मुंबई के बांद्रा में शुक्रवार रात एक हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद
11वीं में पढ़ने वाली एक लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया। एक इमारत की 7वीं
मंजिल पर बने छज्जे पर लड़की चढ़ गई और वहां से कूदने की धमकी देने लगी।
करीब 5 घंटे तक चले इस ड्रामे ने लड़की के परिवार, पुलिस और फायर ब्रिगेड
के कर्मचारियों समेत सैकड़ों लोगों को सांसें थामने पर मजबूर कर दिया।
हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद लड़की को सुरक्षित बचा लिया गया। बताया जा रहा
है कि लड़की का ब्वॉयफ्रेंड को लेकर अपने परिवार से झगड़ा हो गया था। जिसके
चलते उसने ये कदम उठाया।
बांद्रा के सिद्धिविनायक सोसायटी में रात के अंधेरे में छज्जे पर 16 साल की एक लड़की छज्जे के सिरे पर बैठ गई। जहां जरा सी लापरवाही उसकी जान ले सकती थी। सूचना पर मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गई। पड़ोसियों की मानें तो लड़की एक लड़के के साथ खड़ी थी। मगर अचानक वो छज्जे पर कूद गई। लड़की को मनाने की तमाम कोशिशें जारी थी मगर वो मानने के लिए तैयार नहीं थी। बीच-बीच में वो पांव छज्जे से बाहर निकालकर धमकी देने लगी।
हालांकि बचाव दल ने नीचे जाली का इंतजाम किया ताकि अगर लड़की कूद भी जाए तो उसे नुकसान न हो। लड़की को एक मोबाइल दिया गया और उससे बातचीत की गई। एक महिला काउंसलर के जरिए लड़की को समझाने की कोशिश की गई। मगर वो जिद्द पर अड़ी हुई थी। आखिरकार पानी के बहाने उसे खिड़की तक बुलाया गया और खींचकर बाहर निकाला गया। लड़की डरी हुई थी और अस्पताल ले जाया गया।
बांद्रा के सिद्धिविनायक सोसायटी में रात के अंधेरे में छज्जे पर 16 साल की एक लड़की छज्जे के सिरे पर बैठ गई। जहां जरा सी लापरवाही उसकी जान ले सकती थी। सूचना पर मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गई। पड़ोसियों की मानें तो लड़की एक लड़के के साथ खड़ी थी। मगर अचानक वो छज्जे पर कूद गई। लड़की को मनाने की तमाम कोशिशें जारी थी मगर वो मानने के लिए तैयार नहीं थी। बीच-बीच में वो पांव छज्जे से बाहर निकालकर धमकी देने लगी।
हालांकि बचाव दल ने नीचे जाली का इंतजाम किया ताकि अगर लड़की कूद भी जाए तो उसे नुकसान न हो। लड़की को एक मोबाइल दिया गया और उससे बातचीत की गई। एक महिला काउंसलर के जरिए लड़की को समझाने की कोशिश की गई। मगर वो जिद्द पर अड़ी हुई थी। आखिरकार पानी के बहाने उसे खिड़की तक बुलाया गया और खींचकर बाहर निकाला गया। लड़की डरी हुई थी और अस्पताल ले जाया गया।
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