीशर) रखा जाएगा।
37 10 सालों के लिए कारपारेट योजना तैयार होगी।
38 महिला सुरक्षा के लिए महिला आरपीएफ कर्मियों की चार कम्पनियां गठित। आठ और कम्पनियों का गठन होगा।
39 छह और रेल नीर बॉटलिंग संयंत्र स्थापित होंगे।
40 नुकसान 2011-12 के 22,500 करोड़ रुपये से बढ़कर 2012-13 में 24,600 करोड़ रुपये।
41 योजना आयोग ने 12वीं योजना के लिए 125.19 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए।
42 दुर्घटनाओं में कमी - प्रति 10 लाख में दुर्घटनाओं का अनुपात 0.41 से घटकर 0.13।
43 31,846 मानव रहित फाटकों को समाप्त करने का लक्ष्य।

बंसल का ‘लालू छाप’ रेल बजट, आम आदमी की जेब सफाचट

रेल मंत्री पवन बंसल ने आज लोकसभा में रेल बजट पेश कर दिया और अपने पूर्ववर्ती रेल मंत्री लालू यादव की तर्ज पर जनता की नाक सीधे न पकड़ कर यात्रियों की जेब पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला कर दिया।
भले ही रेलमंत्री ने फिलहाल रेल यात्री किराये में बढ़ोतरी की बात नहीं की लेकिन बजट में साफ कर दिया है कि ट्रेनों में आरक्षण अब महंगा होगा। टिकट कैंसिल कराने पर चार्ज पहले से ज्यादा वसूला जाएगा यानि सरचार्ज के नाम पर यात्रियों से पैसा वसूला जाएगा।
वैसे बंसल यहीं नहीं रुके। उन्होंने सुपरफास्ट चार्ज भी बढ़ाने का ऐलान किया है। तत्काल टिकट भी अब पहले से महंगा पड़ेगा। यानी सीधे-सीधे तो किराया नहीं बढ़ा है लेकिन पिछले दरवाजे से रेलवे की कमाई और जनता की जेब ढीली करने का पूरा इंतजाम कर दिया गया है।

Sunday, February 24, 2013

चीन में प्रदूषण का कहर, कई गांव बने कैंसर विलेज

चीन में बढ़ते प्रदूषण की वजह कई गांव कैंसर के गढ़ में तब्दील होते जा रहे हैं। चीन ने खुद आधिकारिक रुप से इस बात की पुष्टि की है। विदेशी और घरेलू मीडिया की आलोचनाओं के बाद खुद चीन ने इस बात को माना कि चीन के कई गांव कैंसर विलेज बनते जा रहे हैं।
चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि जहरीले और नुकसानदेह रसायनिक पदार्थों की वजह से कई समस्याएं सामने आ रही हैं। मंत्रालय ने यह स्वीकार किया है कि आमतौर पर चीन में वैसे जहरीले और हानिकारक रसायनिक पदार्थ इस्तेमाल किए जाते है जिन पर विकसित देशो ने प्रतिबंध लगाया हुआ है। इन जहरीले रसायनिक पदार्थों की वजह से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पता है।
विश्व के कई संगठन और मीडिया समूह चीन में बढते प्रदूषण का मुद्दा उठाते रहे हैं। विश्व बैंक ने 2007 मे कहा था कि विश्व के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में से 16 चीन में है। चीन ने 2011 में 23 लाख टन इेलेक्ट्रॉनिक कूड़ा उत्पादित किया था। यहां तक कि चीन दूसरे देशों से भी इलेक्ट्रॉनिक कूड़ा खरीदता है। 

पाक उलेमा करेंगे अफगानिस्तान सम्मेलन का बहिष्कार

पाकिस्तानी उलेमाओं ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के उलेमाओं का काबुल में मार्च में होने वाले सम्मेलन का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। उनके फैसले से यह आयोजन खटाई में पड़ गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पाकिस्तानी उलेमाओं के प्रमुख मुफ्ती अबू हुरैरा ने पिछले सप्ताह अपने बहिष्कार की सूचना अफगान उलेमा काउंसिल को दी। उनका कहना है कि यह सम्मेलन तालिबान को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा था।
पाकिस्तान के एक अन्य धार्मिक नेता ताहिर अशरफी ने भी सम्मेलन में शिरकत नहीं करने का ऐलान किया। बकौल अशरफी, तालिबान के खिलाफ फतवा जारी करने के लिए इस मौके का इस्तेमाल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि अफगनिस्तान सरकार ने दोनों इस्लामी मुल्कों के प्रमुख धार्मिक विद्वानों को एक साथ लाने के लिए काबुल में सम्मेलन करने का प्रयास किया था।
सम्मेलन का मकसद अफगानिस्तानी और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सैनिकों के खिलाफ फिदायीन हमलों की निंदा करना था।
अफगनिस्तान के पर्यवेक्षकों का कहना है कि पाकिस्तानी उलेमा तालिबान पर सीधे हमला इसलिए नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि वे कभी तालिबानी आतंकवादियों के शिक्षक रह चुके हैं। वे उनके खिलाफ कभी भी फतवा नहीं जारी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि तालिबान पहले ही पाकिस्तान उलेमाओं से काबुल सम्मेलन में शिरकरत नहीं करने की अपील कर चुका है।

लश्कर ने कराए धमाके, और हमलों की धमकी दी!

शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके दिलसुखनगर में गुरुवार को दो बम धमाके के तीन दिन बाद एक पत्र में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने हमले की जिम्मेवारी लेते हुए ऐसे और हमले करने की धमकी दी है। भारतीय जनता पार्टी की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जी कृष्ण रेड्डी को पत्र मिला जिसे लश्कर का माना जा रहा है। पत्र में शहर के एक बड़े व्यापारिक केंद्र बेगम बाजार में हमले की धमकी दी गई है। पत्र में गुरुवार के हमले की जिम्मेवारी भी ली गई है।
रेड्डी ने कहा कि अंग्रेजी और उर्दू में लिखे पत्र को एबिड्स थाने को सौंपा गया है। पुलिस ने बताया है कि वे पत्र की सत्यता की जांच कर रहे हैं और यह कहां से भेजा गया है इसका पता लगा रहे हैं।
बेगम बाजार को इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों ने हमले के लिए चिंहित किया था। आतंकवादी संगठन के एक सदस्य को पिछले साल दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उससे हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ।
दिलसुखनगर में आतंकवादी हमला होने के बाद पुलिस ने बेगम बाजार में सुरक्षा कड़ी कर दी है।

