हैदराबाद टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को
एक पारी और 135 रनों से हरा दिया है। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम
महज 131 रनों पर ढेर हो गई। अश्विन को 5 और जडेजा को 3 विकेट मिले। इसी के
साथ टीम इंडिया ने सीरीज पर 2-0 से बढ़त बना ली है।
टेस्ट
के चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजी भारतीय स्पिनरों के आगे बेबस नजर आए
और एक-एक कर पवेलियन लौटते गए। चौथे दिन भारत की ओर से अश्विन ने सबसे
ज्यादा 5 विकेट लिए, जबकि जडेजा को 3 विकेट मिले।
चौथे दिन की शुरुआत में ईशांत शर्मा ने शेन
वाटसन को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहला तगड़ा झटका दिया। वाटसन ने 9 रन बनाए।
इसके बाद फिलिप ह्यूज शून्य पर अश्विन ने और कप्तान माइकल क्लार्क को 16
रन के निजी स्कोर पर जडेजा ने पवेलियन भेज दिया। मोजेज हेनरिक्स भी बिना
खाता खोले पवेलियन लौट गए, उन्हें जडेजा ने रन आउट किया। इसके बाद मैथ्यू
वेड भी सस्ते में लौट गए, उन्हें अश्विन ने आउट किया।
तीसरे
दिन के खेल के बाद ही टीम इंडिया ने मैच पर बेहद मजबूत पकड़ बना ली थी।
भारत ने पहली पारी में 503 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और साथ ही
ऑस्ट्रेलिया पर 266 रन की बढ़त ले ली। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी
में 2 विकेट गिर चुके थे।
भारत
के दो युवा बल्लेबाजों ने मुश्किल विकेट पर बल्लेबाजी को आसान बना दिया
था। मैराथन पारी खेलने में माहिर पुजारा ने बेहतरीन स्ट्रोक लगाना जारी रखा
और दूसरे छोर पर मुरली विजय ने पूरा साथ दिया। तमिलनाडु के ओपनर ने जल्द
ही 150 रन पूरे किए और 167 रनों के निजी स्कोर पर मैक्सवेल के शिकार बने।
विजय ने 361 गेंदों में 167 रन पूरे किए जिसमें 23 चौके और 2 छक्के शामिल
हैं।
इस
बीच पुजारा सबसे तेज 1000 रन पूरा करने वाले भारतीय बल्लेबाज बने।
सौराष्ट्र के बल्लेबाज ने 11 वें टेस्ट मैच में अपना दूसरा दोहरा शतक पूरा
किया। पुजारा ने 341 गेंदों में 204 रन बनाए जिसमें 30 चौका और 1 छक्का
शामिल है।
पुजारा
के बाद सचिन तेंदुलकर विवादास्पद ढंग से आउट हुए। गेंद ने सचिन के बल्ले
को जरुर छुआ था, लेकिन अंपायर ने इसकी अंदेखी कर दी। फील्डरों के दबाव के
बाद तीसरे अंपायर का सहारा लिया गया और सचिन वापस पवेलियन लौट गए। कप्तान
धोनी ने आते ही तेजी से रन जोड़े और 61 गेंदों में 44 रन बनाए। भारत ने
अपने आखिरी 9 विकेट 116 रनों पर खोए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पर 266 रनों की बढत
बना ली।
ऑस्ट्रेलिया
टीम के ओपनरों को युवा गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने खूब परेशान किया, लेकिन
फील्डरों की गलती की वजह से वो कामयाबी नहीं पा सके। आखरिकार भारत को पहली
कामयाबी आर अश्विन ने दिलाई जब वार्नर क्लीन बोल्ड हो गए। ह्यूज को भी
बिना खाता खोले अश्विन ने वापस पवेलियन भेज दिया। भारत और पारी की जीत के
बीच 8 विकेट का फासला है, जिसमें सबसे मुश्किल विकेट कप्तान क्लार्क का
होगा।
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