Wednesday, April 24, 2013

सदा के लिए खामोश हो गईं शमशाद बेगम, मुंबई में निधन

मशहूर गायिका शमशाद बेगम का निधन हो गया है। 94 साल की बेगम पिछले कुछ समय से बीमार चल रही थीं। उनका निधन मुंबई के उनके घर में हुआ। शमशाद बेगम हिंदी सिनेमा की पहली पार्श्व गायिकाओं में से एक थीं। उन्होंने कई सुपरहिट गानों में अपनी आवाज दी। उनके गाए गीत मेरे पिया गए रंगून, कजरा मोहब्बत वाला, कभी आर-कभी पार, लेके पहला-पहला प्यार जैसे गाने आज भी लोकप्रिय हैं। बेगम का जन्म 14 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुआ था।
शमशाद बेगम ने अपने गायन की शुरुआत रेडियो से की। 1937 में उन्होंने लाहौर रेडियो पर पहला गीत पेश किया। उस दौर में उन्होंने पेशावर, लाहौर और दिल्ली रेडियो स्टेशन पर गाने गाए। शुरुआती दौर में लाहौर में निर्मित फिल्मों खजांची और खानदान में गाने गाए। वह अंतत: 1944 में बंबई आ गईं।
सदा के लिए खामोश हो गईं शमशाद बेगम, मुंबई में निधन
मुंबई में शमशाद ने नौशाद अली, राम गांगुली, एसडी बर्मन, सी रामचन्द्रन, खेमचंद प्रकाश और ओपी नय्यर जैसे तमाम संगीतकारों के लिए गाने गाए। इनमें भी नौशाद और नय्यर के साथ उनका तालमेल कुछ खास रहा क्योंकि इन दोनों संगीतकारों ने शमशाद बेगम की आवाज में जितनी भी विशिष्टताएं छिपी थी उनका भरपूर प्रयोग करते हुए एक से एक लोकप्रिय गीत दिए।

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