चेन्नई में भारत ने 8 विकेट गंवाकर बनाए 515 रन स्कोर

चेन्नई टेस्ट में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 8 विकेट के नुकसान पर 515 रन बना लिए हैं, हालांकि तीसरे दिन सचिन तेंदुलकर से सबसे ज्यादा शतक की उम्मीद थी लेकिन वो 81 रन बनाकर लायन की गेंद पर आउट हो गए।
सचिन और कोहली ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को संभलकर खेल रहे थे। पैटिंसन एक ओवर में सचिन पर पूरी तरह से हावी रहे। पहले सेशन में एक दौर ऐसा भी आया जब 29 गेंदों तक एक रन नहीं बने। आखरिकार लायन को इस दबाव का फायदा मिला और उन्होंने तेंदुलकर को आउट कर दिया। सचिन ने 159 गेंदों में 81 रन बनाए जिसमें 7 चौके शामिल थे। टीम इंडिया दबाव में थी और विरोधी टीम को विकेट से मदद मिल रही थी।
तभी धोनी ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर के खिलाफ एक खास रणनीति लेकर आए। उन्होंने लायन को हावी ही नहीं होने दिया और उनका लाइन लेंथ पूरी तरह से बिगाड़ दिया। विराट और धोनी ने मिलकर 149 गेंदों में 128 रनों की साझेदारी की। कोहली ने 206 गेंदों में 107 रन बनाए जिसमें 15 चौके और 1 छक्के शामिल थे। कोहली का संयम शतक बनाने के बाद जवाब दे गया, लेकिन धोनी इस मैच को अपने नाम करने का मन बना चुके थे। धोनी ने जल्द ही अपना शतक पूरा कर लिया। भारतीय कप्तान ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर 31 रन जोड़े,
अश्विन के साथ मिलकर 7 रन और हरभजन सिंह के साथ मिलकर 34 रन जोड़े। जाहिर तौर पर एक ओवर विकेटों के गिरने का सिलसिला जारी था, लेकिन कप्तान धोनी छोटी छोटी साझेदारियों में जुटे हुए थे। आखरिकार यूपी के गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार बल्लेबाजी करने आए और धोनी ने पहले 150 रनों का और फिर देखते देखते 200 रनों का आंकड़ा पूरा कर लिया।
भारत मैच में 135 रनों का लीड ले चुका है और धोनी समेत दो विकेट बाकी है। ऐसे में टूटते विकेट और भारतीय स्पिन आक्रमण के सामने ऑस्ट्रेलिया को मुकाबला कर पाना आसान नहीं होगा।

विदेशी चीजों और विदेशी बहू से रहें सावधान : रामदेव

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में रविवार को बाबा रामदेव ने गांधी-नेहरू परिवार पर कई बार तल्ख टिप्पणी की और कहा कि विदेशी वस्तुएं और 'विदेशी बहू' से सावधान रहें।
उन्होंने नेहरू के बारे में कहा कि जब देश आजाद हुआ तो प्रथम प्रधानमंत्री अंग्रेज की बीवी के साथ इश्क लड़ा रहे थे। उनकी जगह बल्लभ भाई पटेल अगर प्रधानमंत्री बनते तो देश की यह दुर्दशा नहीं होती। 
पत्रकारों से चर्चा करते हुए बाबा जमकर बरसे। उनका निशाना केंद्र सरकार ही बनती रही। बाबा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर कई बार तल्ख टिप्पणियां की। भ्रष्टाचार को लेकर बाबा ने सिर्फ कांग्रेस पर ही शब्दों के तीर छोड़े।
उन्होंने अपनी समस्त विवादास्पद टिप्पणियों को जायज बताते हुए कोंडागांव में एक बार फिर से उन्हें दोहराया। बिना लाग लपेट सोनिया गांधी को विदेशी बहू में गिनती करते हुए कहा कि विदेशी वस्तुएं व विदेशी बहू से सावधान रहें। उन्होंने कहा कि यह अनोखा मामला है कि बहू अपनी ससुराल से सामान पीहर भेज रही हैं।

दिल्ली में दहशत!छेड़छाड़ का विरोध करने पर महिला की हत्या

दिल्ली के सराय काले खां इलाके में एक महिला की हत्या के मामले में पुलिस को किरण नाम की एक महिला की तलाश है। ये महिला मौका ए वारदात पर आरोपी मुंशी राम के साथ थी। जब महिला को गोली मारी गई , उससे पहले तक किरण नाम की महिला मुंशी राम से बातें कर रही थी।
गौरतलब है कि रविवार को सराय काले खां में 25 साल की महिला की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया जा रहा है कि शराब के नशे में धुत मुंशी राम ने महिला से छेड़खानी की और विरोध करने पर गोली मार दी। आरोपी को वहां मौजूद लोगों ने ही पकड़ लिया। मुंशी राम को आज दोपहर 2 बजे साकेत कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उधऱ, दिल्ली पुलिस का कहना है कि छेड़छाड़ की वजह से गोली नहीं मारी गई, बल्कि ये मामला आपसी रंजिश का है। दिल्ली गैंगरेप की घटना के ढाई महीने बाद सरेआम हुई इस वारदात ने राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा के मसले को गर्मा दिया है।
रविवार शाम करीब 8 बजे सराय काले खां में महिलाओं की सुरक्षा के तमाम सरकारी दावों की धज्जियां उड़ा दी गईं। यहां अपने पति के साथ सड़क पर खड़ी 25 साल की एक महिला को गोली मार दी गई। मारी गई महिला का नाम पूजा है। वो यहां अपने पति मोहन प्रसाद के साथ खड़ी थी। तभी शराब के नशे में धुत एक शख्स आया और थोड़ी देर बाद महिला को गोली मार दी।
चश्मदीदों के मुताबिक आरोपी शख्स महिला के साथ छेड़खानी कर रहा था, महिला ने इसका विरोध किया तो उसने तीन राउंड फायर कर दिए। मौके पर मौजूद लोगों की मानें तो जिस जगह पर हत्या हुई वहां से पुलिस सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर थी, लेकिन पुलिसवालों को मौके पर पहुंचने में 10 मिनट से ज्यादा का वक्त लग गया। लोगों ने ही हत्या करके भाग रहे लड़के को धर-दबोचा। इस बीच पुलिसवाले पीसीआर वैन में बिठाकर जख्मी महिला को एम्स के ट्रॉमा सेंटर ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई।
दिल्ली को दहला देने वाले इस वाकये के करीब 4 घंटे बाद पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक मारी गई महिला दिल्ली के भजनपुरा इलाके की थी। जिस आदमी ने उसे गोली मारी उसका नाम मुंशी यादव है। पुलिस को इस शख्स के पास से एक कट्टा और 7 राउंड गोलियां मिली हैं। जिस जगह पर इस वारदात को अंजाम दिया गया, वो रिंग रोड पर पड़ता है। पास में ही बस स्टॉप है, और कुछ ही दूरी पर निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन है। शाम के 8 बजे यहां काफी आवाजाही होती है। इसके बावजूद एक शख्स का शराब के नशे में धुत होकर, हथियार लेकर यहां तक आ जाना। पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े करता है।
पुलिस के मुताबिक मारी गई महिला और आरोपी दोनों एक दूसरे को डेढ़ साल से जानते हैं। पुलिस का दावा और चश्मदीदों का दावा काफी अलग-अलग है। चश्मदीदों की मानें तो छेड़खानी हुई जबकि पुलिस इससे इनकार कर रही है। किसका दावा सही है। ये जांच के नतीजे पर निर्भर है, लेकिन जिस तरह एक महिला को राजधानी की सबसे भीड़भाड़ वाली सड़क पर गोली मारी गई। उससे ये सवाल उठने लगा है कि क्या दिल्ली पुलिस वारदात के बाद सिर्फ तफ्तीश करने के लिए रह गई है?


Friday, February 22, 2013

हैदराबाद ब्लास्ट के पीछे ओवौसी तो नहीं?

