मथुरा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की पाइपलाइन
में सेंध लगाकर करोड़ों रुपए के कच्चे तेल की चोरी का मामला सामने आया है।
पुलिस के मुताबिक तेल माफियाओं ने खेत से गुजर रही रिफाइनरी की पाइपलाइन
से जोड़कर एक अलग पाइपलाइन बिछा रखी थी और रोजाना हजारों लीटर तेल टैंकर
में भरकर चोरी किया करते थे। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज फरार
आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। कच्चे तेल की इस चोरी का खुलासा तब हुआ, जब
आईओसीएल के कंट्रोल रूम में पाइपलाइन का प्रेशर लगातार कम होता दिखाई
दिया।
गांववालों
की निशानदेही पर जब मथुरा रिफाइनरी के अधिकारियों और पुलिस की टीम ने खेत
में जेसीबी मशीन से खुदाई की तो कच्चे तेल की चोरी का पूरा खेल सामने आ
गया। मौके पर जांच में पता चला कि खेत से गुजर रही कच्चे तेल की पाइपलाइन
में तेल माफियाओं ने सेंध लगा रखी थी। तेल माफियाओं ने 12 फीट गहरी जमीन
खोदकर पाइपलाइन में वाल्व जोड़ा था और कच्चे तेल की चोरी के लिए अलग से दो
इंच की 400 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछा रखी थी।
गांववालों
के मुताबिक इस पूरे खेल के पीछे मुकेश ठाकुर और उसके साथियों का हाथ है।
मुकेश ने धर्मेंद्र नाम के एक शख्स से किराए पर ये खेत लिया था। दरअसल,
गुजरात के सलाया से मथुरा रिफाइनरी तक बिछी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की
पाइपलाइन इसी खेत से होकर गुजरती है। आरोप है कि तेल माफिया इसी पाइपलाइन
से रोजाना हजारों लीटर कच्चा तेल चोरी कर रहे थे। पुलिस ने तीन लोगों के
खिलाफ मामला दर्ज मामले की जांच शुरू कर दी है।
माना
जा रहा है कि सालों से चल रहे तेल चोरी के इस मामले में मथुरा रिफाइनरी के
अधिकारियों और पुलिस की मिलीभगत हो सकती है। हालांकि इससे पहले भी मथुरा
रिफाइनरी से तेल चोरी के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन ये पहली बार है जब
सीधे मुख्य पाइपलाइन से कच्चे तेल की चोरी का खुलासा हुआ है। मथुरा
रिफाइनरी के अधिकारी लंबे समय से हो रही इस चोरी का आकलन करने में जुटे
हैं।
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