Wednesday, April 24, 2013

क्रिस गेल के आगे सब फेल, 66 गेंदों में ठोंके 175 रन

मंगलवार को बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में गेल की आंधी ऐसी चली कि पुणे वॉरियर्स के गेंदबाज उस आंधी में उड़ गए। एक के बाद एक क्रिकेट के तमाम रिकॉर्ड भी टूटते चले गए। क्रिस गेल ने सिर्फ 30 गेंदों में शतक जड़ दिया, और महज 66 गेंदों में 175 रन की नाबाद पारी खेली। क्रिकेट के लिए ये दिन एतिहासिक है। जिसे देखकर लोग हैरान रह गए
क्रिस गेल के आगे सब फेल, 66 गेंदों में ठोंके 175 रन
गेल ने सिर्फ 30 गेंदों में सेंचुरी ठोक दी। ये क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज शतक है। गेल ने 30 गेंदों में 11 छक्के और 8 चौके ठोक डालें। यानि 11 छक्कों के 66 रन और 8 चौकों के 32 रन यानि 98 रन सिर्फ बाउंड्री वॉल से मिल गए। क्रिकेट के इतिहास में ये किसी भी फॉर्मेट का सबसे तेज शतक है। गेल से पहले एंड्यू सायमंड्स के नाम 34 गेंद में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड था।



अगर आईपीएल की बात की जाए तो क्रिस गेल से पहले यूसुफ पठान ने 37 गेंद में शतक जमाकार रिकॉर्ड बनाया था। लेकिन ये दोनों रिकॉर्ड धुल गए। गेल के इस टॉर्चर की बलि चढ़े दो गेंदबाज मिचेल मार्श और ऑरन फिंच, उनकी सारी कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया। गेल ने मार्श के ओवर में 28 रन बना डाले। वहीं फिंच के ओवर में 29 रन बनाकर सबको हैरान कर दिया।
गेल का तूफान यहीं नहीं रुका 30 गेंदों में शतक जड़ने के बाद भी पुणे के गेंदबाजों पर उनका कहर जारी रहा। गेल ने पहले ब्रैंडन मैक्कलम का सीजन-1 में बनाया गया 13 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ डाला। अपनी पारी में कुल 17 छक्के जड़ गए। वहीं बाद में उन्होंने आईपीएल में सबसे अधिक स्कोर का मैक्कलम का ही 158 रन का रिकॉर्ड भी तोड़ डाला।
गेल की आंधी जब बेंगलुरू के चेपक स्टेडियम में रुकी तो उनका अपना स्कोर था सिर्फ 66 गेंदों पर 175 रन नाबाद। कुल 17 छक्के यानि 102 रन और 13 चौके यानि 52 रन। छक्के और चौके से गेल ने 154 रन पूरे कर लिए थे। क्रिस गेल का एक छक्का तो इतना बलवान था कि गेंद स्टेडियम के बाहर चली गई और नई गेंद से खेल जारी रखना पड़ा। इसलिए हर क्रिकेट भक्त की जुबान पर एक ही बात थी- गेल के आगे सब फेल।

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