गुरूवार शाम को हैदराबाद दो धमाकों से केवल पर्ल सिटी ही नहीं बल्कि पूरा देश हिल गया है। इस धमाके ने कई लोगों के घरों का चिराग छीन लिया है तो बहुतों के घरों के कुलदीपक अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड रहे हैं। तो वहीं राज्सभा में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने इस मसले पर अपनी सफाई दी है जिसपर लोकसभा ने नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने जमकर शिंदे की क्लास ली और कहा कि सरकार की तो आदत हो गयी है इस तरह के हमलों के बाद रूटीन सफाई देने की। लेकिन अब वक्त आ गया है कि इसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। वहीं सुषमा स्वराज ने इस हमले के पीछे हैदराबाद के एमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी का हाथ होने का शक जाहिर किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कहीं इन हमलों के पीछे उन सांसद के भाई का तो हाथ नहीं जिन्होंने कुछ दिन पहले धमकी भरे अंदाज में कहा था कि अगर पुलिस को कुछ देर के लिए हटा लिया जाए तो वो सबका सफाया कर देंगे। सुषमा स्वराज ने शिंदे और सरकार से सवाल किया कि जब पता था कि एलर्ट होना था तो वो राज्य सरकार को सूचित करके शांत कैसे हो सकती है? क्या सरकार अभी भी भरोसा दिला सकती है कि वो अभी भी मु्स्तैद है क्योंकि इस एलर्ट में तो मुंबई और बैंगलोर का भी नाम है, सरकार क्या यह दावे के साथ कह सकती है कि अब इन दोनों जगहों पर ब्लास्ट नहीं होंगे।

आतंकवाद के खिलाफ जंग में भारत के साथ अमेरिका

अमेरिका ने भारत के हैदराबाद शहर में गुरुवार की देर शाम हुए विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में वह भारत के साथ है और आवश्यकता पड़ने पर उसे हर जरूरी सहायता मुहैया कराने के लिए तैयार है। अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने यहां पहुंचे भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई से मुलाकात के बाद कहा कि हैदराबाद में हुए आतंकवादी हमले के कारण लोगों की मौत पर वह व्यक्तिगत रूप से और अमेरिका की सरकार तथा जनता की ओर से संवेदना प्रकट करते हैं। अमेरिका के राजनीतिक मामलों के उप मंत्री वेंडी आर शरमन ने भी हैदराबाद में हुए आतंकवादी हमलों में जानमाल की क्षति पर संवेदना प्रकट की। मथाई ने उनसे गुरुवार को मुलाकात की थी। विदेश विभाग की ओर से जारी बयन में कहा गया है, "शरमन ने हैदराबाद विस्फोटों पर अमेरिका की ओर से संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद से संघर्ष के खिलाफ देश की प्राथमिकताओं का जिक्र किया।" इससे पहले विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने संवाददाताओं से कहा, "हम हैदराबाद हमले की निंदा करते हैं और इस घटना के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।" उन्होंने कहा, "अमेरिका आतंकवाद से लड़ाई में भारत के साथ है और भारतीय प्रशासन को जिस सहायता की भी आवश्यकता हो, उसे मुहैया कराने के लिए तैयार है।" नूलैंड ने कहा कि अमेरिका के पास इस बात की कोई सूचना नहीं है कि हमले के पीछे किसका हाथ हो सकता है। उन्होंने इसकी जानकारी होने से भी इंकार किया कि भारत ने इस मामले में अमेरिका से कोई सहायता मांगी है या नहीं।

हैदराबाद ब्लास्ट: CCTV में संदिग्ध की तस्वीरें हुईं कैद

विस्फोट के 24 घंटे बाद पुलिस दिलसुखनगर में शाम के व्यस्त समय में हुए धमाके वाली जगह के आसपास किस संदिग्ध व्यक्ति के देखे जाने की जानकारी देने वालों के लिए इनाम की घोषणा भी की। साइबराबाद पुलिस आयुक्त डी तिरुमला राव ने शुक्रवार को लोगों से उस इलाके में संदिग्ध परिस्थिति में घूमने वाले युवक के बारे में सूचना मुहैया कराने की अपील की।
विस्फोट स्थल पर उन्होंने कहा कि अगर आपने एक युवक को कुछ सामान के साथ और संदिग्ध परिस्थिति में स्कूटर या साइकिल खड़ी करते हुए देखा हो तो पुलिस को इसकी सूचना मुहैया कराएं। कई सुराग मिलने का दावा करते हुए पुलिस आयुक्त ने कहा कि उन्हें मामले की गुत्थी सुलझने का पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि जांचकर्ता तेज गति से काम में जुटे हैं।
माना जा रहा है कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज से सबूत निकालने में जुटी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार की शाम घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि मुझे नहीं लगता कि सीसीटीवी नाकाम रहे। कुछ तस्वीरें कैद हुई हैं। इलाके में लगे तीन सीसीटीवी कैमरे में से दो में माना जा रहा है कि कुछ चेहरे कैद हैं, जिनसे पुलिस को दो सिनेमाघरों के सामने बम रखने वालों को तलाशने में मदद मिल सकती है।
इस बीच साइबराबाद पुलिस कमिश्नरी के सरूरनगर थाने में दो एफआईआर दर्ज कराने और मामला सीआईडी को सौंपे जाने के बाद सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने विस्फोट स्थल से सबूत एकत्र किए हैं।
इससे पहले निजी अस्पतालों में भर्ती घायलों में से दो की मौत होने के बाद हमले में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 16 हो गई। घायलों में से कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। उधर, चहल-पहल से भरे रहने वाले दिलसुखनगर रोड पर शुक्रवार को वीरानी छाई रही, जबकि अस्पतालों का दृश्य दिल दहला देने वाला था।
दिलसुखनगर साफ दिखाई दे रहे तनाव के बीच वीआईपी का आना-जाना लगा रहा। शिंदे और आजाद के अलावा केंद्रीय मंत्री एस. जयपाल रेड्डी, के. चिरंजीवी और सर्व सत्यनारायण, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, मजलिस-ए-एत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता असादुद्दीन ओवैसी ने घटनास्थल और अस्पतालों का दौरा किया।
उधर, पुलिस के लिए शुक्रवार को दिलसुखनगर में भीड़ को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े सैंकड़ों लोग विस्फोटस्थल पर जमा हो गए और पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की। अपने-अपने संगठनों के झंडे-बैनर के साथ लोग टुकड़ियों में वहां आते रहे।
दिलसुखनगर रोड पर अधिकांश दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। भाजपा के आह्वान पर बंद का शहर के अन्य हिस्सों में आंशिक असर देखा गया। अधिकांश स्कूल और कॉलेज बंद रहे, हालांकि दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान आम दिनों की तरह खुले थे। एबिड्स और कुछ अन्य इलाकों में भाजपा कार्यकर्ताओं को दुकानदारों को दुकान बंद करने के लिए कहते देखा गया।


ईशनिंदा को लेकर बांग्लादेश में हिंसा, चार मरे-कई घायल

बांग्लादेश में ईशनिंदा मामले पर भड़की हिंसा में शुक्रवार को चार लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। राजधानी ढाका और देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शनकारी इंटरनेट पर ब्लाग लिखने वाले उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए जिन पर ईशनिंदा के आरोप लगाये जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी उन ब्लागर्स को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे जिन पर कथित तौर पर इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के आरोप लग रहे हैं।
ढाका में कई इस्लामी पार्टियों से जुड़े हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और विरोधी रैली में हिस्सा लिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। प्रद्रशनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और कई स्थानों पर तोड़फोड़ की। देश के कई अन्य क्षेत्रों से भी हिंसक झड़पों की खबर है।

माली में जबरदस्त संघर्ष, 65 विद्रोही-13 सैनिक मारे गए

पश्चिमी अफ्रीका में स्थित देश माली के उत्तरी क्षेत्र में हुए जबरदस्त संघर्ष मे चाड के 13 सैनिक और 65 इस्लामी विद्रोही मारे गए हैं। चाड सेना ने यह जानकारी देते हुए एक बयान में बताया कि माली के उत्तरी क्षेत्र में अल्जीरिया की सीमा के निकट सैनिकों और विद्रोहियों के बीच हुए जबरदस्त संघर्ष में 65 इस्लामी विद्रोहियों की मौत हो गई। सेना ने बताया कि इस संघर्ष में 13 सैनिक भी मारे गए हैं। संघर्ष में विद्रोहियों के पांच वाहनों को नष्ट कर दिया गया।

