मध्य प्रदेश के सिवनी में बलात्कार पीड़ित
मासूम की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा। नागपुर में उसका इलाज कर रहे
डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के दिमाग पर गहरी चोट लगी है और वो लगातार
वेंटिलेटर पर है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस इस केस में मुख्य आरोपी फिरोज को
नहीं गिरफ्तार कर पाई है। वो अभी भी फरार है।
नागपुर
के निजी अस्पताल में मध्य प्रदेश की गुड़िया जिंदगी और मौत के बीच झूल रही
है। बच्ची का ब्रेन काम नहीं कर रहा है। सिवनी के घनसौर में रहने वाली
मासूम के साथ बुधवार शाम को बलात्कार किया गया था। उसे गंभीर हालत में
जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे एयर एंबुलेंस से
नागपुर लाया गया। जहां उसका इलाज किया जा रहा है। मासूम के साथ उसके पड़ोस
में रहने वाले एक शख्स ने बलात्कार किया। आरोपी फिरोज बच्ची के परिवार को
जानता था और चॉकलेट का लालच देकर मासूम को वीरान जगह पर ले गया। फिरोज के
एक दोस्त राकेश ने इस जघन्य वारदात को अंजाम देने में उसकी मदद की थी।
राकेश को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी फिरोज फरार
है। फिरोज की तलाश में पुलिस की टीमें यूपी औऱ बिहार भेजी गयी है।
वहीं
मासूम से बलात्कार के विरोध में सोमवार को महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं
ने गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता का घर घेराव किया और प्रदर्शन किया। जहां
आरोपी फिरोज को पुलिस नहीं पकड़ पाई है तो वहीं सूबे के गृहमंत्री उमाशंकर
गुप्ता का कहना है कि पुलिस मुस्तैद होकर काम कर रही है। चिंता का विषय है
कि रिश्तेदार और परिवार के जानने वालों के नाम नाबालिग बच्चियों के साथ
बलात्कार की घटनाओं में सामने आ रहे हैं। पुलिस ने सूचना देने वाले को एक
लाख रूपये का इनाम घोषित किया है।
वहीं
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मासूम के इलाज के लिए चीफ
मिनिस्टर रिलीफ फंड से 2 लाख रुपये दिये जाने का ऐलान किया है। मालूम हो
कि एक गैर सरकारी आंकड़े के मुताबिक बीते तीन महीने में मध्य प्रदेश में 88
नाबालिग बच्चियां रेप का शिकार हुईं। यानि मोटे तौर पर एक दिन में एक
लड़की। इसका मतलब साफ है कि बेटी बचाओ का नारा देने वाले शिवराज के राज में
बेटी महफूज नही है।
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