हिमाचल सरकार ने बाबा रामदेव से जमीन वापस ली

हिमाचल प्रदेश सरकार ने तेजी से कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को योगगुरु बाबा रामदेव को 2010 में आवंटित जमीन अपने कब्जे में ले ली। तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी सरकार ने बाबा को पतंजलि योगपीठ की शाखा स्थापित करने के लिए आवंटित की थी।
उपायुक्त मीरा मोहंती ने बताया कि सरकार ने बाबा रामदेव को आवंटित जमीन अपने कब्जे में ले ली है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में बाबा रामदेव के नाम 96.3 बीघा भूमि का आवंटन रद्द करने का निर्णय लिया गया था। यह भूमि सोलन जिले में साधुपुल के निकट है। आवंटन में कानूनी प्रावधानों के उल्लंघन होने की बात कही गई है। 
यह भूमि मूल रूप से तत्कालीन पाटियाला राजघराने की है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसी राजघराने के हैं। जमीन कब्जा में लेने वाली टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि बाबा रामदेव ट्रस्ट द्वारा बनाई गई इमारत को खाली कराकर इसे सरकार के हवाले कर दिया गया है।
भाजपा सरकार ने यह जमीन योगगुरु को एकमुश्त 17 लाख रुपये की अदायगी पर 99 साल के लिए दी थी। भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के राज्य प्रभारी लक्ष्मी दत्त शर्मा ने बताया कि हमने अपने कब्जे की पूरी संपत्ति सरकार को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि बाबा रामदेव 27 फरवरी को सोलन जिले की यात्रा करने वाले हैं। वे यहां अपने निर्धारित तिथि के अनुसार ही पहुंच रहे हैं। उनकी सभा का स्थल अब निर्धारित किया जाएगा। सरकार ने गुरुवार को कहा था कि बाबा रामदेव के राज्य में प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

मौसम ने फिर बदली करवट, दिल्ली-एनसीआर में बारिश

दिल्ली में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। आज सुबह-सुबह दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने फिर करवट बदली। तड़के सुबह झमझाम बारिश और तेज हवाओं से ठंड फिर बढ़ गई है। आनेवाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे तक बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलेंगी। उधर पहाड़ी इलाकों में जोरदार बर्फबारी हो रही है। इसी का असर है कि दिल्ली NCR में आज फिर से बारिश हुई है। फिलहाल बारिश थम चुकी है।

हैदराबाद में दो नहीं, बल्कि सात बम धमाके होने थे!

हैदराबाद ब्लास्ट की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, साजिश के तार एक-दूसरे से जुड़ने लगे हैं। अभी तक की जांच के मुताबिक ब्लास्ट इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर की मिली-जुली साजिश का नतीजा थे। जांच में एक और अहम खुलासा ये हुआ है कि हैदराबाद में दो नहीं बल्कि सात ब्लास्ट होने थे लेकिन खुफिया एजेंसियों के हरकत में आने के बाद आतंकी अपनी साजिश को पूरी तरह से अंजाम देने में सफल नहीं हो पाए।
सूत्रों की मानें तो हैदराबाद ब्लास्ट के सुराग देश के तीन और राज्यों में फैले हुए हैं। एक बिहार का समस्तीपुर, दूसरा झारखंड की राजधानी रांची और तीसरा यूपी का शहर आजमगढ़। सूत्रों के मुताबिक भारत में धमाका कराने के लिए लश्कर के चार वांटेड आतंकी भारत पहुंचे। यहां इन चारों आतंकियों ने इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी यासीन भटकल से संपर्क साधा। सूत्रों का कहना है कि लश्कर के ये चार आतंकी यासीन के साथ-साथ समस्तीपुर के वकास, रांची के मंजर इमाम और आजमगढ़ के तबरेज उर्फ असदुल्ला के भी संपर्क में थे।
सूत्रों के मुताबिक 18 जनवरी को यासीन भटकल और मंजर के बीच हैदराबाद के एक लॉज में बैठक हुई। इस बैठक में इंडियन मुजाहिदीन के स्थानीय मॉडल को धमाके की जिम्मेदारी सौंपी गई। बम बनाने का काम वकास और तबरेज को दिया गया। यही नहीं ये भी तय किया गया कि कुल 7 जगहों पर धमाके किए जाएंगे।
यानी हैदराबाद में कुल 7 जगहों पर धमाका होना था लेकिन आतंकी सिर्फ दो जगहों पर ही धमाका करा पाने में कामयाब रहे। इसकी भी एक वजह है सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों को इस साजिश की भनक लग चुकी थी। खुफिया एजेंसियों ने हैदराबाद के एक लॉज में मंजर को दबोचने के लिए दबिश भी डाली गई लेकिन वो तीन घंटे पहले ही वहां से भाग निकला। इस लॉज में वो अमितेश सिन्हा के नाम से रुका था।
सूत्रों के मुताबिक तब तक लश्कर अपनी प्लानिंग का पूरा खाका यासीन भटकल और उसके साथियों को समझा चुका था। जांच एजेंसियां अब इन तारों को जोड़ने में जुटी हुई हैं। इसके अलावा जांच एजेंसियां समस्तीपुर से गिरफ्तार इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी दानिश अंसारी से पूछताछ कर रही हैं। दानिश फिलहाल NIA के कब्जे में है। सूत्रों के मुताबिक एजेंसियां नेपाल में छिपे इंडियन मुजाहिदीन के मास्टरमाइंड यासीन भटकल की तलाश भी कर रही हैं। दरअसल इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी मंजर इमाम और दानिश अंसारी का रांची में घर अगल-बगल में ही है। NIA की टीम मंजर इमाम की तलाश में कई बार रांची आ चुकी है।


सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा है हड़ताल को लेकर!

बंद और हड़ताल को लेकर सुप्रीम कोर्ट हमेशा से सख्त रहा है। 30 सितंबर 2007 को एक फैसले में कोर्ट ने बंद करने वालों पर कड़ी टिप्पणी की थी। कोर्ट ने पूछा था कि बंद आयोजित करने का मकसद अपनी ताकत दिखाना है न कि किसी मकसद को पूरा करना। आपका विरोध किसके खिलाफ है? प्रोजेक्ट के खिलाफ, केंद्र के खिलाफ या फिर इस अदालत के खिलाफ?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की ये टिपण्णी सेतुसमुद्रम को लेकर था। कोर्ट ने तमिलनाडु में सत्ताधारी डीएमके को करारा झटका दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने सेतुसमुद्रम प्रोजेक्ट के समर्थन में 1 अक्टूबर 2007 के बंद पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 17 दिसंबर 2003 को भी सुप्रीम कोर्ट ने एक और टिप्पणी की थी। 
सुप्रीम कोर्ट ने बंद और हड़ताल के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने पर गंभीर आपत्ति जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि सरकार हड़ताल के दौरान इस तरह की गुंडागर्दी रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। दरअसल 15 मार्च 1998 को भारत बंद के दौरान कोच्चि में एक फैक्ट्री को बंद न करने पर हड़तालियों ने उन पर हमला कर दिया। आत्मरक्षा में उन्हें हड़तालियों पर गोली चलानी पड़ी। इसी को लेकर कोर्ट ने ये टिप्पणी दी थी।

लश्कर ने मुझे दी जान से मारने की धमकी: नकवी

हैदराबाद में आतंकी धमाकों के बाद अब बीजेपी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने नया खुलासा किया है। नकवी ने कहा है कि कुछ दिनों पहले उन्हें भी धमकी भरे खत मिले हैं। फोन पर जान से मारने की धमकी भी उनको दी गई है।
नकवी ने बताया कि धमकी देने वालों का दावा था कि उनका संबंध लश्कर जैसे आतंकी संगठनों से है। बार-बार ऐसी धमकियां मिलने के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने केंद्रीय गृह मंत्री शिंदे को खत लिखकर इस बारे में जानकारी दी। नकवी का कहना है कि बार बार सामने आ रही आतंकी घटनाओं के बाद राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाने चाहिए।

संसद में विपक्ष ने पूछा, जानकारी थी तो कैसे हुआ धमाका?

हैदराबाद ब्लास्ट को लेकर सरकार विपक्ष के निशाने पर है। लोकसभा में बीजेपी, जेडीयू और वामदलों ने सरकार को घेरे में लेते हुए सवालों की झड़ी लगा दी। लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने केंद्र और राज्य सरकारों की टालमटोल रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुत बार केंद्र सरकार राज्य सरकार को जानकारी देकर अपनी जिम्मेदारी निभा लेती है।
अगर हम एक साथ मिलकर एक सोच के साथ इससे लड़ें तो सामना कर सकते हैं। आतकवाद का कोई रंग नहीं होता है। देश को एक होना होगा। देश के तमाम राजनीतिक दलों को समान सोच के साथ एक होना होगा। हम इंतजार कर रहे थे कि गृहमंत्री आएंगे और तथ्यों से अवगत कराएंगे, लेकिन वो अभी पहुंचे नहीं हैं। उनकी जानकारी के आधार पर हम अपनी आगे की बात करेंगे। 
सीपीएम नेता वासुदेव आचार्य ने कहा कि आतंकियों ने जिस स्थान को धमाके के लिए चुना वो मिनी आंध्रा कहलाता है। गृहमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकारों को इस बारे में आगाह किया गया था, इसका मतलब ये है कि केंद्र सरकार को इसके बारे में जानकारी थी। अगर आंध्र सरकार को भी इसकी जानकारी थी तो ये कैसे हुआ। हर बार इंटेलीजेंस की नाकामी को जिम्मेदार क्यों ठहराया जाता है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा कि ये देश के लिए गंभीर और दुखद घटना है। सबसे बड़े दुख की बात है कि इसकी सूचना सरकार को थी। सरकार को बताना पड़ेगा कि ये कैसे हुआ। सरकार को कोई ऐसा आश्वासन देना होगा कि लोग भयभीत ना हों। सरकार की नीति क्या है, इसके बारे में सरकार बताए। जब सब आपके साथ है तो आतंकवादियों से क्यों नहीं लड़ पा रहे हैं, ये बताएं।
वहीं जेडीयू नेता शरद यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि फांसी से पहले अफजल गुरु के परिवार को बताया ही नहीं। ब्लास्ट मामले पर केंद्र सरकार कह रही है हमने तो सतर्क कर दिया था। हमारी पुलिस, सरकार सब लुंज-पुंज है। हमारी सरकार का तो कोई इकबाल ही नहीं।

हैदराबाद: धमाके के बाद कश्मीर से आईं 8 संदिग्ध कॉल

हैदराबाद सीरियल बम धमाके में जांच एजेंसियों को सुराग मिलने लगी हैं। सूत्रों के मुताबिक धमाके के बाद हैदराबाद के शाहिन बाग में जम्मू कश्मीर से कॉल आई। करीब आठ कॉल आई। फिलहाल जांच एजेंसियां इस बारे में ज्यादा खुलासा नहीं करना चाहती हैं। महाराष्ट्र के नांदेड़ और अहमद नगर में महाराष्ट्र एटीएस की टीम छापेमारी कर रही है।
जांच एजेंसियों का कहना है कि महाराष्ट्र के नांदेड़ और अहमद नगर में छापेमारी से कुछ लीड मिल सकते हैं। लेकिन कोई ठोस लीड की बात करें तो जांच एजेंसियों का कहना है कि इस बाबत उनके पास कुछ भी ठोस नहीं है। फिलहाल एनआईए, एनएसजी और महाराष्ट्र एटीएस की टीम हैदराबाद में ब्लास्ट स्थल पर मौजूद हैं। फॉरेंसिक साक्ष्य उठाए जा रहे हैं। जांच एजेंसियां जानकारी के आधार पर स्केच बना रही हैं।
जांच एजेंसियों का दावा है कि अब तक विस्फोटकों से जो सुराग मिले हैं उसके मुताबिक विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा विस्फोट के लिए IED का भी इस्तेमाल हुआ। जांच से जुड़े अधिकारियों का दावा है कि धमाकों में वैसे ही विस्फोटकों को इस्तेमाल हुआ है जिस तरह के विस्फोटक पुणे धमाके के दौरान इस्तेमाल किए गए थे। विस्फोटक टिफिन बॉक्स में भरे गए थे और ये टिफिन बॉक्स पुराने हैदराबाद शहर के बने थे। एजेंसियों ने धमाके के बारे में पूरा ब्योरा जुटाने के लिए 31 चश्मदीदों की सूची तैयार की हैं। 
धमाकों का शक इंडियन मुजाहिदीन के पुणे मॉड्यूल पर है, क्योंकि ये हैदराबाद के धमाके पुणे के धमाकों से पूरी तरह मेल खा रहे हैं। IED बनाने के लिए अमोनियम नाइट्रेट, सल्फ्यूरिक एसिड और कुछ ज्वलनशील पदार्थों का इस्तेमाल किया गया। मोबाइल ट्रिगर के जरिए ही दोनों धमाके किए गए। पुलिस दिलसुख नगर में किए गए सारे मोबाइल कॉल्स की डिटेल्स को खंगाल रही है। वहीं जांच एजेंसियां धमाके से आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद किए गए सारे कॉल की डिटेल्स निकालने में जुटी हैं। कई गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ की जा रही है।

हैदराबाद: चिरंजीव के विरोध में लगे नारे, लाठीचार्ज

हैदराबाद में बार बार बम धमाकों से लोगों का सब्र अब जवाब देने लगा है। लोग सहानुभूति जताने के लिए आने वाले नेताओं का विरोध करने लगे हैं। हैदराबाद में आज विस्फोट की वजह से परेशान लोगों का गु्स्सा फूट पड़ा, जब अभिनेता और पर्यटन राज्य मंत्री चिंरजीवी मौका ए वारदात पर पहुंचे। लोगों ने चिरंजीव के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
मौके पर मौजूद लोगों ने चिरंजीव के खिलाफ हाय हाय के नारे लगाए। लोगों में गुस्सा इस बात को लेकर है कि जब सरकार को धमाके की खुफिया जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद केंद्र और राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया। सरकार हमले को रोकने में नाकाम रही। इसी से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और चिरंजीवी को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। वहीं उन्होंने मीडिया से भी बात करने से इनकार कर दिया। बाद में चिरंजीवी के आसपास मौजूद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
दूसरी तरफ चिरंजीव के बाद बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह मौके पर पहुंचे और धमाके में जख्मी हुए लोगों से मिलने और उनका हाल चाल जानने अस्पताल पहुंचे। राजनाथ सिंह आज हैदराबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।

जिला गाजियाबादः हम कौन से सलमान खान हैं जो...!

संजय दत्त, विवेक ओबरॉय और अरशद वारसी की फिल्म जिला गाजियाबाद शुक्रवार को रिलीज हो गई। फिल्म में एंटरटेनमेंट के लिए भरपूर मसाला है लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान खींचते हैं इसके कुछ ऐसे डायलॉग को कुछ फनी तो कुछ बेतुके से लगते हैं।
1-गांव का सबसे पढ़ा-लिखा और सैक्सफुल (सक्सेसफुल) आदमी है। (परेश रावल एक पुलिसवाले को विवेक ओबरॉय का परिचय देते हुए।)
2-न गोलियों से काम हुआ है, न गालियों से। आप अंग्रेजी में ही झाड़ दीजिएगा, शर्म से ही मर जाएंगे। (परेश रावल विवादित जमीन को लेकर हुए झगड़े से पहले विवेक ओबरॉय को समझाते हुए।
3-अगर प्यार से नहीं आए तो साले के पिछवाड़े में इतनी गोलियां मारूंगा कि उसके बच्चे पीतल के पैदा होंगे। (अरशद वारसी धमकाते हुए)
4-कभी छल से तो कभी बल से कितनों की लंका ढहाई है, पर इस शहर की हवा में कुछ अलग ही गर्मी है, इसलिए यहां अक्ल लगाने की बारी आई है। (संजय दत्त गैंगस्टर से लड़ने का प्लान बनाने के दौरान)
5-कुत्ता कितना भी खतरनाक हो जाए, पर शेर की नहीं ले पाता। (संजय दत्त का डायलॉग)
6-बाप-दादा शिकारी, प्रीतम उनपर भी भारी, अभी कहां आई इनकी बारी। (एक पुलिस कॉस्टेबल संजय दत्त के बारे में बताते हुए)
7-हम कौन से सलमान खान हैं जो कमिटमेंट करके पीछे नहीं हट सकते।
8-याद तो हम माधुरी दीक्षित को भी करते हैं, वो कौन सा मिलती है।
9-सर अपने चिकने हीरो तो चलते नहीं, इसलिए सब संजय दत्त बने फिर रहे हैं।
10-यही तो जिला गाजियाबाद है साहब, यहां कोई हलका नहीं मूतता है।

धमाके से पहले 4 आतंकी आए थे भारत!

हैदराबाद में हुए सीरियल धमाकों के सिलसिले में महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में 6 जगहों पर जांच एजेंसियां NIA ओर ऑक्टोपस तलाशी अभियान चल रही है। ये अभियान धमाके से जुड़े कुछ संदिग्ध आतंकियों का सुराग मिलने के बाद चलाया जा रहा है। इसके अलावा फोन रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि धमाके से पहले और बाद शाहीन बाग में कुल 8 फोन कॉल्स हुए थे। इसी आधार पर टीम ने छापेमारी की है।
जांच एजेंसियों ने आंध्र प्रदेश के मुगलपुरा, उप्पल, अफजलगंज समेत छह इलाकों में छापेमारी की जा रही है। तलाशी अभियान जारी है। जांच एजेंसियों ने ठोस जानकारी के बाद छापेमारी की है। सूत्रों का कहना है कि कल हुए धमाके में इन जगहों में रहनेवाले कुछ लोगों की खास भूमिका है। इसे देखते हुए छह जगहों पर छापेमारी और तलाशी अभियान जारी है। हैदराबाद में मौके पर एनआईए, एनएसजी की टीम फॉरेंसिक सुराग जुटाने में लगे हैं। मोटसाइकिल से भी सबूत जुटाए जा रहे हैं। 
उधर, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम एसीपी के नेतृत्व में हैदराबाद पहुंच रही है। इसी टीम ने रेकी करने वाले आंतकियों से पूछताछ की थी। सूत्रों के मुताबिक लश्कर के 4 आतंकी भारत आए थे और इन आतंकियों का 25 फरवरी तक का वीजा था भारत से वापस पाकिस्तान जाने का। इसी सिलसिले में खुफिया एजेंसी की टीम बैंगलोर और चेन्नई रवाना होने वाली थी, ताकि उन्हे ट्रैप किया जा सके। धमाके से पहले लश्कर के चार आतंकी भारत आए।
उधर, पुलिस के मुताबिक विस्फोट मे नाइट्रो अवयव के साथ अत्याधुनिक विस्फोटक उपकरण का इस्तेमाल किया गया है। विस्फोटक साइकिल से लगाया गया था जो रिमोट कंट्रोल से संचालित था। इसके साथ घटनास्थल से अमोनियम नाइट्रेट और बाल बियरिंग बरामद किए गए हैं। खास बात ये भी है कि घटनास्थल पर मौजूद सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे।

Wednesday, February 20, 2013

हड़ताल: नोएडा में कड़ी सुरक्षा, हिंसा में अब तक 80 गिरफ्तार

केंद्र सरकार की कथित जनविरोध और श्रमिक विरोधी नीतियों के विरोध में बुलाया गया श्रम संगठनों का दो दिवसीय भारत बंद आज का आज दूसरा और आखिरी दिन है। बंद के दौरान हिंसा के केंद्र में रहे दिल्ली से सटे नोएडा में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है। फेज 2 इलाके में 25 गाड़ियों और एक दमकल विभाग के वाहन में आग लगाने और फैक्टिरियों में तोड़फोड़ के मामले में करीब 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फेज 3 से भी हिंसा की खबरें मिली थीं।
बंद के दौरान नोएडा में सबसे अधिक हंगामा और संपत्ति का नुकसान देखने को मिला है। नोएडा के फेज टू में आगजनी से दर्जनों वाहनों को नुकसान पहुंचा। हिंसा के चलते नोएडा में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और दूसरे दिन के बंद के मद्देनजर पीएसी तैनात कर दी गई। एसोचैम ने पहले दिन की हड़ताल में 26 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया है। आज मारुति, हीरो और सुजुकी कंपनियों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं।
आज मारुति, हीरो जैसी ऑटो कंपनियों के मजदूर भी हड़ताल में शामिल हैं। चंद महीने पहले ही दिल्ली के पास गुड़गांव में मारुति की फैक्ट्री में जो कुछ हुआ वो दिल दहलाने वाला था। मजदूर इस कदर हिंसक हो गए थे कि एक अफसर को जान तक गंवानी पड़ी थी। बुधवार को नोएडा के फेज टू इलाके में सीटू कार्यकर्ता तकरीबन 11 बजे प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए। सुबह करीब साढ़े 11 बजे ये प्रदर्शन गुंडागर्दी में तब्दील हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पहला हमला एक प्राइवेट बस पर बोला। इसके बाद तो जो भी गाड़ी नजर आई उसे आग के हवाले कर दिया।
करीब दर्जन भर गाड़ियां जला डालीं। फायरब्रिगेड की गाड़ी को भी नहीं छोड़ा। दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की, शीशे तोड़ दिए और कई को उलट दिया। 100 से ज्यादा दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई। राहगीरों से मारपीट भी हुई।
ट्रेडर्स एसोसिएशन का आरोप है कि उन्होंने थाने जाकर पुलिस को हिंसा की जानकारी दी लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। बंद की ऐसी तस्वीरें सिर्फ नोएडा की ही नहीं थीं। नोएडा के अलावा कई और जगहों पर भी हड़ताल के नाम पर जमकर अराजकता फैलाई गई।
बंद के नाम पर मुंबई, दिल्ली, अंबाला, पटना, बैंगलोर हर जगह यही हाल था। लेकिन इस अराजकता ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। क्या सरकार को बंद के दौरान इस हिंसा और अराजकता का अंदाजा नहीं था। क्या सरकारी खुफिया एजेंसियां लोगों के गुस्से को भांप नहीं पाईं। आखिर बंद के पहले दिन इतना बड़ा बवाल कैसे खड़ा हो गया। आज बंद के दौरान अराजकता से निपटने के क्या इंतजाम हैं।
जाहिर है मजदूर संगठनों की मांग को गलत नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन बंद के नाम पर अराजकता इन मुद्दों पर पानी फेरने का काम कर रही है। कहीं इस तोड़फोड़ और आगजनी से आम जनता की सहानुभूति न खाक हो जाए।

जेट के बाद एयर इंडिया ने भी 40% तक सस्ते किए टिकट

हवाई किराए घटाने की जंग में अब एयर इंडिया भी शामिल हो गई है। एयर इंडिया ने टिकटों पर 40 फीसदी तक डिस्काउंट का ऐलान किया है। इस स्कीम के बाद एयर इंडिया का दिल्ली से मुंबई का किराया जेट एयरवेज, इंडिगो, स्पाइजेट से भी ज्यादा सस्ता हो गया है। 15 अप्रैल के आस-पास एयर इंडिया का दिल्ली से मुबंई का किराया महज 3200 रुपये होगा।
मंगलवार को ही जेट एयरवेज ने केवल 2,250 रुपये में देशभर में कहीं भी सफर करने की स्कीम का एलान किया था। इसके अलावा बुधवार को स्पाइसजेट, गो-एयर और इंडिगो ने भी कुछ ऐसे ही ऑफर्स का एलान किया था। स्पाइसजेट ने भी किराए कम करके जेट एयरवेज के बराबर किए हैं। स्पाइसजेट 1 रुपये के बेसिक किराए पर एयर टिकट दे रहा है। 
वहीं जेट एयरवेज के मंगलवार के ऐलान के मुताबिक कंपनी 2,250-3800 रुपये में टिकट बेच रही है। जेट की 20 लाख टिकट बेची जाएंगी। इसके अलावा इंडिगो का दिल्ली-मुंबई के बीच किराया 3332-4600 रुपये हो गया है। यात्रा डॉटकॉम के प्रेसिडेंट शरत ढ़ल का मानना है कि इन ऑफर्स को बहुत बंपर रिस्पॉन्स मिल रहा है। इन ऑफर्स से ट्रैवल पोर्टल से हवाई सफर के लिए टिकट बुक कराने वालों की संख्या 8-9 गुना हो गई है। 


शिंदे पर पड़ी BJP नरम, लेकिन हेलीकॉप्टर डील पर गरम

आज से संसद का बजट सत्र शुरु हो रहा है। सत्र की शुरूआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी। इस सत्र में 11 ऐसे बिल हैं जिन्हें सरकार पास करना चाहती, लेकिन हेलीकॉप्टर घूसकांड को लेकर विपक्ष के कड़े तेवर हैं। इसलिए सरकार के लिए ये आसान नहीं होगा। जबकि बुधवार को सरकार को एक मोर्चे पर बड़ी राहत मिली। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने लिखित बयान जारी कर भगवा आतंकवाद से जुड़े अपने विवादास्पद बयान पर खेद जाहिर किये।
संसद के बजट सत्र की शुरूआत अब किसी हंगामे से नहीं होगी। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के बयान को लेकर मचे बवाल पर आखिरकार बुधवार देर शाम रास्ता निकल आया। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास पर अहम बैठक हुई जिसमें शिंदे के अलावा रक्षामंत्री ए.के.एंटनी और संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ के अलावा कई अहम कांग्रेस नेता मौजूद थे। बैठक के बाद शिंदे ने अपने उस बयान पर सफाई जारी की जिसमें उन्होंने बीजेपी औऱ आरएसएस कैंपों में आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। 
शिंदे ने कहा कि पिछले महीने जयपुर में दिए गए मेरे बयान से भ्रम पैदा हुआ। ये समझा गया कि मैं आतंकवाद को किसी धर्म से जोड़ रहा हूं और किसी सियासी पार्टी पर आतंकी शिविरों से जुड़े होने का आरोप लगा रहा हूं। इस बात का सवाल ही नहीं उठता कि जयपुर में मेरे भाषण में जिस पार्टी का ज़िक्र हुआ था उससे आतंकवाद को जोड़ा जा सकता है, लेकिन चूंकि मेरे बयान पर एक विवाद खड़ा हो गया था, इसलिए जिन्हें मेरे बयान से ठेस पहुंची, उनके लिए मैं ये खेदपूर्ण सफाई जारी कर रहा हूं। मैं भारत के सामाजिक ढांचे में सौहार्द बनाए रखने के लिए अपना कर्तव्य निभाता रहूंगा।  
शिंदे के बयान को हिंदुओं को आतंकवादी बताने की कोशिश बतौर प्रचारित करने में जुटी बीजेपी ने भी इस सफाई के बाद तेवर ढीले कर दिए। पार्टी ने शिंदे के बयान को स्वीकार करते हुए कहा कि ये उन लोगों के लिए एक सबक है जो आरएसएस और बीजेपी पर बेजा आरोप लगाते रहते हैं।
वैसे, बुधवार को शिंदे के बयान को लेकर दिन भर सरगर्मी रही। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के नेतृत्व में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिंदे का घर घेरने की तैयारी की थी लेकिन उन्हें संसद मार्ग पर रोक लिया गया। उधर, लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी बीजेपी का रुख कड़ा रहा।
लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि मैने लोकसभा अध्यक्ष से पहले ये साफ करने को कहा कि अगर हम आतंकवादी हैं तो हमें सदन में बैठने का हक़ है या नहीं और इस सवाल का जवाब कार्यवाही चलने की मूल शर्त है। दूसरी ओर, बजट सत्र के लिए रणनीति बनाने के लिए हुई एनडीए की बैठक में भी ये मुद्दा छाया रहा। रास्ता निकालने के लिए दिनभर सियासी सरगर्मियां जारी रहीं। संसद भवन में संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ, गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज की एक बैठक हुई। कांग्रेस कोर ग्रुप की एक बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी की मौजूदगी में इस मुद्दे पर चर्चा की गई।
उधर, प्रधानमंत्री ने भी विरोधी दलों से सदन की कार्यवाही चलाने में सहयोग मांगा। जाहिर है, सरकार को समझ आ गया कि बजट सत्र की शांतिपूर्ण शुरुआत के लिए बीजेपी को मनाना होगा। लेकिन वो पूरी तरह झुकना भी नहीं चाहती थी। इसलिए बीच का रास्ता निकाला गया। शिंदे ने माफी नहीं मांगी लेकिन खेद जता दिया। उनके बयान का मतलब ये था कि बीजेपी किसी भ्रम में पड़कर हंगामा कर रही है जबकि उन्होंने तो कुछ और ही कहा था।

बोले प्रधानमंत्री, विपक्ष को संसद चलने देना चाहिए

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश के लोग संसद सत्र में रचनात्मक बजट देखना चाहते हैं। विश्वव्यापी इस मंदी के दौर में हम लोगों को आश्वस्त होना होगा कि हम लोग मंदी से आंशिक तौर से प्रभावित हैं। वर्तमान में देश में होने वाले विकासशील परिवर्तन के साथ लोगों को जुड़ना चाहिए। संसद में विपक्ष के लोगों से भी बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि चुनौतियों का डटकर मुकाबला करना होगा। विपक्ष को संसद चलने देना चाहिए।
गौरतलब है कि आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आज सेंन्ट्रल हॉल में राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा। उसके बाद दिवंगतों को श्रद्धांजली दी जाएगी। उसके बाद हाउस स्थगित हो जाएगा। वहीं संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि मेरे ख्याल से अब जब शिंदे साहब की तरफ से एक बयान आ चुका है तो हाउस फंक्शन करेगा और बीजेपी नें भी इसका स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चौपर डील पर हर किस्म की जांच और हर तरह की बहस के लिए तैयार हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि गृहमंत्री शिंदे की सफाई के बाद अब प्रतिपक्ष के नेता इस सत्र को सुचारू रूप से चलने में मदद करेंगे।

जब गर्ल्स कॉलेज में पहुंचे ब्रिटिश पीएम

दिल्ली में ब्रिटिश पीएम जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ बॉलीवुड सुपर स्टार आमिर खान भी साथ थे। कॉलेज में उन्होंने छात्राओं से मुलाकात की।

US मंत्री ब्लेक बोले,'मोदी के लिए नहीं बदली है नीति'


भारत-अफगानिस्तान-यूएस वार्ता के लिए देश आए अमेरिकी विदेश उप मंत्री रॉबर्ट ब्लेक ने कहा कि भारतीय अदालतें गुजरात दंगों के तमाम मामलों में क्या फैसला सुनाती है, उसपर मोदी को वीजा देने को लेकर आगे की रणनीति निर्भर करेगी। ब्लेक ने पाक को संदेश भी दिया कि वो हाफिज सईद और लश्कर के खिलाफ कारवाई करे। उनसे तमाम क्षेत्रीय मुद्दों पर खास बातचीत की हमारी संवाददाता स्मिता शर्मा ने।

2013 में लगेगा झटका! इस साल सबसे कम सैलरी इंक्रीमेंट

अगर आप इस साल अपनी सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं तो आपको निराश होना पड़ सकता है। ग्लोबल एचआर कंसल्टिंग कंपनी एयॉन हेविट के मुताबिक इस साल सैलरी में औसतन 10.3 फीसदी की ग्रोथ ही देखने को मिलेगी। ये पिछले 10 सालों में सबसे कम ग्रोथ है।
अर्थव्यवस्था में मंदी का असर अब सैलरी पर भी दिख रहा है। साल 2013 में सैलरी में औसत बढ़ोतरी 10.3 फीसदी ही होगी। ये नतीजा है एचआर कंसल्टिंग कंपनी एयॉन हेविट के सर्वे का। एयॉन हेविट के मुताबिक सैलरी में सबसे अच्छी ग्रोथ फार्मा सेक्टर में होगी, जहां 13.5 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है।
इसके बाद हैं मेडिकल इक्विपमेंट, केमिकल और ऑटोमोबाइल सेक्टर, जहां 11-12.5 फीसदी सैलरी बढ़ने की उम्मीद है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी कंपनियों में 10.5 फीसदी और आईटी सर्विसेज कंपनियों में करीब 10 फीसदी सैलरी बढ़ सकती है। लेकिन फाइनेंशियल सेक्टर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में काम कर रहे लोगों को कम सैलरी से संतोष करना पड़ सकता है।
एयॉन हेविट के सर्वें के मुताबिक साल 2013 में टॉप लेवल मैनेजमेंट के लिए सैलरी बढ़ने के आसार कम हैं, लेकिन जनरल स्टाफ और निचले स्तर पर काम कर रहे कर्मचारियों की सैलरी बढ़ेगी। महंगाई के चलते जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सैलरी में धीमी ग्रोथ के बाद आम लोगों की डिस्पोजेबल इनकम में भी बढ़ोतरी होने के आसार खत्म हो गए हैं।

Tuesday, February 19, 2013

वीरप्पन के साथियों की फांसी पर SC सुना सकता है फैसला

सर्वोच्च न्यायालय चंदन तस्कर वीरप्पन के चार सहयोगियों की फांसी की सजा पर आज फैसला सुना सकता है। राष्ट्रपति ने वीरप्पन के चार सहयोगियों- ज्ञानप्रकाशम, सिमोन एंटोनियप्पा, मीसेकर मदैया और बिलावेंद्रन की दया याचिका 12 फरवरी को खारिज कर दी थी।
मालूम हो कि वीरप्पन के चार साथियों को सुप्रीम कोर्ट ने साल 2004 में फांसी की सजा सुनाई थी। वीरप्पन के साथी ज्ञानप्रकाश, सिमोन, मीसेकर मदैया और बिलावेंद्रन बेलगाम के हिंडाल्गा जेल में 20 सालों से बंद हैं। वीरप्पन के ये चारों साथी 21 पुलिसकर्मियों की हत्या के दोषी हैं। 9 अप्रैल 1993 में कर्नाटक के पलार में इन्होंने एक बारूदी सुरंग में विस्फोट कराया था। इस विस्फोट से 21 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी।
2001 में मैसूर की टाडा कोर्ट ने इन चारों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गई। 29 जनवरी 2004 को सुप्रीम कोर्ट ने चारों की सजा उम्रकैद से बढ़ाकर फांसी कर दी। 12 फरवरी 2004 को इन चारों ने राष्ट्रपति से माफी की गुहार लगाई थी। 9 साल बाद 12 फरवरी 2013 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इनकी दया याचिका खारिज कर दी थी। 
गिरोह के सरगना और कुख्यात चंदन चस्कर वीरप्पन को अक्टूबर 2004 में तमिलनाडु पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था।

आज और कल आपकी एक नहीं सुनेंगे सरकारी कर्मी

अगले दो दिन भारी पड़ने वाले हैं। आज से देश भर के ट्रेड यूनियनों ने दो दिनों के हड़ताल की घोषणा की है। इसमें एक अनुमान के मुताबिक ढाई करोड़ लोगों के हड़ताल पर जाने की आशंका है। हड़ताल के वजह से बैंकिंग, इंश्योरेंस, इनकम टैक्स, टेलीकॉम, पोस्टल, तेल और गैस सेक्टर के कामकाज पर असर पड़ेगा। बैंकों में तो अगले दो दिन काम नहीं ही होंगे। इसके अलावा सरकारी बसों, ऑटो और टैक्सी को लेकर भी मुसीबतें झेलने पड़ सकती है।
दरअसल अगले दो दिनों तक देश के ठप होने की आशंका है। अगले दो दिनों तक बैंकों में नहीं हो पाएगा आपका कोई काम। ट्रेड यूनियनों ने अगले दो दिन तक देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। 20 और 21 फरवरी को भारतीय मजदूर संघ और ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की तरफ से बुलाई गई इस हड़ताल में 11 सेंट्रल यूनियनें हिस्सा लेंगी। दो दिन की इस हड़ताल में देश भर के ढाई करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान है। यानि आने वाले दो दिन देश पर भारी पड़ने वाले हैं। 
इस हड़ताल की खबर से केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक में खलबली मच गई है। सवाल ये है कि आखिर वो ट्रेड यूनियनों की सभी मांगे कैसे पूरी करेगी। कर्मचारी यूनियनों की मांग है कि तेल की कीमतों को बढ़ने से रोका जाए। निजीकरण, आउट सोर्सिंग, बढ़ती कीमतें और महंगाई पर लगाम लगे।
कर्मचारियों की तनख्वाह बढ़ाई जाए। रोजगार के नियम लागू किए जाएं। न्यूनतम मजदूरी तय की जाए। बैंकों में कर्मचारियों के वेतन संशोधन लागू हों। खुदरा क्षेत्र में खाली पड़े पद भरे जाएं। सभी को पेंशन, भविष्य निधि और बोनस मिले। एफडीआई वापस लिया जाए। विदेशों में जमा कालाधन वापस लाया जाए। ट्रेड यूनियनों की मांग लंबी चौड़ी है। और उन्हें देश के हर कोने से इन मागों पर समर्थन मिलने की भी उम्मीद नजर आ रही है।
मुंबई में भले ही ऑटो, टैक्सी और बेस्ट चले। लेकिन दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों से अच्छी खबरे नहीं आ रही है। यहां बैंकों के अलावा, सरकारी दफ्तर, बसें, ऑटो और टैक्सी वाले भी हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं।
हालांकि इस हड़ताल का एटीएम, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, दूध, पानी, बिजली, गैस सप्लाई, स्कूली बसों, मेट्रो रेल की सेवाओं, छोटे या फुटकर व्यापारियों की सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। केंद्र और राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों से इस हड़ताल से दूर रहने की अपील की है। साथ ही केंद्र सरकार ने चेतावनी भी दी है कि उन्हें वेतन कटौती और अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश के 25 लाख सरकारी कर्मचारी हड़ताल जाएंगे। इससे कई सेवाएं बाधित होंगी। हड़ताल के संभावित असर के बारे में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद यूपी के अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी ने जानकारी दी।